Amritpal Singh : अमृतपाल सिंह पंजाब में इस जगह करने वाला है सरेंडर, क्या प्लास्टिक सर्जरी से बदल चुका है हुलिया?
Amritpal Singh : अमृतपाल सिंह पंजाब के बठिंडा में सरेंडर कर सकता है. क्या प्लास्टिक सर्जरी से बदल चुका है हुलिया? जानें पूरा मामला
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Punjab Amritpal Singh Surrender : पंजाब का भगोड़ा अमृतपाल सिंह क्या आज सरेंडर करेगा? अमृतपाल सिंह पिछले 21 दिनों से फरार है. वो लगातार पुलिस को चकमा दे रहा है. ये भी कहा जा रहा है कि अमृतपाल ने प्लास्टिक सर्जरी भी करा ली है. ऐसे में क्या वाकई सरेंडर करेगा. माना जा रहा है कि सच में वो सरेंडर सकता है. असल में वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के बठिंडा के तलवंडी साबो में सरेंडर करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है. वहीं, पंजाब पुलिस ने भी सरेंडर करने से पहले उसकी गिरफ्तारी करने की तैयारी में जुट गई है.
वहींस, बठिंडा में सरेंडर कराने के लिए अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने एक विशेष मीटिंग भी बुलाई है. कहा जा रहा है कि इसी जगह पर अमृतपाल आत्मसमर्पण कर सकता है. कहा जा रहा है कि अमृतपाल ने अपना हुलिया भी बदल लिया है. उसने प्लास्टिक सर्जरी कराई है. ये सर्जरी जार्जिया में हुई है. वो खुद को खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाला की तरह अपना लुक बना लिया है.
लाइव वीडियो में बोला था, भगौड़ा नहीं, बागी हूं
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सिख यूट्यूब चैनल पर अमृतपाल सिंह ने कहा था कि ..मेरी अपील है कि मजबूत रहना है. उसने कहा कि मैं भगोड़ा नहीं हूं. पुलिस मुझे गिरफ्तार कर ले. मैं डरता नहीं. पुलिस चाहे तो मेरी पिटाई भी करे. मैं डरने वाला नहीं. परिवार से अपील की है कि मजबूत रहिए. घबराइए नहीं. मैं बागी हूं. भगोड़ा नहीं. जल्द दुनिया के सामने आउंगा.
इससे पहले वाले इंटरव्यू में अमृतपाल सिंह ने क्या था, चलिए उसे भी जान लेते हैं..
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आज सिख संगठन के साथ 18 मार्च के बाद पहली बार जो कुछ 18 मार्च को हुआ है उस बारे में थोड़ी सी बात करनी है.. अगर सरकार की मंशा गिरफ्तारी की होती तो सरकार मुझे गिरफ्तार कर लेती..अगर सरकार हमें घर से गिरफ्तार करती तो हम गिरफ्तारी दे भी देते... पर सरकार ने जो रवैया अपनाया है.. उन्होने ने लाखों की फोर्स लगाकर घेरे डालकर मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश की थी... उस घेरे में सतगुरू सच्चे पातशाह ने उस घेरे में से निकाला.. उस मौके पर हमें लगा कि सरकार हमें मालवे में नहीं जाने देना चाहती थी ताकि (धार्मिक प्रोग्रोम ) कर सकें.. जब इंटरनेट बंद हो या .. हमारा किसी के साथ संपर्क नहीं रहा.. फिर खबरों का हमें पता नहीं लगा कि क्या हो रहा है..
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अब जब मैं खबरें देख रहा हूं तो पता चल रहा है कि क्या हो रहा है... पंजाब में पंजाब की सरकार ने जो जुर्म की हद पार की है.. जेसे सिख नौजवानों को दोषी बनाकर जेल में डाला है. औरतों और बच्चों को भी नहीं बख्शा है.. ये वही काम है जो बेअंत सिंह की सरकार ने किसी टाइम पंजाब में किया था ... दुनिया भर में प्रदर्शन हुए.. मैं सारी संगतो का दिल से धन्यवाद कर ता हुूं .. जिन्होंने ने ये समझा कि मेरी गिरफ्तारी हो गई और मोर्च निकाले मैं उनको शुक्रिया कहता हूं.. ..पर ये हमें समझने की जरूरत है कि ये मसला मेरी गिरफ्तारी का नहीं .. ये सिख कौम पर हमले का मसला है.. मुझे गिरफ्तारी देने से ना पहले डर लगता था और ना अब लगता है.. अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने 24 घंटे का अल्टीमेटम सरकार को दिया है.. पर सरकार ने अकाल तख्त साहिब की हस्ती को चैलेंज करते हुए पहुत छोटे स्तर की बात की है.. जत्थेदार साहब को इस मसले पर बहुत सख्त स्टैंड लेना चाहिए.. जत्थेदार साहिब को चाहिए कि वो सरबत खालसा एकत्रित करें बैसाखी पर दमदमा साहिब पर.. मैं देश विदेश में बैठे सिखों से अपील करता हूं कि वो सरबत खालसा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें.. क्योंंकि कौम छोटे छोटे मोर्चे लगाकर कौमी लंबे चले आ रहे कौमी मसलों के संबंध में उलझ रही है..
जो हुकुमत ने जुल्म किया है प्रधानमंत्री बाजेके (अमृतपाल का साथी) के उपर ... उसके इपर NSA लगाकर असम भेजे.. क्योंकि उसने अमृत चखा था.. मेरे और साथियों को असम भेजा गया.. हमें पता था कि हम जिस रास्ते पर चल रहे हैं हमारे सामने ये भी आएगा.. हमें इसका सामना करना है.. मैं जत्थेदार साहिब से अपील करता हूं.. जत्थेदार साहब ने कहा है कि वो जुलू स निकालेंगे गांव गांव जाकर.. लेकिन मेरी जत्थेदार साहब से अपील है कि लोग पहले से जागरुक हैं बस उनके मन से डर को निकालना होगा.. वो इस कार्य की अगुवाई करें.. मेरी सारे सिख जत्थेबंदियों से अपील है कि वो भी इस सरबत खालसा में हिस्सा लें..
ये सरबत खालसा उस तरह होना चाहिए जैसे अब्दाली के सिखों पर हमले के बाद हुआ था... उस सरबत खालसा में सभी सिखों ने हिस्सा लिया था जो अमृतसर में हुआ था...
आओ सभी सरबत खालसा में हिस्सा लें.. और अपनी कौम को बचाए.. .जहां तक गिरफ्तारी का सवाल है वो वाहे गुरु के हाथ में है .. मैं चढ़तीकलां में हूं.. कोई मेरा बाल भी बांका नहीं कर सकता.. वाहे गुरू ने इस मुश्किल रास्ते पर मेरा साथ दिया... वाहे गुरू की कृपा है कि मैं इतने बड़े घेरे से बाहर आ गया है..
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