Russia-Ukraine crisis: पुतिन का वाकई मन है जंग का या अमेरिका दुनिया को डराने की फ़िराक़ में है?
कहीं अमेरिका दुनिया को डरा तो नहीं रहा, यूक्रेन तनाव के बीच रूस ने हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल का किया परीक्षण, LATEST WORLD WAR NEWS, Russia-Ukraine crisis, READ MORE WORLD WAR NEWS IN CRIME TAK
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बाइडन ने कहा, पुतिन को चाहिए एक बहाना
WORLD WAR NEWS: इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर दावा किया है कि पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का फैसला कर लिया है। बाइडेन को ये भरोसा इसलिए भी है क्योंकि शुक्रवार को ही अमेरिकी एजेंसियों ने खुलासा किया था कि रूस फॉल्स फ्लैग हमले की योजना बना रहा है ताकि वो उसकी आड़ लेकर यूक्रेन पर चढ़ाई कर सके। और अब यूक्रेन बॉर्डर पर ऐसा ही होता दिखने भी लगा है।
यूक्रेन बॉर्डर पर जारी गोलीबारी के बीच यूक्रेन से खुद को आज़ाद घोषित कर चुके दोनेत्स्क और लुहांस्क इलाकों में रूस समर्थित अलगाववादी गुटों ने वहां से लोगों को हटाना शुरु कर दिया है। अलगाववादी गुटों ने ऐलान किया है कि वो सात लाख लोगों को सीमावर्ती इलाकों से दूर शिफ्ट कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें यूक्रेन के हमले का डर है।
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विश्वयुद्ध के बाद सबसे बड़ा मिलिट्री मूवमेंट
Russia-Ukraine crisis: रूस ना तो यूक्रेन बॉर्डर पर सीज़फायर वायलेशन की बात कबूल कर रहा है। ना यूक्रेन में धमाकों में अपना हाथ मान रहा है। यूक्रेन बॉर्डर पर इस वक़्त रूस के 1 लाख 90 हजार सैनिक मुस्तैद हैं, और अगर अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का ये दावा एकदम दुरुस्त है तो ये विश्वयुद्ध के बाद ये किसी भी देश का अब तक का सबसे बड़ा मिलिट्री मूवमेंट माना जाएगा।
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अमेरिका समेत तमाम नाटो देश और यूरोप के देश मिलकर इसी कोशिश में लगे हुए हैं कि किसी भी सूरत में रूस यूक्रेन पर हमला न करने पाए। ऐसे में कुछ सवाल तो सामने आकर खड़े तो हो ही जाते हैं? क्या वाकई पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का मन बना लिया है? या फिर अमेरिका सिर्फ दुनिया को डराने की फिराक़ में लगा है ताकि लोग अमेरिकी पाले में जाकर खड़े हो जाएं। सचमुच रूस में इन दिनों जिस तरह की मिलिट्री मूवमेंट चल रही हैं उससे जंग के अंदेशे को हवा तो मिल ही रही है।
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