पुलिस ने ऐसे दबोचा पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को, लाल गमछे में छुपा रहा था काली करतूत
MP Viral video urinating: आदिवासी पर पेशाब करने वाले आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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Sidhi Parvesh Shukla urinating on tribal: और आखिरकार पेशाब कांड ((Tribal urinating case)) का मुख्य आरोपी और सियासी दांव पेंच में फंसा प्रवेश शुक्ला धर ही लिया गया। नशे की हालत में अपनी घिनौनी करतूत को अंजाम देने के बाद जब उसे होश आया तब तक उसकी हरकत का वीडियो वायरल (Viral Video) हो चुका था, और उसका रसूख भी दम तोड़ चुका था, जाहिर है वो मुंह दिखाने लायक ही नहीं बचा, और वो अपना गमछे में मुंह छुपाकर पुलिस (police) को चकमा देने की फिराक में ही था तभी साइबर सेल (Cyber Cell) की मदद से पुलिस ने उसे कुबरी गांव के खैरहवा से गिरफ्तार कर लिया।
प्रवेश शुक्ला की हरकत का वीडियो वायरल होने के बाद सड़क से लेकर सदन तक सियासी हलचल पैदा हो गई और अपना अपना पहलू साफ दिखाने के चक्कर में प्रवेश को गिरफ्तार करने की धुन पैदा हो गई और पूरे प्रदेश में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया।
एक आदिवासी मजदूर पर पेशाब करने वाला और खुद को भारतीय जनता पार्टी का नेता कहलाने वाला प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने 4 और 5 की दरम्यानी रात को उस वक़्त गिरफ्तार किया जब वो प्रदेश से बाहर निकल जाने की फिराक में था।
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गमछे में छुपाया मुंह
खुद पुलिस के कप्तान अंजू लता पटले का कहना है कि प्रवेश गमछे में मुंह छुपाकर भागने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने उसे पहचान लिया और धर लिया, क्योंकि हर भागने वाली जगह पर पुलिस का पहरा पहले से ही तगड़ा कर दिया गया था। पुलिस ने उसके खिलाफ कई धाराओं के साथ साथ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा में भी केस दर्ज किया है।
वायरल वीडियो से खुला सच
प्रवेश शुक्ला का जो वीडियो वायरल हुआ उसमें देखा जा सकता है कि हाथ में सिगरेट लिए और नशे में धुत प्रवेश शुक्ला नीचे फुटपाथ पर बैठे एक आदमी पर पेशाब कर रहा है. बाद में पता चला कि जिस शख्स पर पेशाब किया गया वो बेहद ही गरीब और आदिवासी है।
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अब सामने आया फर्जी हलफनामा
आरोपी प्रवेश शुक्ला को सीधी के BJP विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया जा रहा है। इसी बीच पीड़ित दशमत रावत का एक हलफनामा भी सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि ये वीडियो ही फर्जी है। हलफनामें में पीड़ित ने खुद कहा कि वो प्रवेश शुक्ला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहता है। ये वीडियो साजिश के तहत बनाया गया है जिससे प्रवेश शुक्ला को बदनाम किया जा सके।
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Sidhi Parvesh Shukla urinating on tribal: अब इस शपथ पत्र को लेकर ये भी दावा किया जा रहा है कि जो आदिवासी गरीब है और इस वारदात के बाद जाहिर है डरा हुआ भी होगा वो कहां से और कैसे 100 रुपये का स्टांप पेपर टाइप कराकर इतनी सी सारे बातें क्यों कहेगा। दावा किया जा रहा है कि अपने रसूख और रुआब के दम पर आदिवासी शख्स पर दबाव डालकर ये नकली शपथपत्र बनवाया गया है ताकी आरोपी को बचाया जा सके।
DIG के मुताबिक आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ बेहरी थाने में मारपीट, गाली गलौज और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले पर पुलिस ने सीधी के बेहरी पुलिस स्टेशन में आरोपी प्रवेश शुक्ला के खिलाफ IPC की धारा 294, 506 और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के तहत FIR दर्ज कर ली है, उसके खिलाफ एनएसए भी लगाया गया है।
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