पिता को पीटते हुए गुंडों का वीडियो बना काजल की मौत वजह
Uttar Pradesh के गोरखुपर में काजल नाम की लड़की को अपने पिता को पिटते हुए गुंडों की वीडियो बनाने पर गोली मारी, hospital मे हुई मौत, Read more breaking crime news and crime stories in Hindi on CrimeTak
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उत्तर प्रदेश का गोरखुपर जिला यहां पर कुछ बदमाशों ने 21 अगस्त की रात काजल नाम की एक लड़की का मर्डर गोली मारकर कर दी थी। क्योंकि काजल ने अपने पिता को पिटते हुए गुंडों की वीडियो बना ली थी।
खतरनाक गुंडों को काजल की ये हरकत बिल्कुल भी पसंद नहीं आई और उन लोगों ने गोली मारकर काजल की जान ले ली। घटना के पांच दिन बाद काजल की लखनऊ के केजीएमसी में मौत हो गई थी। वारदात के 8 दिन से भी ज्यादा दिन बीत चुके हैं पर पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं।
दरअसल ये पूरा मामला गोरखपुर के गगहा इलाके के जगदीशपुर भलुवान गांव का है। काजल के पिता राजीव नयन सिंह का अपने ही गांव के शातिर अपराधी विजय प्रजापति के साथ पैसे के लेन-देन को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा था।
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21 अगस्त की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे विजय प्रजापति, राजीव नयन सिंह के घर आ धमका और उनके साथ मारपीट करने लगा। पापा को इस तरह पिटता देख सोलह साल की बेटी काजल सिंह घर से बाहर निकल आई और मोबाइल से वीडियो बनाने लगी।
इससे विजय और बौंखला गया और उसने काजल के पेट में मार दी थी और उसका मोबाइल छीनकर अपने साथियों के संग फरार हो गया। आनन फानन में काजल को गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी हालत बहुत ही खराब थी जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे केजीएमसी लखनऊ रेफर कर दिया। वारदात के छह दिन बाद भी काजल के पेट से गोली नहीं निकाली जा सकी थी। बुधवार 25 अगस्त की सुबह उसकी मौत हो गई।
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अब लोगों ने सोशल मीडिया पर काजल के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। ट्विटर पर "जस्टिस फॉर काजल'' हैशटैग चलाया जा रहा है। कई यूजर्स हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। राठौर साहब नाम का ट्वीटर यूजर लिखते हैं, "कहाँ मर गए वो नेता जो कहते थे कि यूपी में ठाकुरों की सरकार है...?? हमें अपनी बहन काजल सिंह के लिए न्याय चाहिए..।"
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Why the murder of a daughter doesn't become issue of this country? After all,how long will this happen with daughters?
— राठौड़ साहब (@RJ21_Rathore07) August 29, 2021
The one-sided thinking of giving justice by looking at the caste of power and media,is deeply attacking the faith in democracy#JusticeForKajal@Vaidehi32694283 pic.twitter.com/f4LBysVY0z
अजीत सिंह नाम के यूजर लिखते हैं, "इतनी गंभीर घटना पर भी उत्तर प्रदेश के तमाम बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है, अगर यहां किसी और समाज की बेटी होती तो अब तक दोगला मीडिया से सब आकर रोने लगते।"
Even on such a grave incident, all the senior leaders of Uttar Pradesh have kept silence, if there was a daughter of any other society here, then by now everyone from the double media would come and cry.#JusticeForKajal #काजल_हत्याकांड_के_आरोपी_को_गोली_मारो@Uppolice pic.twitter.com/IiFZ1pJ7GQ
— Ajeet Singh (@Ajeetsingh2711) August 29, 2021
एक और यूजर जालम सिंह चांपावत लिखते हैं, "बेटी बचाओ सिर्फ नारा रह गया है केवल राजनीति करने के लिए
बेटी बचाओ सिर्फ नारा रह गया है केवल राजनीति करने के लिए ..।।#JusticeForKajal#काजल_हत्याकांड_के_आरोपी_को_गोली_मारो#JusticeForKajal pic.twitter.com/CJtyq5VYNW
— जालम सिंह चांपावत(राठौड़) (@JalamSi17575561) August 29, 2021
रिशु सिंह नाम का ट्विटर हैंडल लिखता है, "भारत में आम व्यक्ति का जीवन इतना बेकार लगता है कि लोगों में कानून को अपने हाथ में लेने, दूसरों को पीटने और परिणाम के डर के बिना एक छोटे बच्चे को मारने का दुस्साहस है। यह कैसी व्यवस्था है?"
Life of common person in India seems so worthless that people have the audacity to take law in their own hands, beat the shit out of others and kill a small child without any fear of consequences.
— Rishu Singh (@rishusingh373) August 29, 2021
What kind of a system is this?!#Shame#JusticeForKajalsingh #JusticeForKajal
सौरभ प्रताप सिंह लिखते हैं, "हमारी बेटी, बहन और मां को कब लगेगा कि वे सुरक्षित हैं। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, मुझे कहना होगा कि पार्टी लाइन के सभी राजनीतिक दल आगे आएं और समर्थन करें, ताकि हमें जल्द से जल्द न्याय मिल सके।"
When our daughter, sister and mother's will feel they are safe.
— सौरभ प्रताप सिंह (@RajputIndi) August 29, 2021
It's not a any political issue, I must say all political parties across the party line come forward and support, so that we get a justice ASAP.#JusticeForKajal
#काजल_हत्याकांड_के_आरोपी_को_गोली_मारो
अंश बेस नाम के यूजर लिखते हैं, "पीड़ित को न्याय दिलाने में भी सरकार और प्रशासन पीड़ित की जाति को क्यों देखते हैं
Why does the government and administration see the victim's caste even in giving justice to a victim ?? .. ??#JusticeForKajal #काजल_हत्याकांड_के_आरोपी_को_गोली_मारो
— क्षत्रियपुत्र अंश ❥ (@itisansh) August 29, 2021
अब देखना ये है कि पुलिस कबतक काजल को न्याय दिलवा पाती है। आरोपी के गिरफ्तार न होने पर लोगों ने हाईवे जाम करने की तैयारी की थी। इसके चलते पुलिस और पीएसी भी तैनात रही।
इस दौरान एसपी साउथ भी काजल के घर पहुंचे और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने लोगाें को समझा बुझाकर शांत कराया। इसके बाद नाराज लोगों ने शांति मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया।
विक्रांत सिंह ने कहा कि एक बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, लेकिन घटना के आठ दिन बाद भी पुलिस आरोपितों को नहीं पकड़ सकी है। इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहा है। पुलिस अगर कड़ी कार्रवाई जल्द नहीं की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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