Dance in Shamshan Ghat: श्मशान घाट में चिताओं के बीच 'मुन्नी बदनाम' पर डांस

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Dance in Shamshan Ghat: श्मशान घाट में चिताओं के बीच 'मुन्नी बदनाम' पर डांस
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Crime News: अक्सर लोग शमशान घाट (Cremation Ground) को अशुभ मानकर अपने मुंह से नाम लेना नही चाहते है. कुछ लोग तो अपने लोगो के दाहसंस्कार में जाने भी डरते है. वहां नाटक देखने और करने का तो सपने में भी सोच नही सकते है लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब जयपुर में मंगलवार रात को किसी शमशान घाट में नाटक का मंचन हुआ. जहां एक युवक 'मुन्नी बदनाम हुई' (Munni Badnam Hui) और 'दिल दीवाना' जैसे फिल्मों गानो (Bollywood Song) पर भी थिरका नजर आया और उसे दिखने के लोग बड़ी संख्या में पहुँचे. आश्चर्यजनक बात यह हुई की मान्यताओं के अनुसार महिलाए शमशान घाट नही जाया करती है. यहाँ पर महिलाए नाटक देखने पहुँची बल्कि महिला कलाकार ने शमशान घाट पर बने मंच पर अभियनय भी किया. जिसके बाद लोगों ने अब सोशल मीडिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

जयपुर (Jaipur) के प्रताप नगर (Pratap Nagar) हल्दीघाटी मार्ग स्थित शमशान घाट में मंगलवार रात को शुभ विचार संस्था द्वारा 'शमशान घाट' (Shamshan Ghat) नामक नाटक का मंचन हुआ. जिसकी परिकल्पना और निर्देशन शास्त्रीय संगीत और नाट्य के शोधार्थी रंगकर्मी जीतेंद्र शर्मा ने किया. जितेंद्र शर्मा ने बताया शमशान घाट  रंगमंच के इतिहास का पहला नाटक है, जिसका मंचन शमशान घाट पर हुआ है. नाटक के द्वारा यह संदेश दिया गया है कि मनुष्य का छोटा सा जीवन कुविचारों और दुर्वव्यसनो से और छोटा हो जाता है, इसलिए इंसान को चाहिए वह अपने जीवन मे शुभविचार अपना कर शुभ कार्य करे. जिस से उसका छोटा सा जीवन भी बड़ा बन जाये और मनुष्य जीवन सार्थक हो जाये.


 

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Viral News: नाटक की परिकल्पना और कहानी जीतेन्द्र शर्मा की है जो सच्ची घटनाओ आधारित है. इसमें दो दोस्त शमशान घाट में रात को शराब पार्टी करने चले जाते है और नशे में सभी एक दूसरे के कुविचारो और दुर्वव्यसनो को बता कर एक दूसरे को अपमानित करते करते हैं. यहीं नहीं नेता, कलेक्टर और थानेदार तीनो मिलकर पैसा कमाने के लिये शमशान घाट और गोचर की जमीन को बेचकर खा जाना चाहते है. वही कहानी के एक भाग में फ़िल्म निर्माता निर्देशक अरमान अली पैसे कमाने के लिए अश्लील फ़िल्म बना कर उस मे हिन्दू धर्म की संस्कृति को पाखंड बता कर फिल्में बनाने की योजना बनाते हुए भी दर्शाया गया है.  लेकिन रोचक बात यह हैं कि शमशान घाट पर बने नाटक के मंच पर नाटक की कहानी से प्रभावित होकर नाटक में अभिनय कर रहे कलाकार मुनिश सिंह चौहान और राहुल चौधरी ने अपनी धूम्रपान की लत को हमेशा के लिये छोड़ने का प्रण सब के सामने लिया, ताकि आने वाले जीवन को अच्छी राह पर लें जा सकें.

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