MP Gwalior News : डेढ़ घंटे में शव के किए 15 टुकड़े, किया पॉलीथिन में पैक, एक महीने के बाद ऐसा खुला मामला, ये घटना हैरान कर देगी

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मृतक की तस्वीर और आरोपी शव के टुकड़े तलाशता हुआ
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हेमंत शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

MP Gwalior News : ये कहानी है ग्वालियर की। ग्वालियर में एक जगह हैं बहोड़ापुर। बहोड़ापुर में राजू खान नाम का आदमी रहता था। कहते हैं राजू खान भी आपराधिक प्रवृत्ति का आदमी था। उसका एक दोस्त था, जिसका नाम कल्लू खान था। कल्लू भी छोटे-मोटे अपराध करता था। दोनों ड्रग्स का धंधा करते थे, लेकिन एक वक्त ऐसा आया, जब राजू पुलिस के लिए मुखबिरी करने लगा। इसके पीछे क्या वजह थी, ये साफ नहीं है

पुलिस को ये पता चल चुका था कि अगर कल्लू की गतिविधियों पर नजर रखनी है तो राजू को 'सेट' करना जरूरी है। लिहाजा पुलिस ने राजू की 'सेवा' की और आखिरकार राजू पुलिस का मुखबिर बन गया। अब राजू कल्लू के बारे में पुलिस को जानकारियां देने लगा था। कल्लू को राजू पर शक होने लगा था।

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…जब कल्लू का माल पकड़ा गया

इस दौरान पुलिस ने इलाके से बड़ी मात्रा में स्मैक बरामद की। अब कल्लू का दिमाग ठनका। ये स्मैक कल्लू की थी। कल्लू को शक था कि इसकी मुखबिरी हो न हो राजू खान ने ही की है। लिहाजा उसने राजू को बुलाया। इस बात को लेकर दोनों में विवाद भी हुआ। ये बात राजू को काफी अखरी।

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तो क्या राजू ने दगाबाजी की? 

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क्या दगाबाजी नहीं करनी चाहिए थी?

राजू ने कल्लू पर एक मुकदमा दर्ज करा दिया। अब कल्लू ये मान चुका था कि अगर राजू को रास्ते से नहीं हटाया गया तो वो ड्रग्स का धंधा नहीं कर पाएगा। लिहाजा उसने अपने बेटे का साथ मिलकर एक साजिश रची। अब कल्लू हर हाल में राजू को रास्ते से हटाना चाहता था। उसने बहाने से 21 सितंबर को राजू को अपने घर बुलाया।

क्या दगाबाजी का बदला दिया कल्लू ने ?

वहां पहले से कल्लू का बेटा नाजिम मौजूद था। दोनों ने मौके पाकर उसके सिर पर डंबल मार दिया। इससे राजू अचेत हो गया। इसके बाद पिता-पुत्र ने मिलकर बका और छुरी से मृतक के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और फिर इन टुकड़ों को 15 पॉलिथीन में पैक करके अलग-अलग जगह पर ठिकाने लगा दिया।

जब शव के टुकड़े नाले से मिले

राजू गायब हुआ था 21 सितंबर को, पुलिस को 28 सितंबर को मिले शव के टुकड़े, अब जाकर मामला सुलझा

इस बीच राजू का परिवार परेशान था, क्योंकि राजू का कुछ भी अता-पता नहीं था। हार कर राजू के परिजनों ने बहोड़ापुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। 28 सितंबर को किसी ने पुलिस को सूचना दी कि जनकगंज थाना इलाके के रामकुई पुलिया के पास स्वर्ण रेखा नाले में कुछ मानव अंग पड़े हैं। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने नाले से इन मानव अंगों को निकलवाया। मानव अंग मिलने की जानकारी राजू खान के परिजनों को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए।

पुलिस मामले की जांच करती हुई

डीएनए मैच हुआ, पता चला कि शव के टुकड़े राजू के ही थे

परिवार ने पुलिस को उस वक्त पहली बार ये बताया कि राजू खान की हत्या कल्लू खान और उसके बेटे नाजिम खान ने की है। पुलिस ने नाले में मिले हुए मानव अंग का डीएनए टेस्ट करवाया, जो कि राजू खान के परिजनों के डीएनए से मैच हो गया। इसके बाद पुलिस ने कल्लू खान और नाजिम खान को पकड़ने के लिए जगह - जगह दबीश देना शुरू किया। दोनों का घर बंद था। अब पुलिस के पास कोई क्लू नहीं था कि दोनों कहां गए। इसके बाद पुलिस को नाजिम के बारे में जानकारी मिली। पता चला कि नाजिम आगरा में एक मकान में रह रहा है।

नाजिम भाग गया यूपी, ऐसे पकड़ा गया?

हत्या करने के बाद जेल पहुंच गया था कल्लू ताकि किसी को न हो शक

नाजिम खान किराए का कमरा लेकर यूपी के आगरा में रह रहा था। पुलिस ने नाजिम को पकड़ा। उसे अपने साथ ग्वालियर ले आई और जब उसके पिता कल्लू खान के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि कल्लू खान कुछ दिन पहले ही ग्वालियर सेंट्रल जेल में एनडीपीएस एक्ट के मामले में बंद हो चुका है। इसके बाद पुलिस ने नाजिम से सख्ती से पूछताछ की। जेल जाकर कल्लू से भी पूछताछ हुई। पुलिस पूछताछ में नाजिम ने इस बात को कबूल किया कि उसका पिता कल्लू खान स्मैक तस्करी का काम करता है और उसे राजू पर शक था कि वह पुलिस के लिए मुखबिरी कर रहा था। एक बार कल्लू खान का माल भी पकड़ा जा चुका था और उसे शक था कि इसकी मुखबिरी राजू खान ने ही की है। इसी शक में कल्लू और राजू का विवाद भी हुआ था। राजू ने कल्लू के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।

आरोपी का कबूलनामा, 21 सितंबर को हुई थी वारदात, नाजिम और कल्लू ने की थी राजू की हत्या

जब आरोपी ने पुलिस ने साथ तलाशे लाश के टुकड़े 

इसी मामले में राजीनामा करने के लिए कल्लू ने राजू को 21 सितंबर को अपने घर बुलवाया था। यहां जब कल्लू ने राजीनामा के लिए राजू पर दबाव बनाया। इसी दौरान दोनों के बीच विवाद होने लगा। कल्लू ने घर में रखे हुए डंबल से राजू के सिर में वार किया, जिससे राजू वहीं गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। इसके बाद कल्लू और नाजिम ने घर में रखे हुए छुरी और बका से राजू के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। 

डेढ़ घंटे में किए शव के कई टुकड़े, 15 पॉलिथीन में किया पैक

तकरीबन डेढ़ घंटे तक शरीर के टुकड़े करने के बाद राजू के मानव अंगों को 15 पॉलिथिन में पैक किया और पिता-पुत्र ने एक्टिवा पर बैठकर जनकगंज इलाके से गुजरने वाले नाले में अलग-अलग स्थान पर पॉलिथीन में पैक इन शव के टुकड़ों को ठिकाने लगा दिया। अब करीब एक महीने के बाद ये मामला खुला है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।

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