महंत गिरि सुसाइड मामला, पुलिस के सामने है कई चुनौतियां, क्या सच तक पहुंच पाएगी जांच एजेंसी ?
mahant giri suicide case There are many challenges before the police Will the investigating agency be able to reach the truth?
ADVERTISEMENT
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद सामने आए सुसाइड नोट, उनके मोबाइल से मिला वीडियो और ब्लैकमेलिंग की तस्वीर, प्रयागराज पुलिस की तफ्तीश बस इन्हीं तीन चीजों के इर्द-गिर्द घूम रही है, लेकिन पुलिस की इस तफ्तीश में कुछ सवाल भी हैं जिनके जवाब पाना अब तक उसके लिए पहेली की तरह है।
जांच का एक पहलू
पुलिस की जांच में जो पहलू है वह है महंत नरेंद्र गिरि के मोबाइल में रिकॉर्ड हुआ उनका वीडियो। कहा जा रहा है यह वीडियो खुद महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या करने से पहले रिकॉर्ड किया था। लगभग 50 सेकेंड के इस वीडियो में नरेंद्र गिरि ने अपनी आत्महत्या के लिए आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को जिम्मेदार बताया। पुलिस ने नरेंद्र गिरि के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है तो वहीं सुसाइड नोट को भी हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से मिलान के लिए भेजा जा चुका है।
ADVERTISEMENT
क्या सही में कोई तस्वीर थी या फिर फर्जी तस्वीर बना कर डराना था मकसद ?
इस जांच का जो सबसे अहम और तीसरा पहलू वह तस्वीर है जिसके सहारे महंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किए जाने की आशंका थी और महंत इस आशंका से इतने डरे थे कि उन्होंने आत्महत्या जैसा घातक कदम तक उठा लिया। हालांकि अपने सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने आशंका ही जताई और लिखा कि किसी महिला के साथ कंप्यूटराइज फोटो वायरल की जा सकती है।
ADVERTISEMENT
कहीं कोई और साजिश तो नहीं?
ADVERTISEMENT
इस जांच में जो सबसे बड़ा और अहम सवाल है वह उस तस्वीर या वीडियो का है जिसको महंत नरेंद्र गिरि ने कंप्यूटर से तैयार हुआ बताया गया। महंत नरेंद्र गिरि जिनसे आशीर्वाद लेने के लिए बड़े- बड़े अफसर और नेता लाइन लगाते हों वह नरेंद्र गिरि एक कंप्यूटराइज फोटो से अपमानित हो जाने से क्यों डर गए?
महंत नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि की संपत्तियों की भी होगी जांच
ब्लैकमेलिंग और प्रताड़ना के साथ-साथ पुलिस को बाघंबरी गद्दी और महंत नरेंद्र गिरि के पास अकूत संपत्ति के पहलू पर भी पुलिस तहकीकात करेगी। कहीं महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के पीछे कोई ऐसी साजिश तो नहीं जिससे महाराज नरेंद्र गिरि ने प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर लें, आनंद गिरि जेल चले जाएं और करोड़ों की संपत्ति हड़प हो जाए।
क्या कोई गहरी साजिश तो नहीं ?
पुलिस जांच भले ही आत्महत्या की दिशा में कर रही हो लेकिन वो शव का पोस्टमार्टम, सुसाइड नोट, मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच भी करा रही है कि कहीं आत्महत्या कर रंग देकर कोई गहरी साजिश तो नहीं रची गई। फिलहाल पुलिस की टीमें गुरु की मौत के मामले में आरोपी बने शिष्य आनंद गिरि से पूछताछ कर रही हैं कि आखिर वह कौन सी तस्वीर या वीडियो था जिससे महंत नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था। अगर ऐसा कोई वीडियो यह तस्वीर थी तो उसकी सच्चाई क्या थी ?
ADVERTISEMENT