ईरान ने 'मोसाद' का हेडक्वार्टर उड़ाया, पाकिस्तान के पाले आतंकी बन गए उसकी मुसीबत
Reallty of Iranian Air Srike: ईरान ने जो एयर स्ट्राइक की उसका सच सामने आ गया, इस बीच ये बात साफ हुई कि ईरान ने इराक में मोसाद का एक हेडक्वार्टर भी बम से उड़ा दिया।
ADVERTISEMENT
Iranian Air Srike: पाकिस्तान की फितरत है वो हरदम आतंकियों के साथ हमदर्दी दिखाता रहता है। लेकिन बीती रात उसके लिए ये हमदर्दी जरा भारी पड़ गई और दुनिया भर में उसकी नाक एक बार फिर बुरी तरह से कट गई। यानी पाकिस्तान की एक बार फिर इंटरनेशनल लेवल की बेइज्जती हुई है। और इस बार उसकी बेइज्जती की है उसके सबसे अजीज पड़ोसी ईरान ने। क्योंकि ईरान ने बीती रात पाकिस्तान में घुसकर उन आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी जो ईरान के लिए सिरदर्द बने हुए थे। ईरान ने अपनी बैलेस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया।
ईरान का ताबड़तोड़ एक्शन
'आतंकवादियों' के खिलाफ ईरान के इस ताबड़तोड़ एक्शन की दुनियाभर में चर्चा हो रही है। दुनिया को डर भी सता रहा है कि कहीं ये मामला ज़्यादा पेंचीदा न हो जाए और बात जरूरत से ज़्यादा आगे निकल जाए। असल में इस बात की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि ईरान ने एक रोज पहले ही इराक और सीरिया में घुसकर मिसाइलें दागीं और फिर अगले ही रोज उसने पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक करके आतंकियों के ठिकानों को तबाह और बर्बाद कर दिया।
ईरान ने इरादे जाहिर कर दिए थे
दावा किया जा रहा है कि आतंकी संगठन पाकिस्तान से संचालित हो रहा था और ईरान की शांति में बड़ी बाधा बनता जा रहा था। असल में जिस आतंकी संगठन पर ईरान ने एयरस्ट्राइक की उसका नाम जैश अल अदल बताया जा रहा है। ईरान के दावे पर गौर करें तो उसने जैश अल अदल के दो ठिकानों पर हमले किए। बेशक ईरान पर आतंकी संगठन पर हमले करने के आरोप हैं...लेकिन ईरान ने मंगलवार रात ही पाकिस्तान के सामने अपने इरादे जाहिर कर दिए थे जब उसने सीरिया और इराक पर मिसाइलें दागी थी।
ADVERTISEMENT
इराक में मोसाद का हेडक्वार्टर उड़ाया
दावा किया जा रहा है कि उत्तरी इराक में ईरान ने अपनी मिसाइलों से इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर को बम से उड़ाया है। जबकि इलबिल शहर में उसने बेलेस्टिक मिसाइलें छोड़ी। उधर सीरिया में सक्रिय ईरान विरोधी गुट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ईरान ने अपनी मिसाइलों से हमला किया था।
जैश अल अदल के दो ठिकानों पर हमला
ईरान का दावा है कि जिन ठिकानों पर बैठकर ईरान के खिलाफ जासूसी मिशन चलाए जा रहे थे और ईरान के खिलाफ रणनीतियां बनाई जा रही थीं उन्हीं को हमने निशाना बनाया है। इसके बाद ईरान ने पाकिस्तान के उन आतंकी संगठनों के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से निशाना साधा जहां से ईरान के भीतर घुसकर आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिश की जा रही थी और वो भी लगातार। खुलासा यही हुआ है कि बलूचिस्तान प्रांत की कूह सब्ज नाम के इलाके में ईरान ने जैश अल अदल के दो ठिकानों पर हमला किया।
ADVERTISEMENT
आतंकी संगठन तेहरान विरोधी
ईरान का दावा है कि ये आतंकी संगठन तेहरान विरोधी है। बलूचिस्तान के सरहदी इलाके में ईरानी सुरक्षा बल और सुन्नी आतंकवादियों के साथ-साथ ड्रग तस्करों के बीच संघर्ष का लंबा सिलसिला रहा है। इस हमले के बाद खुद पाकिस्तान ने कबूल किया कि उसके इलाके में ईरान ने सर्जिकल स्ट्राइक की है और उसके बाद से ही पूरी दुनिया में ईरान की इस कार्रवाई की चर्चा हो रही है।
ADVERTISEMENT
पाकिस्तान भड़का
पाकिस्तान का कहना है कि बगैर उकसावे के ईरान की तरफ से हमारे हवाई इलाके में घुसकर एक तरह से सुरक्षा उल्लंघन किया है। ईरान ने पाकिस्तान पर करीब करीब ठीक वैसे ही हमला किया जैसे भारत ने उरी हमले के बाद किया था और साल 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान के एबटाबाद में घुसकर अलकायदा के सरगना ओसामा-बिन-लादेन को ढेर किया था।
आस्तीन के आतंकी बने मुसीबत
जैश अल-अदल एक पाकिस्तानी सुन्नी आतंकी संगठन बताया जा रहा है। ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान के खिलाफ आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगा है। उसकी सरजमीं पर आतंकी संगठन पाकिस्तान की सरकार की देख रेख में फलते फूलते रहे हैं। भारत भी कई बार आतंकवाद के मामले में पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब कर चुका है। लेकिन अगर ईरान की कार्रवाई को गौर से देखा जाए तो पाकिस्तान की आस्तीन में पल रहे ये आतंकी संगठन हर बार की तरह उसके लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं। और इस बार भी उसका नया सिरदर्द बन गए हैं।
पाकिस्तानी मीडिया की दलील
उधर पाकिस्तान में मीडिया इस हमले को शिया-सुन्नी विवाद से जोड़कर देख रहे हैं। ये बात कई दफा खुलकर सामने आ चुकी है कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में आतंकियों के ठिकाने हैं। इसके अलावा पंजाब और सिंध में भी आतंकियों के अड्डे मौजूद हैं। और ये बात सारी दुनिया जानती है।
ADVERTISEMENT