Spa में 'गजनी' मर्डर का पूरा Sequence आया सामने, शरीर पर गुदे 22 नामों का खुलासा, 6 लाख की 'सुपारी' का राज हो गया 'फाश'
Mumbai Ghajini Murder: मुंबई में गजनी का मर्डर हो गया। कोई भी सुनकर चौंक सकता है क्योंकि बात ही कुछ ऐसी है। दरअसल मुंबई के एक स्पा में एक मर्डर हुआ। जिसका मर्डर हुआ उसके बदन पर कई नाम के टैटू गुदे हुए थे। तफ्तीश हुई तो उन टैटू के साथ साथ उस शख्स का रिश्ता भी उजागर हो गया। टैटू की वजह से खुद पुलिस भी उसे गजनी मान बैठी थी। लेकिन जो राज खुला वो वाकई चौंकाने वाला है।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
स्पा सेंटर का मालिक और गर्लफ्रेंड का कनेक्शन
22 दुश्मनों के नाम गुदवा रखे थे बदन पर
जिसने कत्ल करवाया उसका नाम था छठे नंबर पर
Mumbai Spa Murder Case: गजनी फिल्म तो सभी को अच्छी तरह से याद होगी, उस फिल्म का हीरो एक हमले के बाद याददाश्त खराब का शिकार हो जाता है। इसलिए अपने दुश्मनों से बदला लेने के लिए उनके नाम और पते अपने शरीर पर गुदवा लेता है। ऐसा ही एक गजनी रील लाइफ से निकलकर रियल लाइफ में नजर आया जब मुंबई के एक स्पा सेंटर में एक मर्डर का किस्सा सामने आया। ये किस्सा आमिर खान की गजनी फिल्म से शायद किसी भी लिहाज से कम नहीं है। क्योंकि स्पा सेंटर में जिस शख्स की हत्या हुई उसके बदन पर 22 से ज्यादा नाम गुदे हुए थे। मजे की बात ये है कि जिस शख्स के कत्ल के बाद उसकी हकीकत का खुलासा हुआ तो खुद पुलिस भी सुनकर हैरत में पड़ गई।
22 नामों के टैटू वाला गजनी
उसने अपने शरीर पर नाम लिखवा रखे थे, मगर उसे गजनी की तरह भूलने की बीमारी नहीं थी, लेकिन ये शख्स अपने 22 दुश्मनों के इन्हीं नामों के साथ ही रोज़ाना जीता और मरता था। कमाल देखिए कि जब उसका क़त्ल हुआ, तो उसके जिस्म पर लिखे इन नामों में उसके क़ातिल का नाम छठे नंबर पर था। हाल के दिनों की इस सबसे अजीब और सबसे चौंकाने वाली इस मर्डर मिस्ट्री की शुरुआत वर्ली के इसी सॉफ्ट टच स्पा से होती है। बुधवार की सुबह इस स्पा से पुलिस को एक कॉल आती है। कॉल करने वाला बताता है कि स्पा के अंदर एक शख्स का क़त्ल हो गया है।
जांघों पर छपी थी दुश्मनों की लिस्ट
खबर सुनते ही पुलिस के होश उड़ जाते हैं। वर्ली पुलिस की एक टीम आनन-फानन में बताई गई जगह पर पहुंचती है। जहां पुलिस को खून से लथपथ एक शख्स की लाश मिलती है। जिसका क़त्ल धारदार हथियारों के वार से किया था। मगर क़ातिल की तलाश करने के साथ-साथ जब पुलिस इस लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाती है, तो लाश देख कर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर अचानक चौंक जाते हैं। क्योंकि मरने वाले शख्स के दोनों जांघों पर कोई एक दो नहीं, बल्कि पूरे 22 लोगों के नाम लिखे थे या यूं कहें कि उसकी जांघों पर टैटू के ज़रिए 22 लोगों के नाम की पूरी की पूरी लिस्ट छपी थी।
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मरने वाले का 22 लोगों से कनेक्शन
लेकिन अब सवाल ये था कि आखिर ये माजरा क्या है? जांघ पर इस तरह टैटू के ज़रिए 22 लोगों के नाम लिखवाने के पीछे का क्या राज है? मरने वाले यानी नाम लिखवाने वाले शख्स के साथ-साथ इन 22 लोगों का कैसा कनेक्शन है? तो जब पुलिस की नज़र इस लिस्ट में लिखे नामों के साथ-साथ सबसे ऊपर लिखी इस एक लाइन पर गई, तो जल्द ही इस राज़ पर से भी पर्दा उठ गया क्योंकि इस लाइन में लिखा था।
मेरे दुश्मनों का नाम मेरी डायरी में लिखा है। इसकी जांच कर कार्रवाई करें।
