राहुल गांधी को ही नहीं, पटना के धर्मा कुली को भी मिले हैं दो दो बॉडीगार्ड, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
Coolie Dharma Threat Terrorist: पटना के एक कुली हैं धर्मा, उन्हें आतंकियों की तरफ से लगातार धमकियां मिल रही हैं, लिहाजा रेलवे और बिहार सरकार ने उन्हें दो बॉडीगार्ड मुहैया करवाए हैं।
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Coolie Dharma Threat Terrorist: कल से एक खबर सभी की जुबान पर है कि राहुल गांधी कुली बने। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी गुरुवार को दिल्ली के आनंद विहार ISBT का दौरा करने गए थे लेकिन वहां पहुँचकर राहुल गांधी ने सबसे पहले एक कुली का ही रुप धारण कर लिया और बाकायदा कुली का लाल कुर्ता और बाजू पर बैज लगाकर एक अटैची भी उठाई। और राहुल गांधी का ऐसा करते हुए खूब तस्वीरें ली गईं जो सोशल मीडिया पर देखते ही देखते वायरल भी हो गईं। औरउसके बाद से ही कुलियों को लेकर अलग तरह से लोग बात करते सुनाई पड़े।
प्लेटफॉर्म नंबर 10 का कुली
मगर इसी बीच पटना से एक कुली से जुड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई। खुलासा हुआ है कि यहां प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर सामान ढोने वाले कुली को आतंकियों की तरफ से धमकी मिली है। इसी लिए पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दस पर अगर आप सामान ढोने वाले कुली की तलाश करेंगे तो वहां आपको एक धर्मा नाम का कुली दिखेगा जिसके आस पास दो पुलिस वाले भी नज़र आएंगे। ये शायद हिन्दुस्तान का पहला कुली होगा जो बोझ उठाते समय भी अपने बॉडीगार्ड अपने साथ रखता है।
पटना गांधी मैदान से जुड़ा है किस्सा
असल में इस धर्मा कुली को धमकी का किस्सा करीब दस साल पुराना है। दरअसल 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में उस वक्त के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की एक जन सभा में बम ब्लास्ट हुआ था। मगर गांधी मैदान में उस बम ब्लास्ट से पहले एक बम उसी रोज सुबह करीब 9.30 बजे पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 10 में फटा था। उस धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी। और उस घटना के बाद इसी धर्मा कुली ने मौके से भागते हुए एक आतंकी इम्तियाज को दबोच लिया था। हैरानी की बात ये है कि इम्तियाज की कमर पर भी ताकतवर बम बंधा हुआ था। धर्मा ने उस आतंकी को पकड़ने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस उस आतंकी से जिस समय पूछताछ कर रही थी तभी गांधी मैदान में धमाके शुरू हो गए थे।
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कुली धर्मा को एनआईए ने बनाया गवाह
इस घटना के बाद धर्मा कुली एनआईए की ओर से चश्मदीद गवाह बन गया था। और उसकी गवाही के बाद जांच एजेंसियों ने करीब 9 और आतंकियों को दबोचा था। इतना ही नहीं उस पकड़े गए आतंकी इम्तियाज से भी एनआईए ने जमकर पूछताछ की। मगर इस घटना के बाद हुआ ये कि धर्मा कुली को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। तब 2016 में रेलवे की तरफ से जीआरपी के एक जवान को बॉडीगार्ड के रुप में नियुक्त कर दिया गया था। लेकिन इसी साल बिहार की सरकार ने धर्मा को बिहार पुलिस का एक और जवान बॉडीगार्ड के रुप में मुहैया करवाया है। लिहाजा धर्मा के पास दो दो बॉडीगार्ड हैं। खुद धर्मा का कहना है कि उसे दो दो बॉडीगार्ड तो मिल गए हैं लेकिन काम तो काम है। जब हम सामान उठाकर चलते हैं तो ये दोनों आगे पीछे हो जाते हैं।
रहने को घर नहीं
मगर असली दिक्कत ये है कि हमारे पास रहने का बंदोबस्त नहीं है। इस बारे में हमने डीआरएम को भी चिट्ठी लिखी है। क्योंकि अगर रहने की व्यवस्था होती तो इन लोगों को वहीं टिका लेता। फिलहाल तो ये लोग रात में अपने अपने घर चले जाते हैं। लेकिन धर्मा की बॉडीगार्ड के रुप में तैनात जवान अरुण की दलील एकदम अलग है। उसका कहना हैकि थोड़ी शर्म आती है क्योंकि एक कुली का बॉडीगार्ड बनाया गया हूं। लेकिन ड्यूटी है तो करनी तो पड़ेगी।
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पाकिस्तान से आ चुकी है धमकी
धर्मा कुली का कहना है कि उसे अब तक पाकिस्तान से कई फोन आ चुके हैं और 50 लाख रुपये की रकम देने की बात कही है। उन लोगों का यही कहना है कि मैं गवाही न दूं मगर मैंने उनका ये ऑफर ठुकरा दिया है। लेकिन समस्या रहने के ठिकाने पर आकर टिक जाती है। ऐसे में कब तक सुरक्षित रह सकता हूं।
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