Manipur : बिष्णुपुर में झड़पों में 17 लोग घायल, इंफाल घाटी में फिर से कर्फ्यू

ADVERTISEMENT

Manipur : बिष्णुपुर में झड़पों में 17 लोग घायल, इंफाल घाटी में फिर से कर्फ्यू
manipur today news
social share
google news

Manipur News : मणिपुर की घटना के 3 महीने बाद एक बार फिर से सुलगने लगा है. 3 मई को कुकी समुदाय की तीन महिलाओं के कपड़े उतारकर बदसलूकी की गई थी. एक लड़की के साथ गैंगरेप किया था. करीब एक महीने बाद मामला कुछ हद तक शांत हुआ था लेकिन एक बार फिर से मणिपुर में झड़पें और फायरिंग की खबरें आने लगी हैं. असल में मणिपुर के बिष्णुपुर में 3 अगस्त को मैतई समुदाय के लोग और सुरक्षा बलों के बीच विवाद हुआ. जिसके बाद फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है.

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अब मणिपुर में बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फोउगाकचाओ इलाके में झड़पों के बाद सेना तथा त्वरित कार्रवाई बल (आरपीएफ) ने बृहस्पतिवार को आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें 17 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेट ने कर्फ्यू में दी गई ढील को वापस ले लिया है और एहतियात के तौर पर आज पाबंदियां लागू की है। इंफाल घाटी में रात्रिकालीन कर्फ्यू पहले ही लागू है। झड़पों से पहले मणिपुर की जातीय हिंसा में मारे गए कुकी-जोमी समुदाय के लोगों के अंतिम संस्कार को रोक दिया गया। उच्च न्यायालय ने चुराचांदपुर में प्रस्तावित अंत्येष्टि स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का बृहस्पतिवार सुबह आदेश दिया।

कुकी-जो समुदाय का संगठन ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) भी 35 लोगों के अंतिम संस्कार को स्थगित करने पर सहमत हो गया। बिष्णुपुर जिले में हजारों स्थानीय लोगों के सुरक्षा बलों की आवाजाही बाधित करने के लिए सड़कों पर उतरने के कारण सुबह से ही तनाव व्याप्त है। महिलाओं की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने सेना तथा आरएएफ जवानों द्वारा लगाए अवरोधकों को पार करने की कोशिश की। वे अंत्येष्टि स्थल तुइबुओंग तक जाने की अनुमति मांग रहे हैं।

ADVERTISEMENT

 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