जांघ पर था डायरी का जिक्र
इस लाइन में बात तो डायरी की हो रही थी, लेकिन शायद मरने वाले ने डायरी के साथ-साथ सेफ़ साइड में या यूं कहें कि 'डबल श्योर' होने के लिए अपनी जांघ पर भी अपने इन्हीं दुश्मनों के नाम लिखवा लिए थे। लेकिन फिर सवाल ये था कि आख़िर ये शख्स कौन था? और वो ऐसे किस पेशे से जुड़ा था, जिसमें उसके दुश्मनों की फेहरिस्त इतनी लंबी हो चली थी? तो जब पुलिस की नज़र दुश्मनों की इस लंबी लिस्ट के साथ-साथ छठे नंबर लिखे एक नाम पर गई, तो इस राज़ से भी पर्दा उठ गया। ये नाम किसी और का नहीं बल्कि उसी शख्स का था, जिसके स्पा के अंदर इस शख्स का क़त्ल हुआ था। जी हां, संतोष शेरेकर। असल में ये स्पा संतोष शेरेकर का ही था और अपने स्पा में एक शख्स का क़त्ल हो जाने की खबर भी सबसे पहले संतोष शेरेकर ने ही पुलिस को दी थी।
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कातिल के नाम का था छठे नंबर का टैटू
अब तक की तफ्तीश में मरने वाले शख्स की पहचान भी साफ हो चुकी थी। ये शख्स था 52 साल गुरु वाघमारे। यानी एक ऐसा आरटीआई एक्टिविस्ट, जिसका काम ही आरटीआई के ज़रिए लोगों की कमियां ढूंढना, उन्हें कार्रवाई की धमकी देना और ब्लैकमेल कर रुपयों की वसूली करना था। और शायद यही वजह थी कि उसके दुश्मनों की लिस्ट इतनी लंबी हो गई थी। और तो और जल्द ही तफ्तीश में ये भी साफ हो गया कि वाघमारे, संतोष शेरेकर को भी पिछले कई सालों से लगातार ब्लैकमेल कर रहा था और उससे वसूली भी करता था। ज़ाहिर है, इसी वजह से वाघमारे की संतोष शेरेकर से दुश्मनी भी थी और वाघमारे ने अपने दुश्मनों की लिस्ट में छठे नंबर पर संतोष शेरेकर का नाम भी लिखवा रखा था।
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स्पा में मर्डर मालिक अनजान?
सवाल ये था कि आखिर गुरु वाघमारे, संतोष शेरेकर की स्पा में कैसे पहुंचा? और यहां उसका क़त्ल किसने किया? तो जब पुलिस ने इसे लेकर स्पा मालिक शेरकर से पूछताछ की, तो ये सिक्वेंस भी साफ हो गया। शेरकर ने पुलिस को बताया कि वाघमारे बीती रात करीब साढ़े 12 बजे 21 साल उम्र वाली अपनी एक गर्लफ्रेंड के साथ उसके स्पा में पहुंचा था। तब तक स्पा में काम करने वाले स्टाफ अपने-अपने घर जा चुके थे और खुद उसे भी सुबह ही ये पता चला कि उसके स्पा में गुरु वाघमारे का क़त्ल हो चुका है यानी वारदात बेशक शेरेकर की स्पा में हुआ था, लेकिन उसे इस वारदात की खबर नहीं थी। उसका कहना था कि वो तो सुबह जब उसके साथ आई गर्लफ्रेंड ने उसका क़त्ल हो जाने की बात बताई, तो स्पा पहुंचा और उसने पुलिस को खबर दी।
Girl Friend ने बताई पूरी सीक्वेंस
अब पुलिस ने वाघमारे की गर्लफ्रेंड से पूछताछ करने के साथ-साथ बीती रात के पूरे सिक्वेंस को समझने की कोशिश की। गर्लफ्रेंड ने बताया कि मंगलवार को गुरु वाघमारे का बर्थ डे था और वाघमारे ने अपना बर्थ डे उसी के साथ सेलिब्रेट किया था। वो दोनों पहले एक बार में गए थे, जहां उन्होंने साथ में ड्रिंक किया और फिर वाघमारे उसे लेकर सॉफ्ट टच स्पा में चला आया। गर्लफेंड ने बताया कि बीती रात वाघमारे ने स्पा के मैनेजर और एक स्टाफ को भी पार्टी दी थी, जिसके बाद वो वाघमारे के साथ स्पा चली गई, जबकि स्पा का स्टाफ अपने घर चला गया। स्पा में वो रात को एक कमरे में सोने चली गई और जब सुबह करीब साढ़े नौ बजे जब उसकी नींद खुली, तो उसने देखा कि वाघमारे का क़त्ल हो चुका है। यानी स्पा मालिक शेरेकर और गर्लफ्रेंड दोनों रात को वाघमारे को जिंदा देखने की बात कह रहे थे लेकिन क़त्ल की वारदात से खुद को अंजान बता रहे थे।
