ऐसे पकड़ा गया 'करोड़पति चोर', 25 सालों में की 200 से ज़्यादा चोरियां, नेपाल में चला रहा था होटल
Millionaire Hotel Owner Wanted : दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे करोड़पति चोर को गिरफ्तार किया है जिसने 25 साल के दौरान दिल्ली में 200 चोरियां अकेले की और दिल्ली से लेकर नेपाल तक में अपनी प्रॉपर्टी बनाई। उसका नेपाल में होटल भी है।
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अरविंद ओझा की रिपोर्ट
Millionaire Hotel Owner Arrested: उसे 25 साल का एक्सपीरियंस है, दिल्ली से लेकर नेपाल तक उसकी करोड़ों की जायदाद है, यूपी का रहने वाला है, वो नौ बार अपना नाम बदल चुका है। ये छोटा सा बायोडाटा उस शख्स का है, जिसे पुलिस ने एक करोड़पति सुपर चोर के तौर पर गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस का दावा है कि 25 सालों में इस चोर ने करीब 200 चोरियां अकेले दम पर की और दिल्ली से लेकर नेपात तक करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई। इस चोर को दबोचने में दिल्ली पुलिस को अच्छा खासा पसीना बहाना पड़ा। इस चोर का किस्सा बेहद दिलचस्प है जो उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आया।
पहले हो चुका 9 बार गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि पुलिस के थाने में कैंटीन चलाने से लेकर कारोबारी करोड़पति बनने वाले इस शख्स को पुलिस अभी तक अलग अलग नामों से नौ बार गिरफ्तार भी कर चुकी है। हालांकि पुलिस को अभी तक इस चोर की फैमिली के बारे में कुछ पता नहीं है। पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर का रहने वाले इस चोर की पहचान मनोज चौबे के तौर पर हुईहै। जो पिछले 25 सालों से अपनी अलग अलग पहचान के साथ रह रहा था और घूम घूम के चोरी की वारदात अंजाम दे रहा था। पुलिस का खुलासा तो ये है कि उसने चोरी की वारदात से बटोरी दौलत के दम पर लखनऊ और दिल्ली के साथ साथ नेपाल में भी प्रॉपर्टी बना ली थी। 2001 से लेकर 2023 तक उसके खिलाफ अलग अलग थानों में 15 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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चोर है करोड़पति होटल कारोबारी
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मॉडल टाउन पुलिस ने घर में चोरी करने के इल्जाम में एक चोर को पकड़ा, लेकिन इस बात का भांडा खुलते देर नहीं लगी कि पुलिस के हत्थे चढ़ा वो चोर असल में एक करोड़पति होटल कारोबारी भी है। मनोज चौबे के बारे में पुलिस का कहना है कि 48 साल के मनोज चौबे का परिवार नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर में रहता था। मगर बाद में वो अपने साथ पूरे परिवार को लेकर नेपाल चला गया और वहीं उन्हें बसा दिया।
थाने में चलाता था कैंटीन
मनोज के चोर से करोड़पति होटल कारोबारी बनने का किस्सा भी काफी दिलचस्प है। खुलासा हुआ है कि 1997 में मनोज दिल्ली आ गया था। यहां आने के बाद उसने कीर्ति नगर थाने में एक कैंटीन चलाने लगा। मगर उसने कैंटीन में ही चोरी की वारदात की और पकड़ा गया। चोरी के इल्जाम में उसे जेल भी हो गई। जेल से छूटने के बाद मनोज ने तब घरों को निशाना बनाना शुरू किया और जब भी चोरी के बाद बड़ी रकम हाथ लगती वो गांव लौट जाता था।
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किराए का कमरा लेकर करता था चोरी
