Prajwal Revanna Sex Case: पुलिस के सामने आने लगे चश्मदीद, इस पासपोर्ट के जरिए भागा विदेश

ADVERTISEMENT

Prajwal Revanna Sex Case: पुलिस के सामने आने लगे चश्मदीद, इस पासपोर्ट के जरिए भागा विदेश
social share
google news

Karnataka: प्रज्वल रेवन्ना और उसका सेक्स स्कैंडल इस वक्त सड़क से लेकर सियासी गलियारे तक में हरेक की जुबान पर है। इस मामले में ताजा खुलासा ये है कि अब इस मामले में प्रज्वल रेवन्ना के सताए या उसकी करतूतों के चश्मदीद पुलिस के सामने आने लगे हैं। जनता दल सेक्युलर के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर लगे तमाम आरोपों के बारे में कर्नाटक पुलिस की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम यानी SIT छानबीन कर रही है। रेप और यौन उत्पीड़न के इस संगीन मामले में पुलिस के पास अब तक 20 से 30 लोग आकर अपना अपना किस्सा सुना चुके हैं। प्रज्वल रेवन्ना की इस घिनौनी करतूत से जुड़ा अपना दुखड़ा और अपना किस्सा पुलिस को सुनाने वालों में सिर्फ औरते ही नहीं हैं बल्कि कई लड़कियां और पुरुष भी शामिल हैं।

सामने आने लगे हैं चश्मदीद

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पता चला है कि पुरुष और महिलाएं दोनों ही हासन से जद (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ इस संगीन मामले का समर्थन कर रहे हैं। ये भी खुलासा हुआ है कि पुलिस की एसआईटी टीम के पास आकर शिकायत करने वालों में वो लोग शामिल हैं, जिन्होंने इस संगीन जुर्म की जगह के बारे में दस्तावेज दिए या फिर वे लोग शामिल हैं जिन्होंने अब तक सांसद पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली चार महिलाओं के दावों का समर्थन करने के लिए पुलिस के सामने अपने सबूत पेश किए थे।

डिप्लोमेटिक पासपोर्ट से भागा विदेश

इसी बीच कर्नाटक की सरकार ने आधिकारिक तौर पर विदेश मंत्रालय से जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की गुजारिश की है। प्रज्वल, कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले का आरोपी है। सूबे की सरकार ने यह गुजारिश प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कार्रवाई में बढ़ोतरी का एक प्रतीक है. बता दें कि पिछले दिनों यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद प्रज्वल रेवन्ना कथित तौर पर जर्मनी भाग गया था। 

ADVERTISEMENT

CM ने प्रधानमंत्री को लिखा था पत्र

इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर रेवन्ना के खिलाफ फौरन कार्रवाई की गुजारिश की है। अपनी चिट्ठी में सिद्धारमैया ने इस पूरी वारदात को शर्मनाक बताया कि रेवन्ना पर लगे आरोप सामने आने के ठीक बाद और उनके खिलाफ पहला मामला दर्ज होने से ठीक पहले देश छोड़ने के लिए उसने अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल किया। प्रज्वल रेवन्ना पर यौन शोषण के कई आरोप लगे है। परेशान करने वाली बात यह है कि रेवन्ना के जरिए कथित तौर पर कई महिलाओं के साथ गंदी हरकत वाले वीडियो क्लिप पिछले महीने उसके संसदीय इलाके हासन में खुलेआम दिखाए जाने लगे हैं। 

जांच के लिए SIT गठित

इसके बाद ही कर्नाटक सरकार ने जांच के लिए एक SIT गठित की। बताया जा रहा है कि सांसद रेवन्ना के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। सिद्धारमैया ने पीएम नरेंद्र मोदी से मामले को "अत्यंत गंभीरता" से लेने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया था कि रेवन्ना को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए। 

ADVERTISEMENT

विदेश मंत्रालय से मंजूरी नहीं ली

प्रज्वल रेवन्ना ने विदेश मंत्रालय से मंजूरी लिए बिना राजनयिक पासपोर्ट पर यात्रा की। नियमों के मुताबिक, निजी यात्रा के लिए भी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए छूट लेने की जरूरत होती है। 2 मई को, साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया, सांसद प्रज्वल रेवन्ना की जर्मनी यात्रा के सिलसिले में विदेश मंत्रालय से कोई राजनीतिक मंजूरी नहीं मांगी गई थी या ऐसी कोई मंजूरी जारी नहीं की गई थी। साफ है कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया।  

ADVERTISEMENT

वीजा की जरूरत पड़ती है

मालूम  हो कि राजनयिक पासपोर्ट धारकों को जर्मनी की यात्रा के लिए वीजा की जरूरत होती है। मंत्रालय ने किसी दूसरे देश के लिए वीजा नोट जारी नहीं किया है। पासपोर्ट दोबारा बुक करने के सवाल पर रणधीर जयसवाल ने कहा कि उन्हें अभी तक इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है। जहां तक किसी व्यक्ति के पासपोर्ट के संभावित निरस्तीकरण का संबंध है, मैं आपको पासपोर्ट अधिनियम 1967 के प्रासंगिक प्रावधानों के बारे में बताऊंगा। हमें इस संबंध में किसी भी अदालत से कोई निर्देश नहीं मिला है। 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