संसद सुरक्षा चूकः नीलम की गिरफ्तारी से परिजन भी हैरान, मां ने कहा-नौकरी की हताशा में उठाया कदम
संसद की सुरक्षा में चूक में आरोपी महिला 42 साल की नीलम कौन है.
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Parliament Security Breach : संसद के बाहर विरोध जताते हुए अरेस्ट हुई 42 साल की नीलम हरियाणा के हिसार स्थित रेड स्क्वेयर मार्केट की रहने वाली है. नीलम 25 तारीख को घर छोड़कर जा चुकी थी. बताया जा रहा है कि नीलम पहले दिल्ली में तैयारी कर रही थी. बाद में ती से चार महीने से वो हिसार में आई थी. ये नीलम वही है जिसने संसद में सुरक्षा चूक के बाद गिरफ्तारी के दौरान तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाई थी. आखिर ये नीलम कौन है. आइए जानते हैं.
सिविल सेवा की तैयारी कर रही है, एमफिल के बाद भी नौकरी नहीं मिली
Who is Neelam : PTI की रिपोर्ट के अनुुसार, संसद भवन के बाहर बुधवार को प्रदर्शन के दौरान कनस्तर का इस्तेमाल कर पीला और लाल रंग का धुआं फैलाने वाली महिला के इस कदम से उसके परिजन भी हैरान हैं और उन्होंने कहा कि हो सकता है उसने नौकरी नहीं मिलने की हताशा में यह कदम उठाया हो। पुलिस ने संसद के बाहर प्रदर्शन के दौरान जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान हरियाणा के जींद जिले के घासो खुर्द गांव निवासी नीलम (42) और महाराष्ट्र के लातूर इलाके के अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, दोनों ने संसद भवन के बाहर गैस कनस्तर खोलकर धुआं फैलाने के साथ-साथ ‘ तानाशाही नहीं चलेगी’, ‘भारत माता की जय’ और ‘जय भीम, जय भारत’ जैसे नारे लगाए।
नीलम की मां सरस्वती देवी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि वह (नीलम) सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारियों के सिलसिले में प्रदेश के हिसार में एक 'पेइंगगेस्ट' के तौर पर रह रही थी। उन्होंने कहा कि वह 25 नवंबर को घर से हिसार के लिए निकली थी और उन्हें उसके दिल्ली जाने और प्रदर्शन में शामिल होने का पता मीडिया में आई खबरों से चला। सरस्वती ने कहा,'' मेरी बेटी के साथ आज सुबह बात हुई थी और उसने मुझसे ध्यान से अपने लिये दवा लेने को कहा था। हमें इसकी जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है।'' नीलम की मां ने कहा, '' मुझे नहीं पता कि किस तरह से उसने यह कदम उठाया। हो सकता है कि उसने नौकरी (पाने) के लिए ऐसा किया हो।''
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नीलम के परिजनों का दावा है कि वह परास्नातक, एमफिल और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण है और सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। महिला के परिजनों ने कहा कि कि नीलम बेरोजगारी और छात्राओं के साथ नाइंसाफी जैसे आंदोलनों में सक्रिय रही है और उसने किसान आंदोलन में भी भाग लिया था। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कुम्हार समुदाय से आने वाली नीलम के परिवार में माता-पिता, तीन बहनें और दो भाई हैं। उसके पिता कोहर सिंह उचाना मंडी में हलवाई का काम करते हैं।
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