दिल्ली दंगों के केस में अंसार खान को फंसाने के लिए घर की छत पर रखा गए थे पाइप बम स्पेशल सेल ने बम को डिफ्यूज किया
POLICE ARRESTED ALVI , HE FRAMED ANOTHER PERSON IN RIOT CASE. BUT AFTER INVESTIGATION TRUTH CAME.
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दिल्ली से चिराग गोठी के साथ अरविंद ओझा की रिपोर्ट
एक शख्स के घर की छत से पुलिस को मिले 7 पाइप बम। फिर क्या था, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल ने आरोपी को पकड़ा और जांच शुरू की। आरोपी कहता रहा कि उसे नहीं मालूम कि कैसे ये बम उसकी छत तक पहुंच गए, लेकिन पुलिस उससे पूछताछ करती रही। उससे पूछा गया कि ये कैसे हो सकता है कि उसे पता ही न हो बम कैसे उसकी छत तक पहुंचे ? इसका कोई सीधा जवाब अंसार नहीं दे पाया। उसके मोबाइल फोन को खंगाला गया, घर की तलाशी ली गई, घरवालों से पूछताछ हुई, लेकिन आरोपी कबूलनामा करने के लिए तैयार ही नहीं था। पर क्यों , क्या वो सच्चा था ? या फिर पुलिस को बरगला रहा था।
पूरा मामला जानिए
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अंसार खान लोनी इलाके में रहता है। नार्थ ईस्ट दंगों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की एन्टी टेरर यूनिट को इनपुट मिला कि गाजियाबाद के लोनी में एक शख्स है जो नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों में शामिल हो सकता है और दंगों के दौरान उस शख्स ने बम बनाया था और अब वो लगातार बम बना रहा है।
बम से संबंधित एक तस्वीर मिली थी सैल के अधिकारियों को
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बम से संबंधित एक तस्वीर मिली थी सैल के अधिकारियों को। लिहाजा पुलिस एक्टिव हुई। इनपुट बम से जुड़ा हुआ था लिहाजा 31 जुलाई को मिले इस इनपुट पर दिल्ली स्पेशल सेल ने स्वाट कमांडो के साथ गाजियाबाद के लोनी इलाके में रेड मारी। घर अंसार खान नाम के शख्स का था। अंसार की घर पर जब टीम पहुंची तो देख कर दंग रह गई। पुलिस के मुताबिक, घर की छत पर 7 पाइप बम बरामद हुए। बम को डिफ्यूज करने के बाद स्पेशल सेल की टीम ने अंसार खान को हिरासत में लिया। अंसार खान को हिरासत में लेकर लोधी कालोनी स्पेशल सेल के दफ्तर लाया गया जहां स्पेशल सेल की टीम के साथ साथ आईबी की टीम ने अलग अलग तरीके से अंसार खान से कई दिनों तक पूछताछ की। अंसार खान पूछताछ में लगातार अपने घर की छत पर 7 पाइप बम होने की जानकारी होने से इनकार करता रहा। उसने अपने 4 बच्चों तक की कसम खाई कि उसका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
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जब अंसार ने जताया शक
फिर सैल के अधिकारियों ने उससे पूछा कि अगर उसका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है तो ये किसकी साजिश हो सकती है। इस पर अंसार ने एक आदमी पर शक जताया। तो क्या उसने शुरू में सैल के अधिकारियों को उस आदमी के बारे में नहीं बताया था ?
कौन था वो शख्स ?
क्यों लगा पुलिस अधिकारियों को कि अंसार की बात में दम है?
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बरामद बम को दिल्ली दंगों की एफआईआर के तहत सीज कर जांच शुरू की। अंसार की कॉल डिटेल समेत तमाम वैज्ञानिक तरीके से अंसार से पूछताछ की गई जिसमें स्पेशल सेल के अफ़सरों को लगा कि हो सकता है अंसार सच बोल रहा हो और उसके घर पर मिले बम का उस से लेना देना न हो। स्पेशल सेल की टीम अब एक बार फिर गाजियाबाद के लोनी इलाके में अंसार खान के घर के आस पास जाकर छानबीन करने लगी।स्पेशल सेल को जांच में जानकारी मिली कि लोनी इलाके में रहने वाले मुजम्मिल अलवी नाम के एक शख्स की दुश्मनी काफी वक्त से अंसार खान से चल रही थी। स्पेशल सेल ने तुरंत मुजम्मिल को हिरासत में लिया और उस से पूछताछ शुरू हुई।
तस्वीर से हुई केस की तस्वीर साफ
जो तस्वीर सैल के अधिकारियों को बम से संबंधित मिली थी वो मुजम्मिल अलवी ने अपने घर की छत से खींची थी। उस वक्त बम अलवी ने अपने घर की छत पर रखे थे और बाद में उसे अंसार की छत तक पहुंचा दिए थे। फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि फोटो में छत और अंसार की छत में अंतर था।
कौन है मुजम्मिल ?
कैसे अंसार की छत तक बम पहुंचा ?
पूछताछ में मुजम्मिल ने स्पेशल सेल के अफसरों के सामने जो खुलासा किया वो चौंकाने वाला था मुजम्मिल ने खुलासा किया कि वो अंसार खान और अंसार के परिवार से बदला लेना चाहता था इसलिए अंसार की छत पर बम रख दिया था। उसने बांच के जरिए ये बम अंसार की छत तक पहुंचा था, दोनों के बीच झगड़ा चला आ रहा था।
क्यों इतने दिनों तक दिल्ली पुलिस के अलावा दूसरी एजेंसियां करती रही अंसार से पूछताछ ?
