Model Murder Case: दिव्या के प्वाइंट ब्लैंक रेंज से सिर पर गोली मारी गई थी, शरीर में नहीं मिला अल्कोहल
model divya pahuja Postmortem Report: मॉडल दिव्या पाहुजा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसे प्वाइंट ब्लैंक रेंज से सिर पर गोली मारी गई थी।
ADVERTISEMENT
Model Murder Case: गुरुग्राम में जिस मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या की वारदात एक पहेली बनती जा रही थी, दिव्या की लाश मिलने के बाद उसके पोस्टमॉर्टम ने कई बड़े खुलासे कर दिए हैं। एक लंबी जद्दोजहद के बाद ही दिव्या पाहुजा की लाश पुलिस को एक नाले से बरामद हुई है।
टैटू से हुई दिव्या की पहचान
दिव्या की पीठ के निचले हिस्से में बने एक बड़े से टैटू ने उसकी पहचान को मुकम्मल किया। इसी बीच हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चार डॉक्टरों की एक टीम ने दिव्या पाहुजा के शव का पोस्टमॉर्टम किया। और शुरुआती दौर में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से कई खुलासे सामने आए हैं। जिसमें से सबसे बड़ा खुलासा यही है कि दिव्या पाहुजा को बेहद नजदीक से गोली मारी गई थी। पीएम रिपोर्ट में प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारने की बात सामने आई है। डॉक्टरों की टीम को दिव्या के सिर से एक गोली मिली है। जबकि पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद दिव्या का विसरा सुरक्षित रख लिया है। उसे जांच के लिए मधुबन लैब भेजा जाएगा। जिस समय पोस्टमॉर्टम किया जा रहा था उसी समय दिव्या के घरवालें हिसार में मौजूद थे। पोस्टमॉर्टम के बाद दिव्या के भाई और बहन उसका शव लेकर गुरुग्राम चले गए।
ADVERTISEMENT
टोहना की नहर से मिला शव
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक दिव्या पाहुजा का शव हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहना में एक नहर से बरामद हुआ। शव मिलने के बाद ही उसे हिसार मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया था। रविवार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्टर मोहन सिंह के निर्देशन में चार डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। इस पोस्टमॉर्टम करने वाली टीम में दो महिला डॉक्टर भी मौजूद थीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ये बात भी खुलकर सामने आ चुकी है कि दिव्या ने उस रात शराब का सेवन नहीं किया था क्योंकि उसके पेट से अल्कोहल के अंश नहीं मिले।
गुरुग्राम पुलिस पर सवालिया निशान
मॉडल दिव्या पाहुजा मर्डर केस में गुरुग्राम पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे थे। बताया जा रहा था कि इस केस में कहीं न कहीं पुलिस लापरवाही दिखा रही है जिसकी वजह से आरोपियों को लाश को ठिकाने लगाने का पूरा पूरा मौका मिल गया। लेकिन टोहना नहर से लाश मिलने के बाद अब तमाम सवालों पर विराम लग गया है। असल में दिव्या की लाश से पहले पुलिस ने इस हत्याकांड के सबसे जरूरी आरोपी बलराज गिल को कोलकाता एयरपोर्ट से पकड़ा था। बलराज गिल ही वो शख्स था जो कत्ल वाली रात गुरुग्राम के सिटी प्वाइंट होटल में आरोपी अभिजीत सिंह के साथ सीसीटीवी में नज़र आया था और अभिजीत ने उसे अपनी बीएमडब्ल्यू कार की चाबी सौंपी थी दिव्या की लाश को ठिकाने लगाने के लिए।
ADVERTISEMENT
बलराज पुलिस की गिरफ्त में
पुलिस को अभिजीत सिंह की वो बीएमडब्ल्यू कार पंजाब के पटियाला के पास एक नहर किनारे लावारिस हाल में मिली थी। लेकिन जब बलराज पुलिस की गिरफ्त में आया तो उसने इस बात का खुलासा किया कि उसने लाश को कब और कहां फेंका था। बलराज के मुताबिक उसने और रवि ने मिलकर पटियाला के पास भाखड़ नहर में लाश को फेंका था। इसके बाद पटियाला के बस स्टैंड के पास बीएमडब्ल्यू कार को लावारिस हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गए थे। कार मिलने के बाद पुलिस ने लाश की तलाश और कार को लावारिस हालत में छोड़ने वालों की तलाश के लिए कई टीमें बनाई थीं।
ADVERTISEMENT
तलाश के लिए 25 टीमें
गुरुग्राम पुलिस ने दिव्या पाहुजा के शव की तलाश के लिए 25 टीमें बनाई थी। इसके बाद पंजाब पटियाला से सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जो कि हरियाणा के जाखल तक चला. करीब 100 किमी की दूरी तक नहर में शव खोजना आसान नहीं था।
पानी में फूल गई थी लाश
हरियाणा के फतेहाबाद के टोहना में नहर से दिव्या का शव बरामद किया गया था। असल में पानी में रहने की वजह से लाश बुरी तरह से फूल गई थी और सिर पर बाल तक नहीं बचे थे। बुरी हालत में होने की वजह से पहचान नहीं हो पा रही थी। तब पुलिस ने दिव्या की मां को बुलवाया और नहर से बरामद शव को दिखाया गया। उनको शव दिखाया गया। दिव्या की मां ने उसके शरीर पर मौजूद निशान देखकर अपनी बेटी की पहचान कर ली। दरअसल, दिव्या ने अपनी पीठ और हाथ पर टैटू बनवाया हुआ था। टैटू देखते ही दिव्या की मां दहाड़े मारकर रोने लगी। उसके सामने उनकी बेटी की लाश पड़ी हुई थी, जिसकी 11 दिन से तलाश की जा रही थी।
एक और शख्स गिरफ्तार
इसके अलावा गुरुग्राम पुलिस ने रोहतक से प्रदेश नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश ने ही अभिजीत सिंह को हथियार मुहैया करवाया था....जिससे हत्या किए जाने का अंदेशा है। पुलिस ने अभिजीत के ठिकाने से 2 अवैध पिस्तौल और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए थे। खुलासा हुआ है कि अभिजीत को हथियार रखने का बड़ा शौक था।
ADVERTISEMENT