नोएडा कमिश्नर IPS लक्ष्मी सिंह का हंटर चला, DCP हटे, SHO निलंबित, दरोगा बर्खास्त, Noida Police में हड़कंप
NOIDA CP LAXMI SINGH ACTION ON CORRUPT OFFICERS: एक कैब चालक से पैसे लेना और उसे प्रताड़ित करने को लेकर गौतमबुद्ध नगर जिले की कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का हंटर चला है। तेज तर्रार IPS अफसर लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में इलाके के डीसीपी को ही हटा दिया है।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
नोएडा की CP IPS अधिकारी लक्ष्मी सिंह का एक्शन
डीसीपी, एसएचओ समेत कई अधिकारियों को हटाया
कैब चालक से पैसे छीनने का मामला
अरुण त्यागी के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
महिला IPS ने महिला IPS को हटा दिया!
GREATER NOIDA, UP: एक कैब ड्राइवर से पैसे लेने और उसे प्रताड़ित करने को लेकर गौतमबुद्ध नगर जिले की सीपी लक्ष्मी सिंह का हंटर चला है। तेज तर्रार IPS अफसर लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में इलाके के डीसीपी को ही हटा दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने दोषी पुलिसवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भिजवा दिया है। साथ-साथ कई पुलिसवालों को निलंबित कर दिया है। जबकि एक ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को बर्खास्त भी कर दिया है। इस मामले में शामिल कुछ आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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क्या आरोप है पुलिसवालों पर?
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के थाना बिसरख क्षेत्र में एक कैब ड्राइवर से पैसा वसूली करने वाले ट्रेनी सब इंस्पेक्टर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना में इस्तेमाल की गई दोनों गाड़ियों को जब्त कर लिया गया है। घटना की जानकारी होने के बाद भी 2 दिन तक घटना को छुपाने व वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी न देने को लेकर डीसीपी सेंट्रल को पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही बिसरख थाना प्रभारी व गौर सिटी के चौकी प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया है।
सब इंस्पेक्टर ने छीने थे कैब चालक से पैसे
बागपत के बड़ौत निवासी कैब चालक राकेश तोमर ने पुलिस आयुक्त को लिखित शिकायत दी थी। इसमें बताया था कि वह 2 अगस्त की रात करीब 1 बजे दिल्ली के पंचशील विहार से महिला सवारी को छोड़ने 11 एवेन्यू स्थित गौर सिटी आया था। आरोप है कि दो कारों में सवार पांच लोग उसके पास आए और उन्होंने उसे कार से नीचे उतरकर उसके साथ अभद्रता की। उनमें से एक पुलिस की वर्दी में था। वह लोग उन्हें और महिला सवारी को अपनी गाड़ी में बैठकर एक सुनसान स्थान पर ले गए, जहां उसके साथ मारपीट कर उससे 7000 रुपये छीन लिए। जब कैब ड्राइवर ने बताया कि उसके पास खर्चे के लिए बिलकुल पैसे नहीं हैं तो आरोपियों ने उसे 500 रुपये देकर वहां से भगा दिया था। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस कंट्रोल रूम में इसकी शिकायत की।
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पुलिस ने समझौता करने का दबाव बनाया
घटना के बाद मौके पर पहुंचे गौर सिटी चौकी इंचार्ज ने समझौते का दबाव बनाया। वहां पर जाकर पता चला की वर्दी पहने पुलिसकर्मी गौर सिटी एक पर तैनात दरोगा है और उसके साथ अन्य अज्ञात व्यक्ति हैं। जब पीड़ित ने पुलिस चौकी पहुंच कर लिखित शिकायत दी तो चौकी प्रभारी ने उस आरोपी ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को बुलाकर उसकी पहचान कराई लेकिन उसका नाम नहीं बताया। इसके बाद ₹7000 वापस कर समझौता करने को कहा लेकिन पीड़ित ऐसा करने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से मामले की शिकायत की।
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सीपी ने कराई एसीपी से जांच
कैब चालक की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस मामले की जांच एसीपी दो बिसरख को सौपी। एसीपी दो बिसरख द्वारा जांच के दौरान पीड़ित से संपर्क किया गया जिसके बाद तथ्य सही पाए जाने पर थाना बिसरख पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उसके बाद ट्रेनी दरोगा अमित मिश्रा और उसके दो साथियों अभिनव और आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना में इस्तेमाल की गई दो गाड़ियां स्कॉर्पियो और हुंडई वेन्यू को सीज कर लिया गया है। गिरफ्तार ट्रेनी दरोगा अमित मिश्रा को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की दंड एवं अपील नियमावली 1991 के नियम 8(2)(बी) के तहत सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
डीसीपी सुनीति को हटाया
इस घटना को दो दिनों तक दबाए रखने और कोई कार्रवाई न करने को लेकर नोएडा सेंट्रल डीसीपी सुनीति को पद से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर शक्ति मोहन अवस्थी को डीसीपी सेंट्रल नोएडा के रूप में तैनात किया गया है। इसके अलावा थाना प्रभारी बिसरख, चौकी प्रभारी गौर सिटी एक सब इंस्पेक्टर रमेश चंद्र और मोहित को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद नोएडा सेंट्रल के कई थाना प्रभारी में भी फेरबदल किया गया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार को सूरजपुर थाना प्रभारी से बिसरख थाने का इंचार्ज बनाया गया है। वही इंस्पेक्टर विनोद कुमार थाना प्रभारी ईकोटेक थर्ड को थाना प्रभारी सूरजपुर का इंचार्ज बनाया गया है, जबकि इंस्पेक्टर अनिल पांडे को पुलिस लाइन से ईकोटेक थर्ड का इंचार्ज बनाया गया है।
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