इतने दिनों में आखिर क्या क्या पूछा स्पेशल सैल के अधिकारियों ने अंसार से ?
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने मुजम्मिल के खिलाफ गाजियाबाद के लोनी में शिकायत दी जिसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने 8 अगस्त को आइपीसी की धारा 286/336 और 4/5 Explosive एक्ट में एफआईआर दर्ज कर ली।
कहां से लाया बम बनाने का सामान
जांच में उसने बताया कि बाजार से पोटेशियम और दूसरी सामग्री खरीद कर लाया था। उसने बम बनाया और उसकी फोटो खींच ली और उसने अंसार की छत पर बम प्लांट कर लिया। अंसार की छत तक पहुंचाने के लिए मुजम्मिल ने बाकायदा बांस का इस्तेमाल किया। उसने फोटो अपनी छत पर ही खींची थी। और ये फोटो सैल के अधिकारियों तक पहुंच गई।
अब सवाल उठता है कि किसने सैल के अधिकारियों को ये फोटो भेजी ?
खुद मुजम्मिल ने या किसी और ने ?
क्या पहले भी मुजम्मिल बम बना चुका है ?
कैसे उसने ये बम बना लिया ?
नीलगाय को भगाने के लिए जिस बम का इस्तेमाल किया जाता था वो बम था अंसार की छत पर
नीलगाय को भगाने के लिए जिस तरह से छोटे बम का इस्तेमाल किया जाता है, वैसे बम प्लांट किए थे अलवी ने अंसार की छत पर। जांच में पता चला है कि वो बम बनाने का सामान अक्सर लाया करता था।
घर की बनावट, तस्वीर और पुराने विवाद बना शक की वजह
जांच में सैल के अधिकारियों को पता चला कि जिस घर में अंसार रहा करता था , उसके आसपास कोई मकान नहीं था। उसके घर की छत पर तभी चढ़ा जा सकता था, जब उसके घर में कोई प्रवेश करे। इस केस में ऐसा सबूत नहीं मिल रहा था कि कोई अनजान अंसार के घर आया हो। दूसरा, उसके घर के आसपास कोई दूसरा घर भी नहीं था जिससे ये कहा जाए कि दूसरे घर की छत से किसी ने अंसार के घर की छत पर बम रख दिया हो।
बांस , बांस में डिब्बा और डिब्बे में बम
इसकी कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, अलवी 31 जुलाई से पहले रात में अंसार के घर के नीचे पहुंचा। उसके हाथ में बांस था। बांस से उसने पैंट का एक डिब्बा बांधा हुआ था और इस डिब्बे में बम था। अलवी ने अंसार के घर के नीचे से बांस के जरिए बम उसकी छत तक पहुंचा दिया।
अंसार कभी कर्दमपुरी रहता था
अंसार पिछले साल कर्दमपुरी रहा करता था। वहीं पर सबसे ज्यादा दंगे भड़के थे। हाल ही में वो लोनी शिफ्त हुआ था। इस लिहाज से सैल के अधिकारियों को उस पर ज्यादा शक हो रहा था।
क्या अब गलत सूचना देने वाले इंफोर्मर की क्लास लेगी पुलिस ?
दरअसल, मुखबिर ने पुलिस को बताया कि अंसार दंगों में शामिल रहा है। उसके घर पर बम ऱखा हुआ है। वो कभी कर्दमपुरी रहा करता था। तब भी उसने दंगों में एक्टिव रोल अदा किया था। तो क्या अब उस मुखबिर के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिसने गलत जानकारी पुलिस को दी।
कभी अंसार के बेटे के पास मिला था हथियार
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक, जांच में ये भी बात सामने आई कि अंसार के बेटे के पास उसके दोस्त ने हथियार रख दिया था। ये बात उसके बेटे ने अंसार को बताई थी , लिहाजा उसके बेटे ने अपने दोस्त को हथियार वापस कर दिया था। इस बात पर भी अंसार पर शक हुआ था।
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BOMB PLAN
अब ये जानते है कि असल में अंसार और अलवी के बीच क्या विवाद था। अलवी मिस्त्री था और अंसार जींस बनाने में जो मैटिरियल इस्तेमाल होता है, वो बनाता था। अलवी की बेटी इलाके में कुरान पढ़ाती है। उसके पास कई बच्चे पढ़ने आते है। सूत्र बताते है कि अलवी की बेटी का किसी से अफेयर था, जिसका विरोध अलवी ने किया था। ये भी पता चला है कि जो बच्चियां अलवी की बेटी के यहां पढ़ने आती थी, उनको अलवी की बेटी अपना फोन दे दिया करती थी। इस फोन के जरिए बच्चियां दूसरे लड़कों से बात करती थी। ये बात अब बच्चियों के परिजनों को पता चल गई थी। उन लोगों ने अलवी का और उसकी बेटी का विरोध किया था। अंसार के कानों तक ये बात पहुंची। उसने भी विरोध किया और कहा कि इस मुद्दे पर पंचायत होनी चाहिए। बाद में इस मुद्दे पर पंचायत हुई और अलवी को इसके लिए माफी मांगनी पड़ी। बस यही वजह थी अलवी अंसार के खिलाफ हो गया और बदला लेने का बम प्लान बनाया।
तो इस तरह से स्पेशल सैल के अधिकारियों ने FINE INVESTIGATION करते हुए निर्दोष को बचा लिया।
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