डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ नाबालिग से रेप का आरोप, अधिकारी की पत्नी भी शामिल
Delhi Rape: दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में तैनात डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ नाबालिग से रेप का गंभीर आरोप का मामला सामने आया है।
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अरविंद, पकंज जैन के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Delhi Rape: दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में तैनात डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ नाबालिग से रेप का गंभीर आरोप का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी अधिकारी से पूछताछ की और बाद में उसे और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। जिस नाबालिग से रेप किया गया, वो आरोपी की दोस्त की बेटी है। आरोपी का नाम प्रेमोदय खाखा है, जब कि उसकी पत्नी का नाम सीमा है। सीमा पर गर्भपात कराने का आरोप है।
दिल्ली महिला आयोग ने सवाल उठाया है कि पुलिस ने कथित अधिकारी को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया? उधर, दिल्ली के सीएम ने आरोपी को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि पीड़िता आरोपी के घर पर ही रहती थीं। इस केस पर डीसीपी नार्थ सागर कलसी का बयां सामने आया है। उन्होंने कहा - मामले की जांच जारी है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।
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जांच में पता चला है कि अक्टूबर 2020 में पीड़िता के पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उस वक्त वो 14 साल की थी। आरोपी और उसकी पत्नी की मुलाकात पीड़िता और उसकी मां से बुराड़ी के चर्च में कम्यून सर्विस के दौरान हुई थी। दोनों परिवार एक ही कॉलोनी में रहते हैं।
आरोपी पीड़िता की मां को यह समझाने में कामयाब रहा कि वह अपने घर पर उसकी बेहतर देखभाल करेगा। बताया जा रहा कि अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच पीड़िता का पांच महीने की अवधि में बार-बार यौन उत्पीड़न किया गया। जब वह गर्भवती हो तो आरोपी और उसकी पत्नी ने उसे गोली देकर जबरन गर्भपात करा दिया।
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मार्च 2022 में पीड़िता अपने घर लौट गई। अब पीड़िता 17 साल की है। वो 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती हुई। उसे दौरे पड़ रहे थे।
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उस दौरान लड़की ने डॉक्टर को बताया कि उसके साथ कैसे उसके मुंह बोले मामा यानी महिला एवं बाल विकास विभाग डिप्टी डायरेक्टर प्रेमोदय खाखा ने हैवानियत की है।
12 अगस्त को लड़की ने डाक्टर को सच्चाई बताई। इसके बाद पुलिस ने 13 अगस्त को मुकदमा दर्ज किया। अब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है।
सवाल ये है कि इतने दिनों तक क्यों लड़की ने ये बात नहीं बताई?
क्या इसकी जानकारी पीड़िता की मां को थी?
क्यों अब ये मामला उजागर हुआ?
क्या अधिकारी और उसकी पत्नी लड़की को डराते थे?
पीड़िता की मां को इसकी जानकारी कब मिली?
पीड़िता ने उस वक्त विरोध क्यो नहीं किया?
अगर विरोध किया तो क्या उसे दबा दिया गया?
अधिकारी की पत्नी क्यों अपने पति के साथ शामिल हो गई?
पुलिस इन तमाम सवालों को खंगाल रही है।
उधर, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'ये घटिया कृत अधिकारी ने किया है। अपनी बेटी के समान बेटी के साथ दुष्कर्म किया। उनकी पत्नी भी शामिल थी। समाज को हिलाने वाली घटना है। कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। अब मुख्यमंत्री ने सस्पेंड करने के आदेश दिए। 5 बजे तक CS से रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली पुलिस द्वारा अधिकारी को गिरफ़्तार न करना सबसे घटिया है। सबके घर में बेटियां हैं। बेहद शर्मनाक है। सख्त सजा होनी चाहिए।'
स्वाति मालीवाल ने कहा, 'दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में Deputy Director के पद पर बैठे सरकारी अफ़सर पर बच्ची से यौन शोषण का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने अभी तक उसको अरेस्ट नहीं किया है। दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं। जिसका काम बेटियों की सुरक्षा करना था वही भक्षक बन जाये तो लड़कियाँ कहाँ जाए! जल्द गिरफ़्तारी होनी चाहिए!'
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