जंग में मिली है रूस को गहरी चोट, US की मदद से टॉप रूसी कमांडर हैं यूक्रेन की सेना के टारगेट
रूसी सेना के टॉप कमांडरों पर सधी अमेरिकी सैटेलाइट, अब तक नौ रूसी कमांडरों की बलि ले चुकी हैै जंग, 68 दिन में बहुत गहरी चोट खा चुका है रूस, व्लादिमीर पुतिन की पार्टी बिगाड़ने की फिराक़ में यूक्रेन
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Russia Ukraine War: रूस किसी भी सूरत में 68 दिन पुरानी इस जंग में यूक्रेन को पूरी तरह से परास्त करके 9 मई के अपने जश्न को पूरी शान के साथ मनाने का सपना अपनी आंखों में सजाए बैठा है। मगर लगता है कि यूक्रेन ने भी कसम खा रखी है कि वो किसी भी सूरत में 9 मई की रूसी पार्टी को मनाने नहीं देना चाहता।
यूक्रेन के इस काम में उसकी मदद कर रहा है रूस का जानी दुश्मन अमेरिका। तभी तो अमेरिका ने यूक्रेन की मदद करने के लिए ऐसे ऐसे हथियार मुहैया करवाने शुरू कर दिए हैं जिनके तोड़ के लिए रूस को अपने तरकश के मज़बूत तीरों को बाहर निकालने को मजबूर होना पड़ रहा है। लेकिन इसी बीच जो खबर जंग के मैदान से निकलकर सामने आई है वो रूस के लिहाज से किसी भी सूरत में अच्छी तो नहीं कही जा सकती है।
Russia Ukraine War: खबर यही मिल रही है कि अमेरिका अपनी सैटेलाइट के ज़रिए रूस के एक एक सिपाही और पूरे लश्कर पर नज़र रखे हुए है। और उसी का नतीजा ये है कि अमेरिका ने यूक्रेन के साथ उन खबरों को साझा किया जिनके जरिए रूस के कई तुरुप के पत्तों को जंग-ए-मैदान में ढेर तक कर दिया।
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अमेरिका के एक सीनियर मिलिट्री ऑफिसर के दावे के मुताबिक यूक्रेन को जो जानकारियां अमेरिका की तरफ से मुहैया करवाई जा रही हैं उसकी वजह से रूस के क़रीब नौ जनरल को यूक्रेन की सेना ने अलग अलग मोर्चों पर मौत के घाट उतार दिया है। लेकिन अभी तक अमेरिका इस बात को पूरी तरह से साफ नहीं कर सका कि उसकी दी गई जानकारियों की मदद से यूक्रेन की सेना ने असल में रूस के कितने जनरलों को मौत की नींद सुलाने में कामयाबी हासिल की है।
Russia Ukraine War: उधर अमेरिका ने अब अपने सैटेलाइट के कैमरे का लैंस यूक्रेन के डोनाबास इलाक़े की तरफ मोड़ दिया है ताकि उस इलाक़े में रूस की सेना के जो मूबमेंट हो रहे हैं उसकी जानकारी यूक्रेन को रियल टाइम में मुहैया करवा सके।
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एक तरह से कहा जा सकता है कि टेक्टिकली और टेक्नीकली अमेरिका पूरी तरह से यूक्रेन की मदद करने लगा है। ऐसा नहीं कि इसका अंदाजा रूस को नहीं है। हालांकि क्रेमलिन की तरफ से अभी तक कोई ऐसा संकेत नहीं दिया गया है कि रूसी सेना को अमेरिका की इस नई चाल का कुछ पता है। लेकिन रूसी सेना ने अपने कई बैटल प्लान को चेंज करके ये इशारा तो दे ही दिया है कि उसे अमेरिकी सैटेलाइट की नज़र का पूरा अंदाज़ा है।
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इसी बीच डोनाबास के इलाक़े में यूक्रेन की सेना ने रूसी सेना के ख़िलाफ़ अपना मोर्चा और तेज़ और बड़ा कर दिया है, ताकि वो उसी इलाक़े में रूसी सेना को पूरी तरह से उलझाकर रख दें।
Russia Ukraine War: अब तक यूक्रेन की समाचार एजेंसी के हवाले से दावा किया गया है कि यूक्रेन की सेना ने अलग अलग मोर्चों पर रूस के फ्रंट लाइन जनरलों की एक पूरी टुकड़ी ही साफ कर दी, जिनमें मेजर जनरल आंद्रेई सिमोनोव, कर्नल अलेक्सी शारोव, कर्नल अलेक्ज़ेंडर बेस्पालोव, मेजर जनरल एंड्री सुखोवेत्स्की, मेजर जनरल आंद्रेयी बार्लाकोव, मेजर जरनल ओलेग मित्येव, लेफ्टिनेंट जनरल याकोव रेजांत्सेव, मेजर जनरल विताली गेरासिमोव और मेजर जनरल मैगोमेद तुशेव शामिल हैं।
ऐसा बताया जा रहा है कि अमेरिकी सेना ने उन ठिकानों को अपने टारगेट पर ले रखा है जो रूसी सेना के मोबाइल हेडक्वार्टर हैं। यूक्रेन की सेना के अधिकारियों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि रूसी सेना की मिल रही जानकारी से उन्हें मोर्चों पर अच्छी कामयाबी मिल रही है। अगर अमेरिका उन्हें हथियारों के साथ साथ ऐसी क्लासीफाइड जानकारियां मुहैया करवाती रहती है तो कम से कम ये तो कहा ही जा सकता है कि यूक्रेन किसी भी सूरत में 9 मई को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को विक्ट्री परेड का मज़ा तो नहीं लेने देगी।
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