बेल मिलने के बाद भी मोनू मानेसर रहेगा जेल में, नूंह हिंसा मामले में मिली जमानत

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बेल मिलने के बाद भी मोनू मानेसर रहेगा जेल में, नूंह हिंसा मामले में मिली जमानत
जमानत के बाद भी जेल में ही रहेगा मोनू मानेसर
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 Monu Manesar Bail: नूंह हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए मोनू मानेसर को आखिरकार सोमवार को नूंह कोर्ट ने जमानत दे दी। एक हफ्ते पहले मोनू मानेसर के लिए नूंह कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई थी। चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अमित वर्मा की अदालत में उसकी याचिका पर सुनवाई हुई। मोनू मानेसर के वकील एल एन पाराशर, सोमदत्त शर्मा और कुलभूषण भारद्वाज ने दलील पेश की। करीब 15 मिनट तक चली बहस के दौरान अदालत ने सोमवार को दोपहर 3.30 बजे फैसला सुनाया। अदालत ने मोनू मानेसर के लिए पेश किए गए तमाम सबूत और दलीलों को सुनने के बाद मोनू को जमानत दे दी। 

नूंह हिंसा मामले में अदालत ने मोनू मानेसर को दी जमानत

भड़काऊ भाषण देने का लगा था इल्जाम

असल में 28 अगस्त को नूंह में दोबारा शोभा यात्रा निकालने के सिलसिले में मोनू मानेसर को सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण देने के लिए ही गिरफ्तार किया गया था। असल में मोनू मानेसर ने अपने भाषण में यात्रा के दौरान खतरनाक नतीजे को लेकर आशंका जाहिर की थी, जिसको लेकर दूसरे पक्ष को आपत्ति हुई थी और पुलिस ने उसी आपत्ति के बाद मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया था। 

12 सितंबर को हुआ था गिरफ्तार

पुलिस ने 12 सितंबर को मोनू मानेसर को सेक्टर 1 से गिरफ्तार किया था। इसके बाद मोनू मानेसर को पुलिस ने राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया था क्योंकि उसके खिलाप नासिर और जुनैद की हत्या के मामले में राजस्थान पुलिस ने प्रॉडक्शन वारंट की अर्जी लगाई थी। राजस्थान की जेल में बंद होने के बाद मोनू को राजस्थान की पुलिस प्रॉडक्शन वारंट पर लेकर नूंह आई थी। हत्या के प्रयास के मामले में पटौदी पुलिस ने मोनू मानेसर को अदालत में पेश किया था। और यहीं से उसे अदालत ने भोंडसी जेल भेज दिया था। 

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अदालत ने माना मोनू के भाषण से किसी की भावना आहत नहीं हुई

नासिर और जुनैद की हत्याकांड का मुकदमा

बेशक मोनू मानेसर को जमानत मिल गई लेकिन उसके खिलाफ अभी भी नासिर और जुनैद की हत्याकांड का मुकदमा चल रहा है लिहाजा मोनू मानेसर अभी भी जेल में ही रहेगा। हालांकि मोनू के खिलाफ फायरिंग करने का इल्जाम है। इसके अलावा नूंह में 31 जुलाई को बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। ये हिंसा ब्रजमंडल यात्रा निकाले जाने के दौरान हुई थी। जिसमें दो समुदाय आमने सामने आ गए थे। और इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। 

जेल में ही रहेगा मोनू मानेसर

पुलिस ने बताया कि पटौदी में उस पर गोली चलाने का भी इल्जाम है। जबकि उसके खिलाफ पटौदी में ही एक हत्या की कोशिश का भी मामला चल रहा है। लेकिन नूंह में दर्द 37 नंबर मुकदमे में जमानत मिली है। कोर्ट ने माना है कि सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर की कही बातों से किसी की भी कोई भावना आहत नहीं हुई थी लिहाजा इस मामले में उसे जमानत दे दी गई। लेकिन उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा अब भी चल रहा है। लिहाजा नासिर और जुनैद की हत्या के मामले की वजह से मोनू मानेसर अब भी जेल में ही रहेगा। 

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