NEET पेपर लीक केस, सीबीआई ने बेऊर जेल में की आरोपियों से पूछताछ, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और पत्रकार ने खोले ये राज़
जांच के दौरान सीबीआई की टीम ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वायस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम के साथ साथ दैनिक अखबार के पत्रकार को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की है।
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CBI: NEET परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई की जांच तेजी पकड़ती जा रही है। जांच की इसी कड़ियों को जोड़ने के लिए CBI ने रविवार को भी पटना के बेऊर जेल पहुंचकर आरोपियों से लंबी पूछताछ की। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने 13 आरोपियों से जेल में तकरीबन 3 घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई ने रविवार को लगातार दूसरे दिन बेऊर जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ की है। इसके अलावा CBI ने रिमांड पर लिए गए आरोपियों से भी पूछताछ जारी रखी है।
बेऊर जेल में की आरोपियों से पूछताछ
जांच के दौरान सीबीआई की टीम ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वायस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम के साथ साथ दैनिक अखबार के पत्रकार को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की है। सीबीआई की तरफ से आरोपी चिंटू, मुकेश, मनीष और मुकेश के अलग अलग बयानों के बाद रविवार को इन आरोपियों को भी आमने सामने बैठाकर क्रॉस क्वेशनिंग की गई। सीबीआई सूत्रों की मानें तो इनके शुरुआती बयानों और ताजा बयान में कई तरह का विरोधाभास भी मिला है।
प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और पत्रकार ने खोले राज़
CBI की टीम इन बयानों का एनालिसिस किया जा रहा है। CBI ने एहसानुल हक के बैंक डिटेल्स भी खंगाले हैं। हजारीबाग से लाए गए तीनों आरोपियों के कॉल डिटेल्स भी निकाले गए हैं। दरअसल आरोपियों रिमांड 4 जुलाई को खत्म हो रही है। शुरुआती पूछताछ के बाद आरोपियों को सीबीआई की टीम दिल्ली भी ले जा सकती है। पेपर लीक के सरगना संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए CBI की कई दूसरी टीमें दबिशें दे रही हैं।
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NEET परीक्षा में बड़ी धांधली
सीबीआई ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 120 B यानी आपराधिक साजिश और धारा 420 यानी फर्जीवाड़ा के आरोपों के तहत केस दर्ज किया है। गुजरात के गोधरा में धांधली कनेक्शन का खुलासा होने के बाद वहां भी तफ्तीश चल रही है। सीबीआई उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों की साजिश की जांच करेगी। साथ ही परीक्षा आयोजन में शामिल सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी होगी। अनियमितताओं की पूरी साजिश की व्यापक जांच का अनुरोध शिक्षा मंत्रालय ने किया था। धांधली की व्यापक जांच किए अब सीबीआई अलग-अलग राज्यों में दर्ज FIR को टेकओवर करेगी। साथ ही, जो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, उन्हें भी कस्टडी में लेकर जांच को आगे बढ़ाएगी।
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