कोटा में जेईई छात्र की अजीब मौत, पीजी के कमरे में दोस्तों से बात करते समय अचानक निकली जान, जांच जारी
Rajasthan: राजस्थान के कोटा में जेईई तैयारी कर रहा एक छात्र अपने पीजी में दोस्तों के साथ बातचीत करते समय अचानक बीमार पड़ गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत लाया गया घोषित कर दिया।
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Rajasthan Crime: राजस्थान के कोटा में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) तैयारी कर रहा एक छात्र अपने पेइंग गेस्ट (पीजी) आवास में दोस्तों के साथ बातचीत करते समय अचानक बीमार पड़ गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत लाया गया घोषित कर दिया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) भवानी सिंह ने कहा कि 18 वर्षीय युवक कक्षा 12वीं का छात्र था और उसने हाल में आयोजित जेईई-मेन्स परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए थे।
PG में दोस्तों से बात करते वक्त मौत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि झारखंड के जमशेदपुर का रहने वाला परनीत रॉय(18) बृहस्पतिवार देर रात यहां पीजी में अपने कमरे में दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था तभी उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि दोस्तों ने उसे थोड़ा आराम करने के लिए कहा और उसके परिवार के सदस्यों को सूचना दी। उन्होंने कहा कि छात्र की हालत बिगड़ने पर साथियों ने एम्बुलेंस बुलाई और उसे नजदीकी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत लाया गया घोषित किया। डीएसपी के अनुसार, छात्र किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित नहीं था हालांकि उसे सर्दी-जुखाम था। छात्र के पिता शुक्रवार सुबह यहां पहुंचे।
किसी बीमारी से पीड़ित नहीं था छात्र
उन्होंने बताया कि छात्र के पिता शुक्रवार सुबह कोटा पहुंचे और अपने परिवार के अन्य सदस्यों के आने तक पोस्टमार्टम टालने का अनुरोध किया। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का वास्तविक कारण सामने आ सकेगा। छात्र के पिता राजीव रंजन रॉय ने शवगृह के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनका बेटा एक प्रतिभाशाली छात्र था और उसने हाल ही में जेईई-मेन्स परीक्षा 98 परसेंटाइल हासिल किए थे। वह मुंबई के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश मिलने के लिए आश्वास्त था।
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परिजनों ने जताया शक
पिता ने कहा कि उनके बेटे को कभी कोई बीमारी नहीं हुई और वह उससे रोज बात करते थे। हालांकि, उनकी बृहस्पतिवार को उससे बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उनका बेटा कभी-कभी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई के दबाव की बात करता था लेकिन वह बहुत मजबूत था और कभी आत्महत्या नहीं कर सकता। पिता ने बेटे की मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए निष्पक्ष जांच की मांग की।
(PTI)
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