इमरान खान को अब इस केस में मिली है दस साल की जेल, चुनाव लड़ने का सपना टूटा, चुनाव चिन्ह भी छिन गया
Imran Khan Cipher Case: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को स्पेशल कोर्ट ने cipher case में दस साल की जेल की सजा सुनाई है।
ADVERTISEMENT
Jail To Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान को एक बार फिर जेल की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान की प्रमुख सियासी पार्टी पीटीआई के चीफ इमरान खान को सिफर मामले में कोर्ट ने दस साल की जेल की सजा सुनाई है। इमरान खान के साथ साथ कोर्ट ने उनके सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी दस साल की सजा सुनाई है।
चुनाव का रास्ता हुआ बंद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस वक्त रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं और उन्हें वहीं इस मामले में फैसला सुनाया गया है। माना जा रहा है कि स्पेशल कोर्ट का ये फैसला इमरान खान के लिए झटका माना जा रहा है। असल में पाकिस्तान में होने वाले चुनावों में इमरान खान भी हिस्सा लेना चाहते थे। लेकिन कोर्ट के इस फैसले के बाद अब उनका चुनाव लड़ने का सपना टूट गया है। क्योंकि 10 साल की सजा के बाद चुनाव लड़ने का रास्ता बंद हो गया है।
छिन गया चुनाव चिन्ह
हालांकि इमरान खान के पास अभी ऊपरी अदालत में जाकर अपील करने के रास्ते खुले हुए हैं। मगर जिस तरह से पाकिस्तान आर्मी के साथ इमरान खान के 36 आंकड़े हैं उसे देखते हुए उन्हें राहत मिलेगी ऐसी उम्मीद कोई नहीं कर पा रहा है। ये बात गौर तलब है कि इमरान खान से उनका चुनाव चिन्ह बिल्ला भी पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने वापस ले लिया है।
ADVERTISEMENT
क्या है Cipher Case?
सवाल उठता है कि आखिर ये सिफर केस क्या है? असल में इमरान खान औरशाह महमूद कुरैशी के खिलाफ CIPHER का ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इमरान खान पर बेहद गुप्त जानकारियों को निजी इस्तेमाल करने का संगीन आरोप लगा था। कहा तो यही जा रहा है कि सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान ने आरोप लगाया था कि उन्हें सत्ता से हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ है। इस सिलसिले में इमरान खान ने कहा कि वाशिंगटन में मौजूद पाकिस्तान के दूतावास की तरफ से एक केबल भेजा गया था। इल्जाम यही है कि इमरान खान ने अपने सियासी फायदे की खातिर इस विवादित राजनयिक बातचीत को सार्वजनिक कर दिया थे, इसे ही CIPHER कहा जाता है।
पाकिस्तान लौट आए नवाज शरीफ
ये बात गौरतलब है कि पाकिस्तान में आने वाली 8 फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं। चुनव से पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी पाकिस्तान लौट आए हैं। नवाज शरीफ ने 2019 में ही पाकिस्तान छोड़ दिया था और लंदन जाकर रहने लगे थे। कुछ वक्त पहले ही एक हाईकोर्ट ने नवाज शरीफ को जमानत पर छूट दी थी जिसके बाद ही वो वतन वापसी कर सके।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT