NCB के इस अफसर ने खोल दिया समीर वानखेड़े एंड कंपनी का हर राज़, इस तरह खुला 25 करोड़ की डील का राज़
Aryan Khan Drugs Case: एनसीबी के तेज तर्रार अफसर ज्ञानेश्वर सिंह ने सिलसिलेवार जांच शुरु की। इस जांच के दौरान समीर वानखेड़े, विश्व विजय सिंह, आशीष राजन प्रसाद, इंटेलिजेंस ऑफिसर के बाकायदा बयान दर्ज किए गए।
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Aryan Khan Drugs Case: 3 अक्टूबर 2021 की शाम। दिल्ली के कई पत्रकारों के फोन घनघना रहे थे। ये फोन कॉल दिल्ली के पत्रकारों के मोबाइल पर मुंबई से आ रहे थे। जी हां मुंबई की एनसीबी दिल्ली के पत्रकारों को बड़ी खबर दे रही थी। वो खबर बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़ी थी।
सूत्रों के मुताबिक खबर देने वालों ने बताया कि एनसीबी ने बड़ा कैच किया है। कॉर्डेलिया क्रूज पर रेड की गई और सुपहर स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स के साथ हिरासत में ले लिया गया है। हैरानी की बात ये है कि ये सभी दावे मुंबई टीम कर रही थी। एक दो बार दिल्ली में बैठे बड़े अफसरों ने जुबान खोली लेकिन फिर वो भी खामोश हो गए।
आर्यन को गलत तरीके से फंसाया गया
आर्यन खान पर केस चला अदालत ने सभी आरोपियों को जमानत दे दी। जांच में पता चला कि आर्यन खान के पास से तो कोई ड्रग्स बरामद ही नहीं हुई थी। यानि आर्यन को गलत तरीके से फंसाया गया था। इतना ही नहीं आर्यन को केस से निकालने के लिए 25 करोड़ की डील की जा रही थी। यहीं से दिल्ली में बैठे अफसरों का माथा ठनक गया और फिर शुरु हुई समीर वानखेड़े और उनके चक्रव्यूह को तोड़ने का सिलसिला। एनसीबी के डीजी ने पूरे मामले की जांच के लिए एनसीबी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह को जिम्मेदारी सौंप दी। आनन फानन में ज्ञानेश्वर सिंह ने मुंबई में डैरा डाल दिया और फिर शुरु हुआ पूरे केस की जांच का सिलसिला।
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सीसीटीवी से खुला राज़
एनसीबी की विजिलेंस जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक में जिस वक्त आर्यन खान के साथ किरण गोसावी NCB दफ्तर में नजर आ रहा है उस वक्त के NCB दफ्तर के तमाम CCTV काम कर रहे थे लेकिन जैसे ही इस मामले में विजिलेंस जांच शुरू हुई और विजिलेंस टीम NCB मुंबई दफ्तर पँहुची तो वहां के तमाम CCTV फूटेज के साथ छेड़छाड़ कर दिया गया था गई DVR अलग कर दी को अलग कर दिया गया था। यही नही विजिलेंस जांच में आरोपो के घेरे में NCB के अधिकारियों समेत सभी आरोपियों ने NCB को जो अपना फोन जांच के लिए दिया था उसे कई बार फॉरमेट करके दिया था।
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समीर वानखेड़े, विश्व विजय सिंह, आशीष राजन प्रसाद के बयान
एनसीबी के तेज तर्रार अफसर ज्ञानेश्वर सिंह ने सिलसिलेवार जांच शुरु की। इस जांच के दौरान समीर वानखेड़े, विश्व विजय सिंह, आशीष राजन प्रसाद, इंटेलिजेंस ऑफिसर के बाकायदा बयान दर्ज किए गए। इन सभी से तल्ख सवाल जवाब किए गए।एनसीबी की टीम ने शाहरुख की मैनेजर पूजा डडलानी के बयान भी दर्ज किए। टीम ने आर्यन खान के कलमबंद बयान दर्ज किए। मुंबई के एक हवाला कारोबारी आंगडिया से अहम पूछताछ NCB विजिलेंस टीम ने की।
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डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने की लंबी पूछताछ
इतना ही नहीं एनसीबी की विजिलेंस टीम ने NDPS कोर्ट जाकर किरण गोसावी से यरवडा जेल में जाकर पूछताछ करने की इजाजत मांगी। गोसावी के बयान दर्ज किए गए। इसी जांचके दौरान DDG ज्ञानेश्वर सिंह मुंबई पुलिस कमिश्नर से मिले और डील वाली हर जगह की सीसीटीवी फुटेज पुलिस से हासिल की। इसके लिए औपचारिक तौर पर लेटर दिया गया। कमिश्नर ने पूरी मदद करने का भरोसा दिया था।
ज्ञानेश्वर सिंह की रिपोर्ट पर सीबीआई की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया था ताकि सबूत विजिलेंस टीम के हाथ न लगे लेकिन फोरेंसिक तरीक़े से सारे सबूत NCB ने वापस इक्कठा कर लिए। विजिलेंस टीम ने अपनी जांच में करीब 2 दर्जन से ज्यादा घटना डील से जुड़े CCTV फुटेज हासिल किए इसके अलावा जो चैट्स आरोपियों ने डिलीट कर दी थी उसे भी रिकवर किया। इसके अलावा कई इलेक्ट्रॉनिक गजेट्स बरामद किए गए। एनसीबी की विजिलेंस टीम ने जांच के बाद पूरी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी और इसी विजिलेंस रिपोर्ट को आधार बनाते हुए CBI ने FIR दर्ज की और वानखेड़े समेत सभी आरोपियों के यहां रेड की गई।
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