पाकिस्तान में अंधे क़ानून की नाइंसाफी, ईश निंदा के झूठे इल्ज़ाम में हिंदू टीचर को उम्रक़ैद की सज़ा

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पाकिस्तान में अंधे क़ानून की नाइंसाफी, ईश निंदा के झूठे इल्ज़ाम में हिंदू टीचर को उम्रक़ैद की सज़ा
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अंधेर नगरी चौपट राजा

WORLD CRIME NEWS: पाकिस्तान के बारे में यूं ही नहीं कहा जाता अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा। क्योंकि वहां क़ानून भी कट्टरपंथियों के पंजे में गिरफ़्त है तभी तो पाकिस्तान में ईश निंदा के झूठे इल्ज़ाम में गिरफ़्तार एक हिन्दू टीचर को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई गई है। पाकिस्तान के सिंध प्रॉविंस की एक अदालत ने हिन्दू टीचर को उसकी तमाम दलीलों को ठुकराते हुए उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई।

जिस हिन्दू टीचर को पाकिस्तान की अदालत ने उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई है उनकी पहचान नोटन लाल के तौर पर की गई है। नोटन लाल को साल 2019 के सितंबर महीने में उस वक़्त गिरफ़्तार किया गया था जब एक इंटरमीडिएट के छात्र ने ये इल्ज़ाम लगाया था कि नोटन लाल ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में अनाप शनाप बोला और उनका अपमान किया।

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झूठे इल्ज़ाम में हिन्दू टीचर को उम्र क़ैद की सज़ा

NEWS PAKISTAN: जिस छात्र ने नोटन लाल पर इल्ज़ाम लगाया था उसका नाम मोहम्मद एहतिशाम है। और उसने बाद में ये मान भी लिया था कि उसने नोटन लाल पर झूठा इल्ज़ाम लगाया था। मगर न तो नोटन लाल की कोई दलील सुनी गई और न ही मोहम्मद एहतिशाम के उस कुबूलनामे को माना गया जिसमें झूठे इल्ज़ाम की बात कही गई थी।

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इससे पहले सिंध में ही एडिश्नल सेशन जज मुर्तज़ा सोलांगी ने घोटकी की एक अदालत में नोटन लाल पर 50 हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके बाद नोटन लाल को जेल भेज दिया गया था। इसके बाद नोटन लाल ने दो बार ज़मानत की याचिका दाखिल की थी लेकिन कोर्ट ने हर बार उसकी याचिका नामंजूर कर दी।

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कंटरपंथियों के दबाव में अदालतें

LATEST NEWS PAKISTAN: बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में कट्टरपंथियों के दबाव में आकर अदालत ने नोटन लाल को ये सज़ा सुनाई है। सबसे हैरानी की बात ये है कि नोटन लाल की उस घटना के सामने आने के बाद घोटकी में हिन्दुओं के ख़िलाफ़ दंगा भी हुआ था।

कहते हैं कि उस दंगे को मियां मिट्ठू ने भड़काया था। ये वही मिट्ठू मियां हैं जिन पर दर्जनों हिंदू और सिख लड़कियों को अगवा करके उन्हें जबरन मुसलमान बनाने का आरोप लगता रहा है।

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