सुखदेव की हत्या में कई बदमाश शामिल, पूजा की गिरफ्तारी के बाद तीन और आरोपियों से हो रही पूछताछ!
Sukdev Singh Murder: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में जयपुर पुलिस ने भोंडसी जेल के तीन कैदियों को पेशी वारंट पर अपनी हिरासत में ले लिया है।
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पुलिस ने पहले आरोपी वीरेंद्र चारण को बताया मुख्य साजिशकर्ता, अब ये महेंद्र की कैसे एंट्री हो गई? ये क्या झोल है?
Sukdev Singh Murder: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में कई और आरोपियों का रोल निकल कर सामने आ रहा है। एक महिला डान का नाम सामने आने के बाद अब चार और लोगों का नाम सामने आ रहा है। इस मामले में जयपुर पुलिस ने भोंडसी जेल के तीन कैदियों को पेशी वारंट पर अपनी हिरासत में ले लिया है। इनके नाम हैं संदीप उर्फ सुमित, भवानी सिंह उर्फ रोनी और राहुल। ये सभी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं। ये तीनों गोगामेड़ी की हत्या के मुख्य शूटर नितिन फौजी के संपर्क में थे। इसके साथ-साथ पूजा को पुलिस ने अरेस्ट किया है, जब कि उसका पति महेंद्र फरार है। महेंद्र का सीधा संपर्क गोदारा से था। महेंद्र ने नितिन फौजी को हथियार मुहैया कराए थे। एक अन्य आरोपी वीरेंद्र चारण भी साजिश में शामिल था।
पूजा सैनी या पूजा बत्रा!
हत्या से पूर्व करीब एक सप्ताह तक शूटर नितिन फौजी को अपने घर में रखने वाली पूजा सैनी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पूजा सैनी अपने पति के साथ जयपुर के जगतपुरा में किराये के फ्लैट में पूजा बत्रा के नाम से रह रही थी और उसका पति महेन्द्र कुमार मेघवाल ऊर्फ समीर घर से फरार है। महेंद्र कुमार मेघवाल कोटा का हिस्ट्रीशीटर है और फरार है।
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प्लान के मुताबिक वो महेंद्र से मिला!
जांच में पता चला है कि नितिन फौजी 28 नवंबर को टैक्सी से जयपुर आया और महेंद्र मेघवाल से मिला।
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अब सवाल ये उठता है कि महेंद्र के बारे में उसे क्या वीरेंद्र चारण ने बताया था?
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या नितिन को किसी दूसरे बदमाश ने महेंद्र के बारे में बताया?
दूसरा शूटर रोहित राठौर किसके कहने पर हत्या के लिए तैयार हुआ था?
महेंद्र के बारे में उसे बताया गया था। महेंद्र उसे जगतपुरा स्थित अपने फ्लैट में ले गया जहां नितिन एक सप्ताह तक रहा। नितिन फौजी महेन्द्र मेघवाल के जरिए गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में था। घटना वाले दिन महेन्द्र ने आधा दर्जन से अधिक पिस्तौल व भारी मात्रा में कारतूस दिखाये, जिनमें से नितिन ने कुछ हथियार ले लिये।
पांच दिसंबर की सुबह महेन्द्र ने नितिन को अजमेर रोड पर छोड़ दिया, जहां रोहित राठौड़ उनका इंतजार कर रहा था। हथियारों से लैस नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को एक कार में श्याम नगर स्थित गोगामेड़ी के आवास पर ले जाया गया। दोनों शूटर गोगामेड़ी के परिचित नवीन के माध्यम से उनके घर तक पहुंचे।
सवाल ये भी है कि कैसे इस हत्याकांड में नवीन की एंट्री हुई?
इसके बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
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