जो देगा बीजेपी नेता सना खान की लाश का सुराग, पाएगा एक लाख का ईनाम, नहीं होगा आरोपी का नारको टेस्ट

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जो देगा बीजेपी नेता सना खान की लाश का सुराग, पाएगा एक लाख का ईनाम, नहीं होगा आरोपी का नारको टेस्ट
जांच में जुटी पुलिस
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Sana Khan Murder Case: नागपुर के  चर्चित भाजपा नेत्री सना खान हत्याकांड में नागपुर पुलिस को जेएमएफसी न्यायालय से झटका लगा है। कोर्ट ने मुख्य आरोपी अमित शाहू के नार्को टेस्ट की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। 28 अगस्त को नागपुर पुलिस ने न्यायालय में नार्को टेस्ट कराने के लिए अर्जी दायर की थी। पुलिस को भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की पदाधिकारी सना उर्फ हिना खान की हत्या का शक है, लेकिन अब तक उसका शव नहीं मिला है, इस वजह से दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में पुलिस आरोपी का नार्को टेस्ट करना चाहती थी।लेकिन कोर्ट ने इसकी इजाजत देने से साफ मना कर दिया। वही हत्या के 1 महीने बाद भी सना खान का शव नही मिलने की वजह से नागपुर पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। 

 

 सना की लाश की तलाश

 

पैसों के हिसाब किताब को लेकर विवाद

1 और 2 अगस्त की दरम्यानी रात को रिश्ते में पति-पत्नी और बिजनेस पार्टनर पप्पू और सना के बीच रुपये-पैसों के हिसाब किताब को लेकर फिर से लड़ाई हुई। दोनों ने करीब छह महीने पहले शादी की थी, लेकिन शादी के बाद से लगातार लड़ते रहते थे। इस बार लड़ाई के दौरान पप्पू ने डंडे से वार कर जबलपुर के ही पॉश इलाके राजुल टाउन के अपने मकान में सना की हत्या कर दी। कत्ल के बाद उसने सबूत मिटाने के लिए कथित तौर पर अपने एक दोस्त और अपने ढाबे के एक मुलाजिम की मदद भी ली। पप्पू ने प्लानिंग के तहत अपनी बीवी सना की लाश अपने ढाबे के पीछे से बहने वाली हिरन नदी में पुल के ऊपर से फेंक दी। पप्पू को पता था कि नदी की धार तेज है और लाश बह कर इतनी आगे निकल जाएगी कि शायद ही वो दोबारा किसी को मिले। इत्तेफाक से जब लाश नदी में ठिकाने लगाई गई, तो नर्मदा की इस सहायक नदी में काफी पानी भरा था, क्योंकि नर्मदा नदी पर बने बांध के गेट भी खुले थे। 

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लाश ढाबे के पीछे बहने वाली हिरन नदी में फेंकी

 

लाश ढाबे के पीछे बहने वाली हिरन नदी में फेंकी

फिलहाल जबलपुर पुलिस ने पप्पू साहू को गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन उसकी निशानदेही पर लाश बरामद नहीं कर सकी है। वैसे जानकारों को डर है कि लाश अब शायद ही बरामद हो पाए। क्योंकि अव्वल तो कत्ल को दस दिनों से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, दूसरा नदी में पानी की धार काफी तेज है। इस मामले में जबलपुर पुलिस पर भी घनघोर लापरवाही का इल्जाम है। यहां तक कि नागपुर पुलिस ने भी खुल कर जबलपुर पुलिस पर ढीली जांच का आरोप लगाया है। असल में सना के नागपुर से जबलपुल आने के बाद ही गायब होने की बात बहुत पहले सामने आ गई थी। सना के घरवालों के साथ-साथ नागपुर पुलिस ने भी उन्हीं शुरुआती दिनों में जबलपुर पुलिस को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन जबलपुर पुलिस ने तब मामले को सुलझाने, सना और पप्पू को तलाशने की कोई सार्थक कोशिश नहीं की। और अब मामले का पटाक्षेप सना की कत्ल की सच्चाई सामने आने से हुआ। 

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कैसे होगी सना की लाश की तलाश

 

कैसे होगी सना की लाश की तलाश

नागपुर डीसीपी जोन 2 के डीसीपी राहुल मदन ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी पदाधिकारी सना खान की हत्या की सच्चाई पता लगाने के लिए नागपुर पुलिस सना के शव और मोबाइल की खोज में दो टीम जबलपुर में है। पप्पू साहू ने जिस स्थान पर सना का शव हिरन नदी में फेंका है। वहां से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर नर्मदा मिलती है। नागपुर के मनकापुर पुलिस की टीम नर्मदा के किनारे करीब 100 किलोमीटर के क्षेत्र में नागरिकों को जागरूक करने के घटना के संबंधित जानकारी इकट्ठा कर रही है। नर्मदा के किनारे खोज अभियान चलाया जा रहा है। नर्मदा नदी के किनारे जो भी गांव में वहां पर एक-एक व्यक्ति से पूछा जा रहा है। सरपंच, पंच, कोतवाल और मछुआरे जो लोग भी नदी के किनारे रहते हैं उन लोगों से नागपुर पुलिस पूछ रही है कि क्या उन्होंने शव को देखा है। जानकारी देने वाले को ₹1 लाख का इनाम दिया जाएगा ।

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