Ghatkopar Hoarding Collapse: IPS कैसर खालिद ने दी थी 250 टन के होर्डिंग की परमिशन, अब तक 16 शव बरामद

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Ghatkopar Hoarding Collapse: IPS कैसर खालिद ने दी थी 250 टन के होर्डिंग की परमिशन, अब तक 16 शव बरामद
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Mumbai: मुंबई के घाटकोपर के होर्डिंग हादसे में पुलिस ने बिलबोर्ड लगाने वाली कंपनी के मालिक भावेश भिड़े को राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार कर लिया है. भिड़े की एडवरटाइजिंग कंपनी EGO मीडिया लिमिटेड ने ही घाटकोपर में होर्डिंग लगाया था. इस होर्डिंग के गिरने की वजह से हाल ही में दो शव और बरामद किए गए हैं. अब तक इसमें 16 लोगों की जान जा चुकी है. GRP कमिश्नर कैसर खालिद का नाम सामने आया है, रिपोर्ट के मुताबिक खालिद ने ही भावेश भिड़े को होर्डिंग लगाने की मंजूरी दी थी. अब इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच को दे दी गई है.

कमिश्नर खालिद के कहने पर लगा गैरकानूनी होर्डिंग

रेलवे के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर ने होर्डिंग हादसे पर बयान जारी किया है, उन्होंने बताया कि जिस पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिरा वो भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का है. ये पेट्रोल पंप रेलवे पुलिस की जमीन पर बना है. तत्कालीन GRP कमिश्नर कैसर खालिद ने दिसंबर 2021 में भावेश भिड़े की कंपनी को 10 साल के लिए पेट्रोल पंप के पास होर्डिंग लगाने की मंजूरी दी थी. 

Former Government Railway Police Commissioner Quaiser Khalid
IPS Quaiser Khalid

होर्डिंग की परमिशन नहीं थी

म्यूनिसिपल कमिश्नर भूषण गगरानी ने बताया कि होर्डिंग लगाने के लिए BMC से कोई परमिशन नहीं ली गई थी. होर्डिंग के आसपास की जगह के पेड़ों को भी जहर देकर सुखाया गया था. इस मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. रेलवे के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 250 टन के वजन का ये होर्डिंग गैरकानूनी तरीके से लगाया गया. इसकी कोई भी परमिशन नहीं दी गई थी. 

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ATC General manager Manoj and his wife
ATC General manager Manoj and his wife

गाड़ी और होर्डिंग के बीच चिपके मिले शव

ऑपरेशन के दौरान मलबे से दो और शव बाहर निकाले गए हैं. ये शव रिटायर्ड एयर ट्रैफिक कंट्रोल मैनेजर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता के हैं. मनोज मुंबई ATC के जनरल मैनेजर के पद से मार्च 2024 में ही रिटायर हुए थे. वो जबलपुर से अपनी पत्नी के साथ वीजा के काम से मुंबई आए थे. 13 मई को वो घाटकोपर के पेट्रोल पंप पर ही थे, इसी दौरान तेज हवाएं और आंधी के बीच 250 टन के वजन का होर्डिंग पंप पर गिर गया. मलबे में लोगों को खोज पाना काफी मुश्किल था, हादसे के कई दिन बाद दो शव को निकाले गए, उन्हें पहचानना बेहद ही मुश्किल था क्योंकि गाड़ी और होर्डिंग के बीच में उन दोनों का शव चिपक चुका था. BMC कमिश्नर का कहना है कि मलबे में अब कोई नहीं है, सारी चेकिंग की जा चुकी है. फिलहाल इस मामले में आगे की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच करेगी.

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