Parliament Security Breach : आरोपियों ने बनाया था WhatsApp Group
Parliament Security Breach : संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में नया खुलासा हुआ है।
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Parliament Security Breach : संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, संसद में हंगामा करने के लिए आरोपियों ने एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया था। इसमें सिर्फ 7-8 लोग ही जुड़े थे। इस ग्रुप में संसद के अंदर जाने की प्लानिंग शेयर की गई थी। स्पेशल सेल की टीमें इस सोशल मीडिया ग्रुप के सभी नंबरों के संपर्क में है। क्या इस सोशल मीडिया ग्रुप में कुछ बाहरी तत्व भी शामिल हैं, इसका पता लगाया जा रहा है।
उधर, दिल्ली पुलिस अब आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगालने में जुट गई है, जिससे पता चल सके कि आरोपी सोशल मीडिया पर किन-किन लोगों के संपर्क में थे? पुलिस ने मेटा से उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की डिटेल्स मांगी है, इसमें खासतौर से वह पेज है, जो आरोपी ने भगत सिंह फैन क्लब के नाम से बनाया था और बाद में डिलीट कर दिया था।
पुलिस ने मेटा से इनकी डिटेल्स के लिए लेटर लिखा है, वही एक अन्य व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लोकेश झा ने कोलकाता के रहने वाले शख्स को इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर भेजा था, उसको भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
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पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करेगी। अब तक इनको स्पेशल सेल ने अपने अलग-अलग ऑफिस में रखा है, जहां इनसे पूछताछ की जा रही है।
उधर, गृह मंत्रालय ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर जांच के आदेश दिए थे। सीआरपीएफ महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता वाली एक जांच समिति ने तीन मौकों पर क्राइम सीन रिक्रिएट किया। ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस से उनकी संख्या के संबंध में डेटा मांगा।
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इस पूर मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनकी पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी (लोकसभा कक्ष में हंगामा करने वाले), अमोल शिंदे और नीलम देवी (संसद परिसर के बाहर हंगामा करने वाले), ललित झा और महेश कुमावत (मौके से फरार होने वाले) के रूप में हुई है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 120बी, 452, 153, 186, 353 और यूएपीए की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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