WFI: 3 दिन पहले बना कुश्ती संघ सस्पेंड, खेल मंत्रालय ने किया क्लीन बोल्ड, साक्षी मलिक संन्यास पर करेंगी दोबारा विचार

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नवनियुक्त कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह के साथ सांसद बृजभूषण सिंह (फाइल फोटो)
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राहुल रावत के साथ विक्रांत गुप्ता की रिपोर्ट

WFI Suspended :  भारतीय कुश्ती महासंघ ( WFI) की नई संस्था को खेल मंत्रालय ने रविवार 24 दिसंबर को निलंबित कर दिया. 3 दिन पहले यानी 21 दिसंबर को ही WFI के चुनाव हुए थे. इसमें बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह नए अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. इस चुनाव में पहलवान अनीता श्योराण हार गईं थीं. इस चुनाव के परिणा आते ही रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था. जबकि पहलवान बजरंग पुनिया ने भी पद्मश्री लौटा दिया था. गूंगे पहलवान ने पद्मश्री लौटाने का भी ऐलान किया था. इस तरह चौतरफा विरोध के बाद आखिरकार खेल मंत्रालय को कड़ा कदम उठाना पड़ा. बता दें कि इस भारतीय कुश्ती महासंघ को लेकर पिछले 11 महीने से विवाद चल रहा था. अब खेल मंत्रालय के इस फैसले पर साक्षी मलिक की मां कृष्णा मलिक ने खुशी जताई है.  उन्होंने कहा- मेरी बेटी कुश्ती से संन्यास लेने के अपने फैसले पर दोबारा विचार करेगी.

नवनियुक्त कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह के साथ सांसद बृजभूषण सिंह (फाइल फोटो)

क्या एक्शन लिया है खेल मंत्रालय ने

Sports Ministry : खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को रद्द करते हुए संजय सिंह के सभी फैसलों पर भी रोक लगा दी है. खेल मंत्रालय ने अगले आदेश तक किसी भी तरह की गतिविधि पर रोक लगा दी है. WFI को लेकर दिए गए निर्देश में कहा गया है कि ऐसा लग रहा है मानो पुराने पदाधिकारी ही सारे फैसले ले रहे हैं.
खेल मंत्रालय ने अपने निर्देश में कहा है, "डब्ल्यूएफआई की नवनिर्वाचित कार्यकारी संस्था द्वारा लिए गए फैसले पूरी तरह से नियमों के खिलाफ हैं और डब्ल्यूएफआई और राष्ट्रीय खेल विकास संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन हैं। ये फैसले मनमानेपन को दर्शाते हैं।" नया अध्यक्ष, जो सिद्धांतों के खिलाफ है और पारदर्शिता से रहित है। निष्पक्ष खेल, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए नियमों का पालन महत्वपूर्ण है। एथलीटों, हितधारकों और जनता के बीच विश्वास बनाना महत्वपूर्ण है।"

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साक्षी ने लिया था संन्यास, बजरंग पुनिया ने लौटाए थे मेडल

विनेश फोगाट ने कहा, ये अच्छी खबर है

sports ministry suspends new WFI : विनेश फोगाट ने आजतक से बात करते हुए कहा, ''यह अच्छी खबर है. हम चाहेंगे कि इस पोस्ट पर कोई महिला आए ताकि ये संदेश जाए कि महिलाओं को आगे बढ़ना चाहिए. एक अच्छा आदमी आना चाहिए।” खेल मंत्रालय की कार्रवाई पर बजरंग पुनिया ने आजतक से बात करते हुए कहा कि मुझे अभी इसकी जानकारी नहीं है. अगर ये फैसला लिया गया है तो बिल्कुल सही लिया गया है. जो हमारी बहन बेटियों के साथ हो रहा है. ऐसे लोगों को सभी महासंघों से बाहर कर देना चाहिए. आपको बता दें कि धोबी पछाड़ कुश्ती की एक चाल है जिसमें पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी को अपनी कमर पर रखकर उसे पूरी तरह से गिरा देता है। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ से जुड़े तमाम विवादों को शांत करने के लिए ऐसा ही कदम उठाया है.

हाल ही में रेसलिंग एसोसिएशन ने जूनियर नेशनल चैंपियनशिप की घोषणा की थी, जिसमें यह टूर्नामेंट 28 दिसंबर से यूपी के गोंडा में शुरू होना था। इसे लेकर कुश्ती छोड़ चुकीं साक्षी मलिक ने सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा, 'मैंने कुश्ती छोड़ दी है लेकिन मैं कल रात से चिंतित हूं। मुझे उन जूनियर महिला पहलवानों का क्या करना चाहिए जो मुझे फोन करके बता रही हैं कि जूनियर नेशनल 28 तारीख से होने जा रहे हैं और नए कुश्ती संघ ने उन्हें नंदनी नगर, गोंडा में आयोजित कराया है? "फैसला हो चुका है।" साक्षी मलिक ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ''गोंडा बृजभूषण का क्षेत्र है. अब सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान वहां किस माहौल में कुश्ती लड़ने जाएंगी. क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं और नेशनल कराने की जगह नहीं है? समझिए.'' " मुझे नहीं पता क्या करना है।

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