Bhram Dutt Dwivedi : बह्मदत्त द्विवेदी कौन थे? आरोपी संजीव जीवा ने की थी बह्मदत्त की हत्या
Bhram Dutt Dwivedi : ब्रह्मदत्त द्विवेदी एक नेता होने के साथ-साथ कवि भी थे। वो यूपी के कद्दावर नेता थे।
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BJP Leader Bhram Dutt Dwivedi : ब्रह्मदत्त द्विवेदी एक नेता होने के साथ-साथ कवि भी थे। वो यूपी के कद्दावर नेता थे। 90 का दशक था। उस वक्त बह्मदत्त द्विवेदी का कद धीरे-धीरे बढ़ रहा था। वजह थी भाजपा उनके आसपास के इलाकों में जीत दर्ज कर रही थी। बह्मदत्त द्विवेदी वो नेता थे, जिनकी वजह से मुलायम सिंह यादव ने अपनी सीट बदल ली थी। वो यूपी से कई बार विधायक रहे और फर्रुखाबाद से सांसद रहे। बह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में संजीव जीवा शामिल था। अब उसी की लखनऊ कोर्ट में हत्या कर दी गई है।
Bhram Dutt Dwivedi : 10 फरवरी 1997 को ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या हो गई। यूपी में मशहूर गेस्ट हाउस कांड हुआ था। उस वक्त बह्मदत्त द्विवेदी ने ही मायावती का साथ दिया था। मायावती 3 जून 1995 को भाजपा के समर्थन से उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थीं। मायावती ब्रह्मदत्त को अपना भाई मानती रहीं।
राम मंदिर आंदोलन में भी ब्रह्मदत्त द्विवेदी की खास भूमिका रही। वो अटल बिहारी वाजपेयी समेत तमाम नेताओं के खास थे। 10 फरवरी 1997 को ब्रह्मदत्त अपने घर से करीब आधा किलोमीटर दूर एक तिलक समारोह में शामिल होने गए थे, तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। इसका आरोप लगा सपा नेता विजय सिंह पर। इस हत्याकांड में भाजपा से सांसद साक्षी महाराज की भी नाम सामने आया। पुलिस ने संजीव जीवा को भी आरोपी बनाया।
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आरोपी विजय सिंह फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद साक्षी महाराज और सपा नेता उर्मिला राजपूत के करीबी थे, इसलिए शक की सुई उन पर भी घूमी। विजय सिंह को 2003 में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, लेकिन 26 अप्रैल 2017 को हाई कोर्ट ने सीबीआई कोर्ट की सजा बरकरार रखते हुए विजय सिंह को जेल भेज दिया।
इस एफआईआर में फर्रुखाबाद के ही एक स्थानीय विधायक और दबंग नेता विजय सिंह और तीन अज्ञात लोगों का नाम लिखवाया गया। विजय सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया था। विजय सिंह से पूछताछ के बाद एफआईआर में लिखाए गए तीनों अज्ञात नाम सामने आए। ये थे कुख्यात शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, बलविंदर सिंह और रमेश ठाकुर।
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