लश्कर के आतंकी साजिद मीर को बचाने की पाकिस्तानी चाल, जेल में जहर देने की उड़ाई खबर

ADVERTISEMENT

मुंबई हमले का आरोपी मोस्टवांटेड लश्कर का आतंकी साजिद मीर को पाकिस्तान के जेल में जहर देने की बात
मुंबई हमले का आरोपी मोस्टवांटेड लश्कर का आतंकी साजिद मीर को पाकिस्तान के जेल में जहर देने की बात
social share
google news

Lashkar Terrorist Sajid Mir : 26/11 के मुंबई हमले की प्लानिंग में शामिल लश्कर ए तोएबा का मोस्टवॉन्टेड आतंकी साजिद मीर का भूत एक बार फिर पाकिस्तान के चेहरे से नकाब नोंचने के लिए सामने आ गया है। खबर पाकिस्तान के डेरा गाजी खान जेल से सामने आई। दावा किया गया है कि लश्कर के आतंकी साजिद मीर को जेल में जहर दे दिया गया। लेकिन ये भी खबर साथ ही साथ चली आई कि साजिद मीर मरा नहीं है बल्कि उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। और उसका वहां इलाज किया जा रहा है। सवाल उठता है कि पाकिस्तान इसे छुपा क्यों रहा था और इसे जेल में क्यों रखा था। तो उसका खुलासा ये है कि साजिद मीर को पाकिस्तान ने टेरर फंडिंग का इल्जाम लगाकर आठ साल की कैद और सवा चार लाख रुपये का इल्जाम लगाकर जेल में डाल दिया गया था। 

लश्कर का आतंकी साजिद मीर को फिर से बचाने की पाकिस्तानी साजिश

खुफिया तरीके से किया था गिरफ्तार

खुलासा है कि लश्कर के आतंकी साजिद मीर को पिछले साल अप्रैल के महीने में ही बड़े खुफिया तरीके से पाकिस्तान में पुलिस ने गिरफ्तार किया और फिर उसे जून 2022 में FATF की इंटरनेशनल संगठन की बैठक से पहले ही टेरर फंडिंग का इल्जाम लगाकर उसे जेल में डाल दिया। असल में साजिद मीर को अमेरिका ने भी एक वॉन्टेड आतंकी घोषित कर रखा था और एफबीआई ने उसके सिर पर 41.69 करोड़ रुपये का इनाम रखा था। 

साजिद मीर ने कराई थी प्लास्टिक सर्जरी

अमेरिकी जांच एजेंसी FBI में 26/11 के मुंबई हमले के लिए साजिद मीर को आरोपी माना था। लेकिन एफबीआई की जांच में ये बात निकलकर सामने आ गई थी कि साजिद मीर ने मुंबई हमले के बाद खुद को जमाने से छुपाने के लिए अपने चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी करवा ली थी। एजेंसी का दावा है कि एक वक्त ऐसा था जब साजिद मीर लश्कर के लिए आतंकियों की भर्ती का काम संभालता था। इसके अलावा अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का भी हेंडलर था। 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

जेल में जहर की खबर पर शक 

अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के दस्तावेजों के मुताबिक मुंबई हमला करने वाले आतंकियों में से अबू कहाफा और मजहर इकबाल के सीधे संपर्क में साजिद मीर ही था। पाकिस्तान की जेल में साजिद मीर को जहर दिए जाने के बारे में मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये खबर झूठी भी हो सकती है। 

लश्कर के आतंकी साजिद मीर ने मुंबई हमले के बाद प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी

साजिद मीर को बचाने की चाल तो नहीं

खुलासा यही है कि लश्कर के इस आतंकी के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव पाकिस्तान पर लगातार बन रहा था। जबकि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI उसे लगातार बचाने की मुहिम में लगी हुई थी। ऐसे में इस खबर को उड़ाना खुफिया एजेंसी की कोई चाल भी हो सकती है। ताकि साजिद मीर को मरा जानकर अमेरिकी की जांच एजेंसी ठंडी पड़ जाए। सामने आई खबरों में ये भी कहा जा रहा है कि अमेरिका की नजरों से बचाने के लिए साजिद मीर की मौत की खबर को उड़ाकर एक तरह से खुफिया एजेंसी ने साजिश रची है। ताकि अमेरिका में उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई को रोका जा सके। 

ADVERTISEMENT

डेविड हेडली का भी सहयोगी था साजिद मीर

अमेरिकी जांच एजेंसी का खुलासा है कि साजिद मीर ही डेविड कोलमेन हेडली को दुनिया की नज़र से बचाने के लिए हथकंडे अपनाता रहता था। खुलासा यही है कि डेविड कोलमैन को दाऊद गिलानी से डेविड नाम रखने की सलाह साजिद मीर ने ही दी थी। और बाद में डेविड इसी नाम के जरिए अमेरिका से सीधे भारत की यात्रा पर जा सका था। 

ADVERTISEMENT

हेडली को दी थी नाम बदलने की सलाह

एफबीआई की जांच में ये बात भी सामने आई है कि साजिद मीर ने ही हेडली को सलाह दी थी कि वो मुंबई में एक एमिग्रेशन ऑफिस खोले। इसके लिए डेविड को देने के लिए 25 हजार डॉलर का इंतजाम भी साजिद मीर ने ही किया था। साजिद मीर दरअसल लश्कर ए तोएबा के लिए साल 2001 से सक्रिय था। और जांच एजेंसी की तफ्तीश में ये बात निकलकर सामने आई है कि साजिद मीर ने लश्कर के साथ मिलकर कई आतंकी हमलों की साजिश रची थी और उन्हें अंजाम तक भी पहुँचाया था। 21 अप्रैल 2011 को साजिद मीर पर यूनाइटेड स्टेटस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने चार्ज लगाए थे। आरोप लगाए गए थे कि उसने विदेशी सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुँचाने की साजिश रची थी। इतना ही नहीं उसके खिलाफ आतंकियों को मदद देने के अलावा एक अमेरिकी नागरिक की हत्या करवाने और सार्वजनिक जगहों पर बमों के धमाके कराने का भी इल्जाम लगाया गया था। 

चीन ने लगाया अड़ंगा

हालांकि पाकिस्तान के पुराने रहनुमा चीन ने इस आतंकी को बचाने में भी अपनी पुरानी आदत दिखाई थी। साजिद मीर के खिलाफ अमेरिका ने अप्रैल 2011 में अरेस्ट वॉरंट जारी किया । और भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान दुनिया के सामने मुंबई में हुए हमले के दौरान पाकिस्तान आतंकी साजिद मीर का ऑडियो प्ले किया था। उस ऑडियो में आतंकी साजिद मीर फोन पर चबाड़ हाउस में मौजूद आतंकियों को हमले के लिए निर्देश देता सुनाई दे रहा था। 

UNSC में प्रस्ताव हुआ ब्लॉक

इसके बाद साजिद मीर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किए जाने की जब कार्रवाई हुई तो उस प्रस्ताव को चीन ने अपने वीटो से रोक दिया था। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति की बैठक में प्रस्ताव पेश किया था और भारत इसका सह प्रस्तावक भी बना था। इतना ही नहीं पिछले साल भी साजिद मीर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित करने का जब प्रस्ताव एक बार फिर लाया गया तो चीन ने उस वक़्त भी अड़ंगा लगा दिया था और प्रस्ताव को ब्लॉक कर दिया। 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT