नूंह हिंसा: रोहिंग्या निशाने पर, हिंसा में शामिल होने के सबूत मिले!
Nuh Violence Rohingya Refugees Action: क्या नूंह हिंसा में रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों का हाथ था? जांच इस तरफ इशारा कर रही है।
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अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Nuh Violence Rohingya Refugees Action: क्या नूंह हिंसा में रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों का हाथ था? जांच इस तरफ इशारा कर रही है। पुलिस ने एक्शन लेना भी शुरू कर दिया है। पुलिस ने तावडू रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया है। इन रोहिंग्याओं ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ था।
5 जिलों में 93 FIR दर्ज की गई हैं। 176 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अकेले नूंह में 46 FIR दर्ज हुई हैं। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया की हिंसा करने के बाद कई आरोपी मेवात की पहाड़ियों में, राजस्थान के जयपुर-उदयपुर , उत्तर प्रदेश के मेरठ-आगरा-अलीगढ़ में जाकर छिप गए हैं।
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इस मामले में कुल 6 लोगों की मौत हुई थी। 19 आरोपियों में से 14 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है।
नूंह समेत राज्य के कुछ हिस्सो में इंटरनेट और SMS सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित थीं, लेकिन गुरुवार दोपहर एक बजे से तीन घंटे के लिए ये सेवाएं बहाल कर दी गई।
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फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम के सोहना, पटौदी और मानेसर के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सेवाएं बंद कर दी गईं थीं।
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