नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर करंट लगने से हुई महिला की मौत का जिम्मेदार कौन?
New Delhi Railway Station Sakshi Ahuja Death : नई दिल्ली (new delhi railway station) रेलवे स्टेशन पर साक्षी आहूजा की करंट लगने से हुई मौत से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
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बिजली विभाग , रेलवे विभाग, नगर निगम या फिर दूसरी एजेंसियां? कौन है जिम्मेदार?
New Delhi Railway Station Sakshi Ahuja Death : नई दिल्ली (new delhi railway station) रेलवे स्टेशन पर साक्षी आहूजा की करंट लगने से हुई मौत से कई सवाल खड़े हो गए हैं। रेलवे विभाग की मानें तो इस मामले में उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती है, लेकिन सच तो ये है कि या तो इसके लिए बिजली विभाग या फिर सरकारी विभाग जिम्मेदार है?
दिल्ली में देर रात से बारिश हो रही है। ऐसे में दिल्ली में ऐसी कई जगहें हैं, जहां पानी इकट्ठा हो गया है। दिल्ली में कई सड़कें दिल्ली सरकार की है, तो कई दूसरे विभागों की।
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दिल्ली में बिजली विभाग बिजली प्रोवाइड करता है
बिजली का जिम्मा प्राइवेट कंपनियों को दिया गया है। वो दिल्ली वासियों को बिजली सप्लाई करती है और सरकार से इसकी एवज में रुपए लेती है। बिजली के खंभे लगाने से लेकर तमाम काम बिजली विभाग का होता है। अगर बिजली के खंभे में करंट आ रहा है तो ये गलती बिजली विभाग की है, लेकिन अगर सड़क पर पानी भर रहा है तो ये जिम्मेदारी नगर निगम से लेकर दिल्ली सरकार के फल्ड विभाग की होती है कि पानी की निकासी हो, क्योंकि कुछ रोड दिल्ली सरकार की है तो कुछ दिल्ली नगर निगम की। लेकिन कई जगहों पर जमीन का मालिक यानी pwd, ndmc, mcd, dda भी बिजली के खंभों की देखरेख करता है।
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छोटी सड़कों पर मौजूद इलेक्ट्रिक पोल पर लाइट्स नगर निगम और बड़ी सड़कों पर लाइट्स दूसरा विभाग लगाता है
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जानकार बताते हैं कि दिल्ली में अगर इलेक्ट्रिक पोल पर लगी स्ट्रीट लाइट्स खराब होती है कि उसे लगाने का जिम्मा नगर निगम का होता है, लेकिन अगर इलेक्ट्रिक पोल दिल्ली सरकार की रोड पर है तो उसमें लाइट्स लगाने का जिम्मा जमीन के मालिक का होता है। वो दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार भी हो सकती है।
क्या कहना है रेलवे का?
अब बात करते है रेलवे की। रेलवे की भी कुछ प्रापर्टीज होती है, लेकिन ये प्रापर्टीज रेलवे पूछताछ केंद्र एरिया से शुरू होकर प्लेटफार्म तक होती है। ऐसे में बाहरी जमीन या तो दिल्ली सरकार की होती है या फिर किसी और एजेंसी की।
अब बात करते हैं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की, जहां ये घटना हुई। अब सवाल ये उठता है कि अगर सड़कों पर पानी भरेगा तो करंट आने की आशंका काफी बढ़ा जाती है, ऐसे में नगर निगम या दूसरा विभाग भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकता है।
रेलवे विभाग का कहना है कि प्राथमिक जांच से यह लगता है की बारिश के कारण पानी जमा होने के कारण करंट आने से यह हादसा हुआ है। ऐसा प्रतीत होता की इंसुलेशन फेल्यर insulation failure के कारण केबल से करंट लीकेज हुआ। रेलवे का कहना है कि दिल्ली मण्डल में विद्युत सेफ्टी ड्राईव शुरू की गई है जिससे ऐसा हादसा दोबारा न हो।
सवाल ये भी उठता है कि आखिर बिजली के खंभे में करंट कैसे आ गया?
दृश्यों में खंभे के नीचे बिजली के नंगे तार दिखाई दे रहे हैं ? इस परिस्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है?
सुबह के वक्त बिजली के खंभे में करंट कैसे आया, जबकि सुबह तो स्ट्रीट लाइट जलती ही नहीं?
किसके मीटर से इस खंभे में सप्लाई आ रही थी?
खंभे का मालिक कौन है, उसका रखरखाव कौन करता है?
कैसे हुई ये घटना?
करंट लगने से उजड़ा परिवार, छोटे-छोटे बच्चे हैं साक्षी आहूजा के
ये वाक्या आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ, जब साक्षी आहूजा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास मौजूद थीं। वहां पर सड़क पर पानी भरा हुआ था। साक्षी ने पानी से बचते हुए खंभे का सहारा लिया और छूते ही उसे करंट लग गया जिस वजह से उसकी मौत (woman died due to electric current) हो गई। उसे तुरंत पास के हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
साक्षी आहूजा दिल्ली के प्रीत विहार की रहने वाली थी। साक्षी प्रियदर्शनी विहार स्थित लवली पब्लिक स्कूल में टीचर थी। उनके पति अंकित आहूजा जापान की एक कंपनी में इंजीनियर है। साक्षी आज अपने पिता, माता, भाई, बहन माधवी और दो बच्चों राघव और अनन्या के साथ चंडीगढ़ जा रही थी। साक्षी को सुबह वंदेभारत ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन उससे पहले ही वाक्या हो गया।
New Delhi Railway Station
रेलवे पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना को लेकर IPC की धारा 287/ 304 ए के तहत FIR दर्ज की गई है। मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची थी।
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