'ले लो अपना शेर बेटा, मार दिया इसे...',कबड्डी खिलाड़ी को तलवारों से काटा, मां-बाप के सामने फेंकी लाश
kabaddi player murdered: पंजाब (Punjab) के कपूरथला जिले में 22 साल के एक कबड्डी खिलाड़ी की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
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kabaddi player murdered: पंजाब (Punjab) के कपूरथला जिले में 22 साल के एक कबड्डी खिलाड़ी की बेरहमी से हत्या कर दी गई. दोषियों ने एथलीट पर तलवारों से हमला किया और बाद में उसे गंभीर हालत में उसके घर के बाहर छोड़ दिया. पीड़ित के पिता को हमलावरों ने बताया कि उनके बेटे को मार दिया गया है. पुलिस रिपोर्ट से पता चलता है कि कबड्डी खिलाड़ी और संदिग्धों के बीच विवाद चल रहा था. इस मामले में दो दोषियों को पकड़ लिया गया है.
घटना दिलवां इलाके की है. कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजपाल सिंह संधू ने खुलासा किया कि घटना में छह लोग शामिल थे. पुलिस ने छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया. आपसी रंजिश के चलते बुधवार रात हरदीप सिंह पर तलवारों व अन्य हथियारों से जानलेवा हमला किया गया.
एसएसपी ने कहा कि बाकी अपराधी भी जल्द पकड़े जायेंगे. दिलवां थाने में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. हरदीप के पिता गुरनाम सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि बुधवार रात पांच-छह लोग उनके घर आए, दरवाजा खटखटाया और चिल्लाए कि उन्होंने उनके बेटे को मार डाला है.
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शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि जब उसने दरवाजा खोला तो उसने अपने बेटे को गंभीर हालत में पाया. वह उसे जालंधर सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस घटना की आलोचना की है और आम आदमी पार्टी (AAP) को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि यह कोई अकेली घटना नहीं है और पंजाब इस समय "पूर्ण जंगल राज" का अनुभव कर रहा है. उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने पद से इस्तीफा दें. बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, ''कपूरथला के दिलवां में एक युवा कबड्डी खिलाड़ी की नृशंस हत्या के बारे में सुनकर मैं स्तब्ध हूं. हत्यारों का दुस्साहस देखिए. उन्होंने दरवाजा खटखटाया और माता-पिता से कहा, 'हमने मार डाला है'' आपका शेर बेटा.' यह कोई अकेली घटना नहीं है. यहां पूरी तरह से जंगल राज है.''
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उन्होंने आगे कहा, "पंजाब में रोजाना हत्या, लूटपाट, अपहरण और डकैती की घटनाएं हो रही हैं. यह सच है कि भगवंत मान स्थिति को संभालने में असमर्थ हैं। उन्हें बिना देर किए इस्तीफा दे देना चाहिए।"
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