संदेशखाली मामले में सुप्रीम कोर्ट की दो टूक - 4 हफ्ते में जवाब दो

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संदेशखाली मामले में सुप्रीम कोर्ट की दो टूक - 4 हफ्ते में जवाब दो
Sandeshkhali
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कनु सारदा/सृष्टि ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Sandeshkhali: संदेशखाली को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती जाहिर की है। आरोप है यहां कई महिलाओं के साथ शारीरिक उत्पीड़न हुआ है। इसको लेकर कोर्ट ने जवाब मांग लिया है। 4 हफ्ते में सरकार को पूरी रिपोर्ट देनी होगी। बताना होगा कि सच क्या है?  सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा सचिवालय को भी नोटिस जारी किया और कहा कि अगली सुनवाई तक सम्मन और कार्यवाही रुकी रहनी चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा संदेशखाली पहुंच रही हैं।

संदेशखाली मामले पर लोकसभा के विशेषाधिकार पैनल ने चीफ सेक्रेट्री और अन्य शीर्ष पुलिसकर्मियों को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन वे आज पेश नहीं हुए।

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What is Sandeshkhali ? पश्चिम बंगाल में संदेशखाली (Sandeshkhali) मामले को लेकर घमासान मचा हुआ है। यहां कुछ महिलाओं ने संगीन आरोप लगाए हैं। तमाम मामलों की अलग-अलग जांच चल रही है,  लेकिन आरोपियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। वहां पीड़ित महिलाएं  इंसाफ मांग रही है और पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात है। इसको लेकर राजनीति भी चरम पर है। महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए DIG रैंक की महिला IPS अधिकारी की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय टीम बनाई है।

टीम संदेशखाली का दौरा करेगी और उन महिलाओं से बात करेगी जिन्होंने आरोप लगाया है कि उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया।

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बंगाल की राजधानी कोलकाता। उससे करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित संदेशखाली। संदेशखाली उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपखंड में आता है। ये बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ इलाका है। इस इलाके में अल्पसंख्यक और आदिवासी समाज के लोग सबसे ज्यादा रहते हैं।

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शाहजहां शेख को गिरफ्तार करो!

ये इलाका उस वक्त सुर्खियों में आया, जब टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर पर ईडी की रेड हुई। उन्होंने ईडी की टीम पर ही हमला कर दिया। आरोपी फरार है। शाहजहां को पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी माना जाता है।

शुरुआत में ऐसा लगा कि ये घटना सिर्फ 'एक हमले' तक ही सीमित है, लेकिन महिलाएं अचानक बाहर निकल आई। महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर अत्याचार करने, यौन उत्पीड़न करने और जमीन कब्जाने जैसे गंभीर आरोप लगा डाले। एक महिला ने कहा, 'टीएमसी के लोग गांव में घर-घर जाकर चेक करते हैं और इस दौरान अगर घर में कोई सुंदर महिला या लड़की दिखती है तो टीएमसी नेता शाहजहां शेख के लोग उसे अगवा कर ले जाते थे और फिर उसे पूरी रात अपने साथ पार्टी दफ्तर यहां अन्य जगह पर रखा जाता था। अगले दिन यौन उत्पीड़न करने के बाद उसे उसके घर या घर के सामने छोड़ जाते थे।'

ये आरोप और संगीन इसलिए हो जाता है, क्योंकि आरोप एक महिला ने नहीं, बल्कि कई महिलाओँ ने लगा डाला। बात बढ़ी तो मामला राज्यपाल तक पहुंच गया। जांच जारी है। 

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