स्कूटी से वाघमारे का पीछा
अब पुलिस ने सच्चाई जानने के लिए टेक्निकल इनवेस्टिगेशन की शुरुआत की। उस बार से लेकर स्पा के आस-पास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया, जिस बार में स्पा पहुंचने से पहले गुरु वाघमारे और उसकी गर्लफ्रेंड अपना बर्थ डे सेलिब्रेट करने पहुंचे थे। और इस कोशिश में पुलिस को बार से लेकर स्पा के बाहर तक कुछ संदिग्ध लोगों की तस्वीरें नजर आईं। पुलिस ने देखा कि जिस बार में दोनों बर्थ डे सेलिब्रेट करने पहुंचे थे, उस बार के बाहर रेनकोट पहने दो लोग एक स्कूटी से गुरु वाघमारे का पीछा करते हुए दिख थे।
सीसीटीवी में कैद कातिल
पुलिस ने देखा कि रेनकोट पहने यही दोनों लोग बीती रात स्कूटी से स्पा तक भी पहुंचे थे। असल में वाघमारे के स्पा पहुंचने के करीब एक घंटे बाद ये दोनों रहस्यमयी लोग स्पा तक आए थे और स्पा के करीब ही एक पान की दुकान पर रुक कर उन्होंने कुछ खरीदा था। दोनों के पान की दुकान में रुकने की ये तस्वीरें भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थीं। अब पुलिस ने बिना वक्त गंवाए पान वाले से पूछताछ शुरू कर दी। पता चला कि बीती रात रेनकोट वाले दोनों लोगों ने उसकी दुकान से गुटखा खरीदा था और दोनों ने गुटखे के पैसे यूपीआई से चुकाए थे। ये पुलिस के लिए एक और बड़ा क्लू यानी सुराग था।
कॉल डिटेल से मिला सुराग
पुलिस ने अब फौरन पान दुकानदार को यूपीआई पेमेंट करने वाले का नाम और फोन नंबर पता किया और इसी के साथ फिरोज अंसारी नाम के उस शख्स के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड यानी सीडीआर निकलवा ली ताकि ये पता चल सके कि क़त्ल से पहले या क़त्ल के बाद उनकी किससे बात हो रही थी। पुलिस ये देख कर सन्न रह गई कि जो स्पा मालिक संतोष शेरेकर खुद को वाघमारे के क़त्ल से बेखबर बता रहा था, रेनकोट पहन कर वाघमारे का पीछा करने वाले दो लोगों में से एक फिरोज अंसारी की उसी शेरेकर से लगातार बात हो रही थी।
कबूल की सच्चाई तो खुला हत्या का राज
यानी ये क़त्ल ना सिर्फ स्पा मालिक संतोष शेरेकर के ठिकाने पर हुआ था, बल्कि खुद शेरेकर भी क़ातिलों से मिला हुआ था। अब पुलिस ने शेरेकर पर शिकंजा कस दिया। अब उसके पास सच्चाई कबूल करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं था। शेरेकर ने बताया कि मंगलवार की रात उसी के कहने पर फिरोज़ अंसारी और साकिब अंसारी ने गुरु वाघमारे की जान ली थी। वाघमारे के स्पा में पहुंचने के करीब एक घंटे के बाद फिरोज और साकिब स्पा में पहुंचे थे। तब तक स्पा का स्टाफ घर जा चुका था। दोनों ने पहले उसकी गर्लफ्रेंड को एक कमरे में पहुंचाया और फिर अपने साथ लाई गई कैंची के ब्लेड से वार कर वाघमारे का क़त्ल कर दिया। कहानी साफ होते ही पुलिस ने शेरेकर के साथ-साथ वारदात को अंजाम देने वाले दोनों क़ातिलों में से एक फिरोज अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया और बाद में फिरोज की निशानदेही पर उसके दूसरे साथी साकिब अंसारी को राजस्थान के कोटा से गरीब रथ एक्सप्रेस से दबोच लिया जो क़त्ल के बाद दिल्ली भाग रहा था।
गजनी के मर्डर के लिए 6 लाख की सुपारी
पुलिस का खुलासा है कि आरोपी संतोष शेरेकर ने ही गुरु सिद्धप्पा वाघमारे की हत्या के लिए 6 लाख रुपये हत्यारों को दिए थे।
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