12 साल से थी नज़रबंद , तीन ताले तोड़कर पुलिस ने छुड़ाया, पति को थी ये भयंकर बीमारी
Wife Rescued By Karnataka Police: कर्नाटक पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने 12 सालों से अपनी बीवी को तीन तालों में नज़रबंद करके रखा था
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Karnatka Crime: यूं तो पति पत्नी का रिश्ता एक विश्वास की डोर से बंधा होता है। मगर कई दफा सात फेरों के साथ ली गई सात जन्म की कस्में रस्म पूरी होते होते ही खत्म सी हो जाती हैं। और मियां बीवी के बीच न जाने कहां से शक घर कर लेता है। और एक बार शक का कीड़ा किसी के भी दिमाग में घुसा तो वो फिर हालात को कभी सुधरने नहीं देता। ऐसा ही एक किस्सा कर्नाटक से सामने आया है जहां एक पति पत्नी के बीच शक की दीवार इस कदर बड़ी हो गई कि एक पति ने अति ही कर डाली।
बीवी के चरित्र पर करता था शक
खुलासा सामने आया है कि कर्नाटक के मैसूर जिले में एक शौहर को अपनी बीवी के किरदार पर शक था। बस इसी शक की बिना पर उसने अपनी ही ब्याहता को एक दो नहीं पूरे 12 सालों तक अपने ही घर में तीन तालों के भीतर नज़रबंद रखा। पता नहीं कैसे ये बात उड़ते उड़ते पुलिस तक जा पहुँची और फिर पुलिस ने उस शौहर को गिरफ्तार करने के बाद उसकी बीवी को उसकी कैद से आजाद करवाया।
गांव वालों से मिली पुलिस को खबर
बताया जा रहा है कि मैसूर के तालुक के एच मटकेरे गांव से पुलिस को एक खबर मिली थी कि यहां किसी को नज़रबंद किया गया है। इत्तेला मिलते ही पुलिस बुधवार की रात मौके पर पहुँची और एक घर पर छापा मारा। वहां ताला जड़ा हुआ था। लेकिन पुलिस ने उस घर का ताला तोड़ा तो वहां एक महिला कैद थी। मजे की बात ये है कि दरवाजे परतीन ताले लगाए गए थे। तफ्तीश में पता चला कि जिस महिला को वहां कैद में रखा गया था वो दो बच्चों की मां है और सन्नालैया की पत्नी है। पुलिस ने सबसे पहले सन्नालैया को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की।
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पहले भी छोड़ चुकी हैं दो पत्नियां
खुलासा हुआ है कि सन्नालैया की दो पत्नियां पहले उसे छोड़कर जा चुकी हैं। क्योंकि सन्नालैया को शक करने की बीमारी है और वो अपनी बीवियों के किरदार पर हमेशा ही शक करता है। और इसी बीमारी की वजह से उसने अपनी तीसरी पत्नी को भी घर में नज़रबंद रखे हुए था। यहां तक कि उसने अपने घर की तमाम खिड़कियों को भी बंद रखा हुआ था। कहने का मतलब ये है कि किसी भी सूरत में उसकी बीवी को घर से बाहर झांकने की इजाजत नहीं थी।
गांव वालों की कोशिश नाकाम
पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि सन्नालैया इस कदर सख्त था कि घर में शौचालय न होने पर भी वो घर में ही एक बाल्टी रखता था और उसे रात में साफ करता था। बताया जा रहा है कि आरोपी को समझाने के लिए गांव के बुजुर्गों ने कई बार पंचायत बुलाई और उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वो नहीं सुधरा।
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बच्चों से भी नहीं मिलने देता था
नजरबंदी से छुड़ाई गई महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति उसके बच्चों के साथ भी अच्छा रवैया नहीं रखता था। यहां तक कि बच्चे अपनी मां से भी खुलकर और अकेले में बात नहीं कर सकते थे। उसके खौफ का आलम पूरे गांव के लोगों में था और गांव के ज़्यादातर लोग उससे दूर ही रहते थे। उसने बताया कि जिस कमरे में उसे बंद करके रखा था उस कमरे में एक छोटी खिड़की थी जिसके जरिए वो उसे खाने को देता था। अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ कर रही है और उसकी इन हरकतों के पीछे की असली वजह को सामने लाने की कोशिश में है कर्नाटक पुलिस।
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