समीर वानखेड़े पर कैसे कसा जा रहा है शिकंजा?
NCB Zonal Director Sameer Wankhede Under Lens
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दिल्ली के एनसीबी दफ्तर में हाजिरी लगाकर कल रात जब एनसीबी के हाई प्रोफाइल ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े मुंबई पहुंचे तो मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब उनके पास नहीं था। समीर वानखेड़े के पास भले ही मीडिया के सवालों का जवाब ना हो लेकिन एनसीबी विजिलेंस टीम के साथ-साथ मुंबई पुलिस भी उनकी कुंडली खंगालने में जुट गई है।
प्रभाकर सैल के खुलासों को लेकर मुंबई पुलिस ने समीर वानखेड़े और दूसरे आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। कल रात प्रभाकर सैल ने मुंबई पुलिस में अपना बयान दर्ज कराया। 25 करोड़ की वसूली को लेकर सैल ने जिन लोगों के नाम लिए और जिन जगहों का जिक्र है उन जगहों का सीसीटीवी फुटेज लिया जाएगा और फिर सैल के लोकेशन से उसका मिलान किया जाएगा।
आर्यन केस के गवाह प्रभाकर सैल ने क्राइमतक से बातचीत में कहा था कि उन्होंने केस के स्वतंत्र गवाह किरन गोसावी को सैम डिसूजा से बात करते सुना था जिसमें 25 करोड़ की डील हो रही थी। इस आरोप का सैल ने शपथ पत्र भी बनवाया है। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि इस केस के सभी किरदार समीर वानखेड़े, केपी गोसावी, प्रभाकर सैल और समीर वानखेडे के ड्राइवर की सीडीआर निकालकर जांच होनी चाहिए।
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इस बीच, बॉम्बे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है जिसमें मांग की गई है कि एनसीबी और समीर वानखेड़े पर बयानबाजी करने से नवाब मलिक को रोका जाए। याचिका कौसर अली की तरफ से वकील अशोक सरावगी ने दाखिल की है। हालांकि कोर्ट ने तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया।
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