हंगामा ...खींचतान...और झड़प? रेसलर का फूटा सिर, महिला पहलवान ने कहा, 'क्या इसी दिन के लिए जीते थे मैडेल'
Wrestlers and Police at night: जंतर मंतर पर जब रात को पहलवान और पुलिस भिड़ रही थी तब एक महिला पहलवान ने कहा था क्या इसी दिन के लिए जीते थे मैडेल'
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क्या इसी दिन के लिए जीते थे मैडेल…ये डायलॉग पान सिंह तोमर फिल्म में इरफान खान एक पुलिस अफसर के सामने बोलते हैं। और उनके इस डायलॉग पर लोग वाह वाह कह उठे थे…मगर एक बार फिर यही डायलॉग गूंजा, मगर इस बार किसी ने भी वाह वाह नहीं किया अलबत्ता डायलॉग बोलने वाले को आखिर में आंसू बहाने पड़े। ये क़िस्सा दिल्ली के जंतर मंतर का है। क्योंकि यहां आधी रात को ये डायलॉग बोलने की नौबत एक महिला पहलवान को आ गई थी।
हंगामा ...खींचतान...और झड़प ...। आधी रात को धरने पर बैठे खिलाड़ी और पुलिस उलझ पड़े ...। काफी देर तक ऐसा हो होता रहा ...। दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे खिलाड़ियों ने पुलिस पर गालीगलौज और मारपीट तक का आरोप लगा दिया..
साक्षी मलिक और विनेश ने आरोप लगाया है कि नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने उनसे बदतमीजी की...इसके बाद वहां मौजूद बाकी पहलवानों ने हंगामा कर दिया। विवाद इतना बढ़ा कि अपनी बहन विनेश फोगाट के समर्थन में आया दुष्यंत को सिर में चोट लगी...।
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पुलिस का कहना है कि आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती बिना इजाजत खिलाड़ियों के लिए फोल्डिंग बेड लेकर आए हुए थे..। इसी के बाद विवाद शुरू हुआ ..। पुलिस ने सोमनाथ भारती को हिरासत में ले लिया..। आप नेता सौरभ भारद्वाज भी हिरासत में लिए गए ..। हंगामे के बाद देर रात दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीबाल भी पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया..। आज सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों के मामले की सुनवाई है...और इससे ठीक पहले धरना स्थल पर हाई वोल्टेज ड्रामे से मामला और गरमा गया है ..। इसी बीच धरना देने वाले पहलवानों ने कहा कि बारिश की वजह से सब जगह पानी भरा है और कहीं भी बैठने और सोने की जगह नहीं है, तो एक पुलिस कर्मी धर्मेंद्र पहलवानों को धक्के मारने लगा। लेकिन बात उस वक़्त बिगड़ गई जब दूसरा पुलिसवाला शराब के नशे में पहलवानों को गाली देने लगा। इस पर विनेश ने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए मैडल लेकर आए थे। और इसके बाद विनेश ने पुलिस कमिश्नर से उस पुलिसवाले की शिकायत की। महिला पहलवान विनेश फोगाट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र लिखा तो एसीपी धर्मेंद्र ने धरना दे रहे पहलवानों को फौरन जंतर मंतर खाली करने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं पहलवानों ने धर्मेंद्र के खिलाफ भी अलग से शिकायत की कि उन्होंने न सिर्फ लोगों को धमकाया बल्कि गालियां भी दीं।
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