मेरे मरने के बाद बॉडी पार्ट बेच देना, पैसा रिश्तेदारों को दे देना, घर में मिली मां-बेटी की लाश, रुला देगा एक बेटी का ये सुसाइड नोट
बेटी ने बुआ के नाम सुसाइड नोट लिखा कि एटीएम है, पासवर्ड है, 20 हजार रुपए निकाल लेना। जितना होता है, करना। आप लोगों को हमारे ऊपर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
मां का शव पलंग पर, बेटी फंदे पर झूलते मिली
20 दिन से लापता भाई लौटा
गोहलपुर थाना क्षेत्र की घटना
Jabalpur: ये दर्द भरी कहानी एमपी के जबलपुर की है। जहां मिलौनी इलाके के एक घर में मां बेटी की सड़ी गली लाश मिली। आप पास लोगों को घर से बदबू आई तो पुलिस को खबर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा खोला तो अंदर दो लाश पड़ी थी। एर लाश 70 साल की श्यामा साहू की थी जबकि दूसरी लाश 45 साल की शिखा की थी। दोनों मां बेटी थीं। बिस्तर पर बुजुर्ग मां की लाश और फांसी के फंदे पर बेटी की लाश लटकी थी। देर शाम घर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को खबर दी थी। 70 साल की श्यामा इस घर में अपनी बेटी शिखा के साथ रह रही थीं। पुलिस नें जाच शुरु की शिखा के मोबाइल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में लिखा था कि:
बुआ, आपको घूमकर आने-जाने में बहुत तकलीफ होती है न, आप दोनों बुआ को पैसों की बहुत कमी है न, पूरी दुनिया में आपको रहने के लिए घर नहीं मिलता। दीदी, आपकी तबियत ठीक नहीं रहती है, इसलिए आप सभी लोग अच्छे से खुश रहना। एटीएम है, पासवर्ड है, 20 हजार रुपए निकाल लेना। जितना होता है, करना। आप लोगों को हमारे ऊपर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है।
मां का शव पलंग पर, बेटी फंदे पर झूलते मिली
जांच के दौरान पता चला कि नितिन के पिता का नाम प्रभात साहू था वो वन विभाग में नौकरी करते थे। साल 2020 में प्रभात की मौत हो गई। प्रभात की मौत के बाद साल 2002 में बेटी शिखा की शादी जबलपुर के प्रमोद साहू से हुई थी। शिखा का पति प्रमोद पुणे में नौकरी करता है दोनों का बेटा अंकित है। प्रमोद और शिखा में बनती नहीं थी लिहाजा पिछले साल जुलाई में दोनों का तलाक हो गया। तब से नितिन अपनी मां बहन के साथ जबलपुर में रहा करता था। हाल ही घरेलू मामलों से परेशान होकर बेटा नितिन घर से भाग गया था। नितिन ने भी ट्रेन के आगे कटकर जान देने की कोशिश की थी। वो डर गया और फिर वो महाराष्ट्र के मल्लेश्वरी आश्रम में रहने लगा।
15 दिनों से गायब था बेटा
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक श्यामा साहू पिछले एक साल के बीमार चल रही थीं। बेटे नितिन के अचानक घर छोड़कर जाने पर मां-बेटी परेशान हो गईं। इस सदमे में श्यामा साहू की तबीयत और बिगड़ गई। मौत से पहले शिखा ने अपनी चाची को फोन पर कहा था कि एम्बुलेंस की जरूरत पड़ सकती है। ऐसी आशंका है कि श्यामा की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई जिसके बाद सदमे में बेटी ने फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। मां बहन की मौत की खबर पाकर नितिन घर पहुंचा तो उसने दोनों के कत्ल की आशंका जताई है।
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गोहलपुर थाना क्षेत्र की घटना
बताया जा रहा है कि साहू परिवार के अन्य सदस्यों से श्यामा साहू का संपत्ति विवाद चल रहा था। यही वजह है कि शिखा ने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरे शरीर का एक एक पार्ट बेच देना और जो पैसा आए वो कमलेश बुआ और शालू दीदी में बांट देना खुश रहो। पुलिस को जांच के दौरान 45 साल की शिखा साहू के मोबाइल में ये नोट मिला है। दोनों मां बेटी के शव का तिलवारा के शमशान में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक साहू परिवार का तीन मंजिला मकान है जिसके ज्यादातर हिस्से में नितिन की बड़ी बुआ का कब्जा है। इसी घर को लेकर दोनों परिवारों में विवाद था।
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