संसद की सुरक्षा में चूक का मामला : जांच कर्नाटक से लेकर जालौन तक पहुंची, दो और संदिग्धों के नाम आए सामने!

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Parliament Security Breach
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अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में नया खुलासा हुआ है। संसद भवन मामले में पुलिस की जांच में दो और संदिग्धों के नाम सामने आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम ने कर्नाटक के बागलकोट शहर से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से भी पूछताछ की है ,जो मनोरंजन का दोस्त बताया जा रहा है। इस शख्स का नाम साई कृष्ण बताया जा रहा है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के जालौन के अतुल कुलश्रेष्ठ नाम के शख्स से भी पुलिस ने पूछताछ की है। अतुल कुलश्रेष्ठ 50 साल का है और बेरोजगार है। अब इनका क्या कनेक्शन है, इसकी तहकीकात जारी है?

आरोपियों से की चैट

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जांच में पता चला है कि अतुल कुलश्रेष्ठ उर्फ बच्चा का किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं रहा है, लेकिन छात्र जीवन से ही भगत सिंह का प्रशंसक रहा है। अतुल ने लोगों से फेसबुक पर चैट की थी। जालौन के अतुल कुलश्रेष्ठ ने 13 दिसंबर को संसद में घुसकर स्मोक बम फोड़ने वाले लोगों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया था। वो किसान आंदोलन से भी जउसने किसान आंदोलन में भी सहभागिता की थी। उसका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। 

जांच में ये भी बात सामने आई है कि आरोपियों ने एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया था। इसमें सिर्फ 7-8 लोग ही जुड़े थे। इस ग्रुप में संसद के अंदर जाने की प्लानिंग शेयर की गई थी। स्पेशल सेल की टीमें इस सोशल मीडिया ग्रुप के सभी नंबरों के संपर्क में है। क्या इस सोशल मीडिया ग्रुप में कुछ बाहरी तत्व भी शामिल हैं, इसका पता लगाया जा रहा है।

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उधर, दिल्ली पुलिस अब आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगालने में जुट गई है, जिससे पता चल सके कि आरोपी सोशल मीडिया पर किन-किन लोगों के संपर्क में थे? पुलिस ने मेटा से उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की डिटेल्स मांगी है,  इसमें खासतौर से वह पेज है, जो आरोपी ने भगत सिंह फैन क्लब के नाम से बनाया था और बाद में डिलीट कर दिया था।

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पुलिस ने मेटा से इनकी डिटेल्स के लिए लेटर लिखा है, वही एक अन्य व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लोकेश झा ने कोलकाता के रहने वाले शख्स को इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर भेजा था, उसको भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करेगी। अब तक इनको स्पेशल सेल ने अपने अलग-अलग ऑफिस में रखा है, जहां इनसे पूछताछ की जा रही है।

उधर, गृह मंत्रालय ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर जांच के आदेश दिए थे। सीआरपीएफ महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता वाली एक जांच समिति ने तीन मौकों पर क्राइम सीन रिक्रिएट किया। ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस से उनकी संख्या के संबंध में डेटा मांगा।

इस पूर मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनकी पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी (लोकसभा कक्ष में हंगामा करने वाले), अमोल शिंदे और नीलम देवी (संसद परिसर के बाहर हंगामा करने वाले), ललित झा और महेश कुमावत (मौके से फरार होने वाले) के रूप में हुई है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 120बी, 452, 153, 186, 353 और यूएपीए की धाराओं के  तहत मामला दर्ज किया गया है।

 

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