2.5 साल बाद खुला 14 दिन के बच्चे के क़त्ल का राज़,अनाथालय का बहाना बनाकर मरने के लिए जंगल में फेंका मासूम
pune's 14 day old murder reveal after 2.5 years
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पुणे से संवाददाता पंकज खेलकर की रिपोर्ट
चौंकाने वाली बात ये है कि ये वारदात साल 2019 की है जिसका खुलासा ढाई साल बाद हुआ है। शायद इस वारदात का कभी खुलासा ही नहीं होता अगर बच्चे की मां पुलिस के पास जाकर पूरी कहानी नहीं सुनाती।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में आरोपी पिता का नाम शुभम है। शुभम पुणे की एक कंपनी में काम करता था। साल 2017 से वो इस कंपनी में काम कर रहा था और यहीं पर उसकी मुलाकात उस लड़की से हुई । पहले दोनों के बीच दोस्ती हुई लेकिन फिर बाद में ये दोस्ती प्यार में बदल गई।
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दोनों ने एक साथ रहने का फैसला किया और लिवइन में रहने लगे। 2018 से लिवइन में रहने के बाद 14 मार्च 2019 को लड़की ने एक बेटे को जन्म दिया। बच्चे की डिलीवरी अस्पताल में हुई, जन्म के बाद बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। आरोपी पिता शुभम लेकिन बच्चे के जन्म से खुश नहीं था। 28 मार्च को लड़की को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
उसने पहले भी बच्चे की मां पर बच्चा गिराने के लिए जोर डाला था लेकिन वो ऐसा करने के लिए राजी नहीं हुई। तब शुभम ने एक नई चाल चली। उसने बच्चे की मां को कहा कि हम दोनों का भविष्य देखते हुए इस बच्चे को कुछ वक्त अनाथालय में छोड़ देते हैं जब हालात सही हो जाएंगे तो वो बच्चे को अनाथालय से वापस ले आएगा।
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अस्पताल में रहने के दौरान ही शुभम बच्चे की मां का माइंडवॉश कर रहा था। जब 28 मार्च को उसे अस्पताल से छुट्टी मिली तो उसने बच्चा मां से ले लिया और फिर अपने एक साथी के साथ वो इस बच्चे को लेकर पुणे एयरपोर्ट के पास के जंगल में पहुंचा।
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यहां उसने बच्चे को जंगल में छोड़ दिया और अपने साथी के साथ वापस घर लौट आया। घर आकर उसने बच्चे की मां को बताया कि उसने बच्चे को अनाथालय में छोड़ दिया है और वो अब सुरक्षित हाथों में है। दिन बीतते गए और शुभम बच्चे की मां को बच्चे से जुड़ी झूठी खबरें सुनाता था।
जब भी बच्चे की मां उसके बारे में पूछती तो वो बताता कि बच्चा बिल्कुल ठीक है । जैसे-जैसे वक्त बीता बच्चे की मां शुभम पर उससे मिलने का दबाव बनाने लगी। वो बार-बार मिलने की बात कहकर टाल दिया करता था। काफी जोर देने पर भी शुभम मां को बच्चे से मिलाने के लिए लेकर नहीं गया।
आखिकार पीड़िता को शुभम पर शक होने लगा जिसके बाद पीड़िता ने चंदननगर पुलिस को सारी बात बताई। ऐसे में आरोपी शुभम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई । तब आरोपी शुभम ने बताया की जब बच्चे को छुट्टी दे दी गई, तो उसने अपने दोस्त योगेश काले के साथ मिलकर बच्चे को हवाई अड्डे के पास वाले जंगल में ले गया और उसे वहीं फेंक दिया।
जिसके बाद मुंडवा पुलिस ने शुभम को लेकर उस जगह पहुंची जहां पर उसने बच्चे को फेंका था। वहां पर पुलिस को बच्चे का कंकाल या हड्डियां तो नहीं मिली लेकिन बच्चे के कुछ कपड़े जरुरु मौके से मिले जिन्हें पुलिस ने जांच के लिए भेज दिया है। फिलहाल आरोपी युवक और उसका दोस्त पुलिस हिरासत में हैं।
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