पुलिस की तफ्तीश का खुलासा है कि शुरुआत में मनोज ने दिल्ली में बाकायदा किराए का मकान लिया और वहीं रहकर चोरी की वारदात को अंजाम देता रहा। वो पहले इलाके की रेकी करता था इसके बाद मॉडल टाउन, रोहिणी, अशोक विहार और पीतमपुरा इलाकों में उसके निशाने पर बंद पड़ी कोठियां, मकान और फ्लैट्स को निशाना बनाता था।
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चोरी की रकम से बनाया होटल
उसने ताबड़तोड़ तरीकों से दिल्ली में चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद काफी दौलत बटोरी और उससे उसने नेपाल में एक होटल बनाया। इस दौरान उसने यूपी के सिंचाई विभाग में काम करने वाले एक अफसर की बेटी से शादी भी कर ली। ससुराल में उसने बताया था कि वो दिल्ली में पार्किंग का ठेका लेता है, इसी लिए उसे साल में कम से कम छह महीने दिल्ली में रहना पड़ता है।
पत्नी के नाम से गेस्ट हाउस
पुलिस की जांच में ये बात भी पता चली है कि मनोज ने सिद्धार्थ नगर के शोहरतगढ़ कस्बे में उसने पत्नी के नाम से एक गेस्ट हाउस बनवाया। इतना ही नहीं उसने अपनी जमीन कस्बे में एक अस्पताल को लीज पर भी दे दी, जिसके एवज में उसे महीने में दो लाख रुपये का किराया मिलने लगा। इसके अलावा पुलिस की तफ्तीश कहती है कि आरोपी मनोज ने अपने परिवार के लिए लखनऊ में भी एक मकान बनाया। करोड़ों की संपत्ति और लाखों रुपये का किराया आने के बाद भी उसने चोरी का धंधा बंद नहीं किया। वो तब भी दिल्ली आकर चोरी करता रहा।
सीसीटीवी में दिखा चेहरा
इसी बीच चोरी की एक वारदात पर पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज की। पुलिस ने जब तफ्तीश शुरू की तो पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज में मनोज का चेहरा नज़र आया। इसके बाद तलाश करने पर पुलिस ने उसे स्कूटी पर घूमते देखा। पुलिस ने जब स्कूटी के नंबर से तलाशशुरू की तो स्कूटी किसी विनोद थापा के नाम पर दर्ज थी।
नेपाली लड़की से शादी
पुलिस की जांच में ये पता चला कि मनोज ने नेपाली मूल की एक लड़की सपना से शादी की थी और परिवार से दूर चोरी छुपे उसे दिल्ली में रखे हुए थे। दिल्ली में ही सपना का भाई विनोद भी रहता था। पुलिस ने जब विनोद को उठाया तो उसने बताया कि उसका बहनोई इस स्कूटी को लेकर घूमता है। तब पुलिस ने मनोज को दबोच लिया।
मनोज के खिलाफ 15 मुकदमें
पुलिस की फाइल्स कहती है कि मनोज के खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं जबकि वो पहले 9 बार गिरफ्तार हो चुका है। लेकिन हर बार वो अपनी पहचान बदल देता था और पुलिस उसे राजू के नाम से जानती थी। सबसे हैरानी की बात ये है कि उसके कारनामों की उसके परिवारवालों में से किसी को भी भनक नहीं थी।
सबूत नहीं छोड़ता था
पुलिस का कहना है कि मनोज इतने शातिर तरीके से चोरी की वारदात अंजाम देता था कि उसे न तो सबूत मिलते थे और न ही उसकी रिकवरी हो पाती थी। इस बार भी पुलिस ने जब उसे दबोचा है कि पुलिस के हाथ सिर्फ एक लाख रुपये ही लगे। पुलिस को पता चला है कि वारदात को अंजाम देने के बाद चोरी की रकम वो पहले ही ठिकाने लगा देता था। पुलिस का कहना है कि मनोज ने सिद्धार्थ नगर जिले के शोहरतगढ़ में स्मिता लॉज, नेपाल के तोलियान गांव में एक होटल, सिद्धार्थ नगर में अस्पताल को एक जमीन लीज पर दी और दिल्ली के अरविंद नगर भजनपुरा में उसका एक मकान है। उसके खिलाफ 2023 तक कुल 15 मामले दर्ज हैं जिनकी फाइल्स अब खुलनी बाकी है।
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