'लाल बक्सा' खोल सकता है खूनी खेल का राज, दरभंगा DIG का दावा, Murder की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुँच गई पुलिस

ADVERTISEMENT

'लाल बक्सा' खोल सकता है खूनी खेल का राज, दरभंगा DIG का दावा, Murder की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुँच गई पुलिस
social share
google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

सीसीटीवी में कैद हुए चार लोग पुलिस हिरासत में

point

जीतन सहनी उधार पैसों के लेन देन का काम भी करते थे

point

तालाब से मिला लाल बक्सा, बक्से में मिले कागजात

Darbhanga, Bihar: दरभंगा में 24 घंटे पहले ही पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की हत्या से पूरे बिहार में सनसनी फैल गई थी। वीआईपी पार्टी के सुप्रीमों मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की बदमाशों ने जिस तरह से हत्या की वारदात को अंजाम दिया था उसे देखकर पुलिस ने अंदाजा लगा लिया था कि मारने वाले का मकसद सिर्फ और सिर्फ लूटपाट नहीं हो सकता, बल्कि उसकी अपनी निजी खुन्नस भी हो सकती है। असल में बदमाशों ने जीतन सहनी की धारदार हथियार से हत्या की थी लेकिन हथियार के इस तरह उनके पेट पर चलाया था कि उनकी अंतड़ियां तक बाहर आ गई थीं। 

CCTV में दिख रहे कातिल!

इस संगीन मामले की तफ्तीश में लगी पुलिस की अलग अलग टीमों ने अलग अलग तरह के कुछ सुराग बटोरे हैं जिससे ऐसा लगता है कि बिहार पुलिस इस केस को पूरी तरह से क्रेक करने के करीब जा पहुँची है। क्योंकि पुलिस की टीमों को घर में लगे सीसीटीवी फुटेज में कुछ हत्यारों के कैद होने का शक है। इसके अलावा घर के अलग अलग हिस्सों से भी पुलिस ने कुछ जरूरी और गौरतलब सुराग इकट्ठा किए हैं। 

चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया

ताजा खुलासा ये है कि पुलिस के रडार पर अब वो चार लोग हैं जो हत्या से पहले वाली रात 10.30 बजे से लेकर 11 बजे के बीच जीतन सहनी से मिलने घर आए थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उन चारों की पहचान भी हो चुकी है और चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी गई है। पुलिस की जांच में एक बात और सामने आई जिसको लेकर आशंका है कि ये भी हत्या की एक वजह हो सकती है। पता ये चला है कि जीतन सहनी गांव में लोगों को सूदपर पैसे दिया करते थे। जिन चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की है उनमें से दो लोग ऐसे हैं जिन्हें जीतन सहनी ने पैसे उधार दे रखे थे। इसके अलावा कुछ अन्य चीजें भी मौके से बरामद हुई हैं। उन सभी की जांच की जा रही है कि इसमें कहीं हत्या के राज न छुपे हों। 

ADVERTISEMENT

तालाब से मिला लाल बक्सा

दरभंगा के डीआईजी बाबू राम के मुताबिक मौका-ए-वारदात पर एफएसएल की टीम एक एक सुराग की जांच कर रही है। अब तक की जांच में कई अहम सुराग और सबूत भी हाथ लगे हैं। पुलिस का खुलासा है कि जीतन सहनी के घर के पीछे तालाब में एक लाल रंग का बक्सा भी मिला है जो तालाब में फेंका हुआ था। उस बक्से में पुलिस को कुछ कागजात और दस्तावेज मिले हैं। पुलिस उन कागजों की जांच कर रही है। इसके अलावा जहां जीतन सहनी का शव पुलिस ने बरामद किया था ठीक उसी जगह पुलिस को मेज पर रखे तीन खाली गिलास भी मिले हैं। ऐसे माना जा रहा है कि जीतन सहनी ने मरने से पहले कातिल या कातिलों को पानी भी पिलाया।

खूनी खेल का नाता

पुलिस का अंदाजा है कि तालाब में मिला लाल बक्सा और घर के भीतर खेला गया खूनी खेल का आपस में बहुत गहरा रिश्ता है। माना जा रहा है कि बक्से में रखे कागज को लेकर ही जीतन सहनी के साथ पहले झगड़ा हुआ और फिर उनकी हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के मुताबिक जीतन सहनी पहले मछली पालन का कारोबार करते थे। हालांकि अब उन्होंने ये काम छोड़ दिया था।

ADVERTISEMENT

अकेले थे वारदात के वक्त

मुकेश सहनी के पिता अपने मकान में अकेले ही रहते थे। जिस मकान में हत्या हुई वो मकान ऐसा है कि कोई भी कहीं से भी घुस सकता है। हालांकि वीआईपी पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी का आलिशान मकान ठीक सामने है, लेकिन उनके पिता अपने पुराने मकान में ही रहना पसंद करते थे। बताया जा रहा है कि जिस समय हत्या की ये वारदात हुई घर पर उनके साथ कोई मौजूद नहीं था। मुमकिन है कि उनके अकेलेपन का फायदा उठाकर बदमाशों ने आसानी से वारदात को अंजाम दे दिया। 
 

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