पंजाब के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर किसने दाग़ी RPG, किसकी साज़िश का था मोहाली में धमाका?

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पंजाब के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर किसने दाग़ी RPG, किसकी साज़िश का था मोहाली में धमाका?
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Crime News : टीवी के पर्दे पर और फिर सोशल मीडिया में जैसे ही ये ख़बर चमकी कि मोहाली में पंजाब इंटेलिजेंस के दफ़्तर पर RPG यानी रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला हुआ, उसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियों में अफ़रा तफ़री मची हुई है। मोहाली में पंजाब इंटेलिजेंस के दफ़्तर पर RPG के धमाके के बाद बिल्डिंग की बाहरी दीवार को तो नुकसान पहुँचा, लेकिन इधर एक के बाद एक सवालों की नई बिल्डिंग खड़ी होने लगी।

क्या ये आतंकी हमला था? या फिर ये धोखे से चला हथियार है? और अगर ये आतंकी हमला नहीं है तो फिर ये हमला किसका था जिसके निशाने पर इंटेलिजेंस दफ़्तर था? इससे भी बड़ी बात, अगर ये हमला आतंकवादियों का नहीं था तो हमला करने वाले के पास ये RPG कहां से आया? क्योंकि ये खुले बाज़ार में बिकने वाला हथियार तो है नहीं, जिसे आसानी से कोई भी ख़रीद ले।

Terror News : RPG आमतौर पर सेना या फिर अर्धसैनिक बलों के पास इस्तेमाल करने वाला वो हथियार है जिसे बेहद सुरक्षा के घेरे में रखा जाता है। और इसे जंगल या सीमा वाले हिस्से में होने वाले किसी बड़े इलाक़े के ऑपरेशन में ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में पंजाब के इंटेलिजेंस के दफ़्तर पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड यानी RPG से बिल्डिंग की दीवार का टूटना किसी भी सूरत में मामूली तो नहीं हो सकता।

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लेकिन अभी तक पंजाब की पुलिस ने ऐसा कोई भी दावा नहीं किया जिससे इस बात का अंदाज़ा मिल सके कि इस धमाके के बाद अब पुलिस आतंकी वारदात या फिर किसी विदेशी हाथ के होने को लेकर अपनी तफ़्तीश को आगे बढ़ा रही है। लेकिन तस्वीर पूरी तरह से साफ है भी नहीं। क्योंकि पंजाब पुलिस ने ये भी साफ नहीं किया है कि इस मामले में आतंकी एंगल से जांच नहीं की जा रही।

News Of Punjab Police: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मामले में फिलहाल कुछ लोगों को गिरफ्तार करने की बात ज़रूर कही है। उन्होंने ये भी कहा है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा और पंजाब का माहौल बिगाड़नेवालों के साथ सख्ती की जाएगी।

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सूत्रों की मानें तो ये धमाका मोहाली में मौजूद ख़ुफ़िया विभाग के दफ्तर पर शाम करीब सात बजकर पैंतालीस मिनट पर हुआ। हमला इमारत की तीसरी मंज़िल पर हुआ, जहां हमले के वक़्त कोई भी मौजूद नहीं था। हालांकि हमले की वजह से इमारत के शीशे चकनाचूर हो गए और चीज़ें इधर-उधर बिखर गईं। हालांकि पुलिस ने कहा कि धमाका मामूली है और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।पुलिस के मुताबिक ये हमला बाहर से हुआ। मगर सबसे ख़ास बात तो ये है कि हमले के लिए रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड RPG का इस्तेमाल किया गया।

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ज़ाहिर है सोमवार शाम को हुई इस वारदात ने पंजाब पुलिस को हैरात में डाल दिया है। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को बुरी तरह से चौंका दिया। सवाल इसी बात पर उठ रहे हैं कि आखिर ये RPG कहां से किसने और क्यों चलाया?

Latest Mohali Attack: इस हादसे के बाद पूरे पंजाब में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और छानबीन तेज़ कर दी गई है। लेकिन अभी भी सब कुछ अंधेरे में ही है। हालांकि शुरुआती जो जानकारी सामने आई हैं, वो भी कम चौंकानेवाली नहीं हैं।

सूत्रों की मानें तो इस हमले के पीछे दो हमलावर हैं, जो एक कार पर इस इमारत को निशाना बनाने पहुंचे थे। इन संदिग्धों ने बिल्डिंग पर क़रीब 80 मीटर की दूरी से ये फ़ायरिंग की। और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, दोनों मौक़े से फ़रार हो गे। फिलहाल पुलिस इस हमले के फुटप्रिंट की तलाश में इलाक़े के तमाम CCTV फुटेज और आस-पास के 3 से ज़्यादा टावरों से उस दौरान एक्टिव रहे मोबाइल फ़ोन का डाटा स्कैन कर रही है।

धमाके को देख कर इतना तो साफ़ हो गया कि हमलावरों का इरादा फिलहाल किसी की जान लेने का नहीं था। वरना वो एक खाली पड़ी इमारत को शाम के वक़्त टार्गेट नहीं करते। लेकिन इतना तो साफ़ है कि वो पूरे के पूरे बंदोबस्त को एक पैग़ाम ज़रूर छुपा हुआ है।

Mohali RPG Blast: इस धमाके का ये तरीक़ा और इसमें इस्तेमाल हुआ हथियार ही ये बताने के लिए काफ़ी है कि ये हमला किसी भी लिहाज से मामूली नहीं है।आतंकी आम तौर पर पुलिस, सेना और सुरक्षा ठिकानों को अपना निशाना बनाते हैं।और इस मामले में भी कुछ ऐसा ही है। हाल के दिनों में पंजाब में ख़ालिस्तानी गतिविधियां भी काफ़ी तेज़ हुई हैं। कई गिरफ़्तारियां और विस्फोटकों की बरामदगी इसका सबूत है। पहले 24 अप्रैल को चंडीगढ़ से विस्फटोक बरामद हुआ और फिर हमले से महज़ एक रोज़ पहले तरनतारन से भी कुछ संदिग्ध पकड़े गए।

तो क्या ये महज़ इत्तेफ़ाक है? शायद नहीं। और फिलहाल पंजाब पुलिस इस आशंका को लेकर देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर इसी शायद का सच ढूंढ निकालने की तैयारी में जुट गई है।

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