बीजेपी नेता सना खान के कातिल का खुलासा, हत्या के बाद लाश हिरन नदी में फेंक दी, लाश की तलाश में जुटी पुलिस
BJP Sana Khan Murder: पप्पू ने प्लानिंग के तहत अपनी बीवी सना की लाश अपने ढाबे के पीछे से बहने वाली हिरन नदी में पुल के ऊपर से फेंक दी।
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BJP Sana Khan Murder: नागपुर की बीजेपी नेता सना खान की मौत के राज़ से आखिरकार पर्दा उठ ही गया। सना खान का कत्ल किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति अमित उर्फ पप्पू साहू ने ही किया था और वो भी सिर पर डंडे से वार कर। जबलपुर पुलिस ने करीब 10 दिनों की आंख मिचौली के बाद आखिरकार उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली। कत्ल के आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल लिया है और कत्ल के पीछे की कहानी भी खुल कर बताई है, लेकिन कहानी में पेच है कि पुलिस अब तक मारी गई सना खान की लाश बरामद करने में कामयाब नहीं हो सकी है और हालात ईशारा करते हैं कि शायद आने वाले दिनों में भी उसकी लाश बहुत मुश्किल से मिले।
पैसों के हिसाब किताब को लेकर विवाद
1 और 2 अगस्त की दरम्यानी रात को रिश्ते में पति-पत्नी और बिजनेस पार्टनर पप्पू और सना के बीच रुपये-पैसों के हिसाब किताब को लेकर फिर से लड़ाई हुई। दोनों ने करीब छह महीने पहले शादी की थी, लेकिन शादी के बाद से लगातार लड़ते रहते थे। इस बार लड़ाई के दौरान पप्पू ने डंडे से वार कर जबलपुर के ही पॉश इलाके राजुल टाउन के अपने मकान में सना की हत्या कर दी। कत्ल के बाद उसने सबूत मिटाने के लिए कथित तौर पर अपने एक दोस्त और अपने ढाबे के एक मुलाजिम की मदद भी ली। पप्पू ने प्लानिंग के तहत अपनी बीवी सना की लाश अपने ढाबे के पीछे से बहने वाली हिरन नदी में पुल के ऊपर से फेंक दी। पप्पू को पता था कि नदी की धार तेज है और लाश बह कर इतनी आगे निकल जाएगी कि शायद ही वो दोबारा किसी को मिले। इत्तेफाक से जब लाश नदी में ठिकाने लगाई गई, तो नर्मदा की इस सहायक नदी में काफी पानी भरा था, क्योंकि नर्मदा नदी पर बने बांध के गेट भी खुले थे।
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लाश ढाबे के पीछे बहने वाली हिरन नदी में फेंकी
फिलहाल जबलपुर पुलिस ने पप्पू साहू को गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन उसकी निशानदेही पर लाश बरामद नहीं कर सकी है। वैसे जानकारों को डर है कि लाश अब शायद ही बरामद हो पाए। क्योंकि अव्वल तो कत्ल को दस दिनों से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, दूसरा नदी में पानी की धार काफी तेज है। इस मामले में जबलपुर पुलिस पर भी घनघोर लापरवाही का इल्जाम है। यहां तक कि नागपुर पुलिस ने भी खुल कर जबलपुर पुलिस पर ढीली जांच का आरोप लगाया है। असल में सना के नागपुर से जबलपुल आने के बाद ही गायब होने की बात बहुत पहले सामने आ गई थी। सना के घरवालों के साथ-साथ नागपुर पुलिस ने भी उन्हीं शुरुआती दिनों में जबलपुर पुलिस को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन जबलपुर पुलिस ने तब मामले को सुलझाने, सना और पप्पू को तलाशने की कोई सार्थक कोशिश नहीं की। और अब मामले का पटाक्षेप सना की कत्ल की सच्चाई सामने आने से हुआ।
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