बिहार में करोड़पति आईपीएस के बाद करोड़पति कांस्टेबल,मॉल का मालिक निकला कांस्टेबल

ADVERTISEMENT

बिहार में करोड़पति आईपीएस के बाद करोड़पति कांस्टेबल,मॉल का मालिक निकला कांस्टेबल
social share
google news

जी हां बिहार पुलिस की आर्थिक अनुसंधान इकाई ने एक ऐसे कांस्टेबल को निशाने पर लिया है जिसने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड ही तोड़ डाले हैं। ये कांस्टेबल बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन का प्रांतीय अध्यक्ष है । कांस्टेबल का नाम नरेंद्र कुमार धीरज है और इसके 9 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

कांस्टेबल के पद पर तैनात धीरज के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। शिकायत में बताया गया था कि कुछ हजार रुपये की तनख्वहा वाले कांस्टेबल धीरज की संपत्ति करोड़ों रुपये की है। सोमवार को मामला दर्ज करने के बाद आर्थिक अनुसंधान ईकाई की टीम ने मंगलवार को एक साथ धीरज के नौ ठिकानों पर छापेमारी करी।

ये ठिकाने अलग-अलग शहरों में हैं । रेड में पता चला कांस्टेबल ने ना केवल अपने नाम पर बलकि अपने भाईयों और भतीजों के नाम पर करोड़ों रुपयों का साम्राज्य खड़ा किया हुआ है। ये छापेमारी बिहार के पटना, आरा मुजफ्फरपुर (भोजपुर) स्थित गांव, अरवल आरा जैसे कई ठिकानों पर की गई। सुबह-सुबह पड़ी इस रेड से ना केवल धीरज और उसके परिवार के लोगों में खलबली मच गई बलकि धीरज कुमार जैसी काली कमाई करने वाले लोगों के बीच भी हड़कंप मच गया।

ADVERTISEMENT

आरा के एक ही इलाके विष्णु नगर, भेलाई रोड में धीरज के कई भाईयों के प्लॉट और जमीन हैं। पटना के बेउर इलाके की महावीर कॉलनी में भी जब आर्थिक इकाई की टीम पहुंची तो वहां बने आलीशान मकान देखकर दंग रह गई। टीम को धीरज के घर से कई बेशकीमती सामान भी मिले हैं।

ईओयू की टीम धीरज के पटना के महावीर कॉलोनी बेऊर रोड वाले घर, भोजपुर के सहार थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर गांव में पैतृक घर , अरवल में अरोमा होटल के सामने स्थित मकान जो भाई का है, आरा शहर में भाई सुरेंद्र सिंह के कृष्णा नगर का चार मंजिला मकान और दूसरा 5 मंजिला मकान।

ADVERTISEMENT

भाई विजेंद्र कुमार विमल के आरा शहर के कृष्णा नगर का पांच मंजिला मकान, भाई श्याम बिहारी सिंह का आरा में मॉल, आवासीय मकान, भतीजे धर्मेंद्र कुमार का आरा में आशुतोष ट्रेडर्स नाम से दुकान एक और भाई सुरेंद्र कुमार सिंह के नारायणपुर आरा में छड़ सीमेंट की दुकान और घर में रेड चल रही है।

ADVERTISEMENT

बिहार में आर्थिक अनुसंधान इकाई एक के बाद एक बिहार सरकार में तैनात भ्रष्ट अधिकारियों पर छापेमारी कर रही है। बिहार के आईपीएस अधिकारी एन एच खान ने बतौर एडीजी EOU को ज्वाइन किया। भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त रवैया रखने वाले एन एच खान ने कुर्सी संभालते ही बिहार के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी जिसका शिकार कांस्टेबल नरेन्द्र कुमार धीरज भी हो गया।

एक IPS ऐसा भी : पूरी सर्विस में सैलरी ही नहीं निकाली, रिश्वत से खड़ा किया करोड़ों का साम्राज्य! धनकुबेर इंजीनियर : आटे-चावल के डिब्बों में मिले 67 लाख कैश तो बोला, घूस लेना वर्क कल्चर है, ना लें तो भी मरेंगेएक फेसबुक मैसेज से मिलीं 14 साल पहले बिछड़ी मां-बेटी!

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