कब्रें तोड़ने को लेकर अहमदाबाद की इमामशाह बावा दरगाह पर बवाल, झड़प के दौरान पुलिस पर पथराव, कई घायल
Ahmedabad Imamshah Bawa Dargah: अहमदाबाद के पिराना में मौजूद इमामशाह बावा की दरगाह पर इस विवाद को लेकर दो पक्ष भिड़े, जमकर हुई पत्थरबाज़ी, झड़प में पुलिसवाले भी घायल। प्रशासन ने कहा हालात काबू में।
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श्रेया भूषण की रिपोर्ट
अहमदाबाद: शहर के पिराना गाँव में मौजूद इमामशाह बावा की पिराना दरगाह जो सैकड़ों सालों से हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रही है दो पक्षों के बीच लड़ाई का अखाड़ा बन गई। दिलचस्प बात ये है कि इस दरगाह के प्रबंधन में हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पक्षों के लोग शामिल हैं। और शायद तनाव भी इसी बात को लेकर शुरू हुआ। दरअसल आरोप है कि हिंदू गुट ने इमामशाह और उनके परिवार के सदस्यों की कब्रें तोड़ कर उस जगह पर फर्श बना दिया। पांच सदी से अधिक पुरानी कब्रों को ढहाए जाने की बात पता चलते ही पिराना गांव में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क उठे। दोनों गुट भिड़ गये जिसके बाद हुए पथराव में चार लोग घायल हो गये।
एसपी ने दी पूरी जानकारी
अहमदाबाद के एसपी ओमप्रकाश जाट ने बताया: “इमामशाह बावा रोजा ट्रस्ट में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के सदस्य हैं और मजार से लगी जमीन पर मंदिर बनाने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। बुधवार तड़के दोनों समुदायों के लोग कब्रों को तोड़े जाने की जानकारी मिलने पर मजार परिसर में इकट्ठा हुए और पत्थरबाज़ी शुरु कर दी। इससे निपटने के लिए जब पुलिस मौके पर पहुंची तो एसपी समेत चार पुलिसवाले पत्थरबाजी में घायल हो गये। पुलिस के मुताबिक पथराव की घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक 35 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है जिनमें से 17 एक गुट के हैं और 18 दूसरे गुट के। हालात अब काबू में हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पथराव की घटना में असलाली थाने के इंस्पेक्टर के सिर पर चोट आई है।अहमदाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप की टीमें इलाके में पेट्रोलिंग कर रही हैं।
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झड़प की असली वजह
पिछले कुछ दशकों से ट्रस्टियों के बीच धार्मिक आधार पर मतभेद साफ नजर आने लगा था। ट्रस्ट के मुस्लिम सदस्य कई बार जिला कलेक्टरेट और पुलिस के पास हिंदू पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज करा चुके थे। कुछ मौकों पर उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। मगर मामला तब भड़क उठा जब हिंदू पक्ष ने कथित तौर पर मज़ार के एक हिस्से को तहस-नहस कर दिया। इमामशाह बावा के वंशज और पिराना के निवासी अज़हर सैय्यद ने बताया कि- “हमने कब्रों को तोड़ने पर आपत्ति जताई है और तोड़े गये हिस्से को दोबारा बनाने की मांग की है। पुलिस अधिकारियों ने हमें आश्वासन दिया है कि वो ट्रस्टियों से कब्रों का पुनर्निर्माण कराएंगे। वे सुबह से ही इसका वादा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है"। बुधवार को जैसे ही यह खबर फैली जमालपुर से कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला और पूर्व विधायक गयासुद्दीन शेख ने समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की और वादा किया कि वो इस मुद्दे को चुनाव अधिकारी के सामने उठाएंगे क्योंकि आदर्श आचार संहिता लागू है।
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