LUCKNOW GIRL : कैब ड्राइवर को थप्पड़ मारने वाली लड़की पहली बार आई सामने, बोली : वो गांजा पीकर गाड़ी चला रहा था
Lucknow girl who hit cab driver came with explanation on social media
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LUCKNOW GIRL CASE : लखनऊ में कैब ड्राइवर को थप्पड़ मारने वाले वीडियो के वायरल होने के बाद पहली बार लड़की सामने आई है. लड़की ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है.
लड़की का पोस्ट :'सब मुझे दोषी ठहरा रहे हैं कि मैंने उसे क्यों मारा। लेकिन कोई भी मेरी साइड नहीं जानना चाहता है। जब मैं रोड पार करने वाली थी तब सिग्नल लाल था। तभी इस गंजेड़ी ड्राइवर ने मुझे अपनी कार से टक्कर मार दी। मैं भगवान की कृपा से बच गई। वह अपनी गलती नहीं मान रहा था और मुझसे बहस कर रहा था। इसलिए मैंने उसे तमाचा मारा। अगर किसी को लगता है कि मैंने कानून हाथ में लिया तो इसके लिए मैं माफी मांगती हूं। लेकिन चुप रहने की बजाय मैं इन एंटी सोशल एलिमेंट्स को जवाब देना ज्यादा बेहतर समझती हूं । संघी और भक्त मुझे फेक फेमनिस्ट और न जाने क्या बता रहे हैं। यह कम से कम मरने और उसके बाद कैंडल मार्च निकलवाने से तो बढ़िया ही है ।'
हालांकि जिस तरह से लड़की सफाई देकर खुद को निर्दोष बताने की कोशिश कर रही है। उसके खिलाफ इलाके के लोग ही बातें कर रहे हैं । लोगों का कहना है कि ये लड़की रात के वक्त दूर तक वॉक करती है और अक्सर ये लोगों के साथ मारपीट करती है।
लड़की का एक और वीडियो सामने आया है इसमें वह अपने पड़ोसियों से झगड़ा करते हुए दिख रही है। आरोप है कि वो अक्सर अपने पड़ोसियों से झगड़ा करती है ।
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लड़की के पुराने वीडियो में वो अपने पड़ोसियों से लड़ते हुए नजर आ रही है। वीडियो के मुताबिक लड़की अपने पड़ोसी के गेट का रंग देखकर गुस्से में थी और उसे चेंज कराने के लिए बोल रही थी।
लड़की ने पुलिस को भी बुला लिया था। इस वीडियो में पुलिसकर्मी भी उसे समझाते हुए दिख रहे है, जबकि बाकी लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे हैं ।
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तो क्या है पूरी घटना, जानिए पीड़ित कैब ड्राइवर के FIR की जुबानी
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ये घटना 30 जुलाई की रात करीब 9:30 बजे की है. घटना उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ की है। पीड़ित कैब ड्राइवर का नाम सादत अली सिद्दीकी है। ये सिटी स्टेशन रोड का रहने वाला है। सादत उबर से अटैच कैब चलाते हैं। 30 जुलाई की रात आखिरी ट्रिप पूरी करने के बाद ये घर लौट रहे थे। सादत की दर्ज एफआईआर रिपोर्ट के मुताबिक, जब ये नहरिया अवध चौराहे पर पहुंचे थे तभी रेड लाइट हो गई लिहाजा, चौराहे पर रुक गए।
उसी दौरान अचानक एक युवती आई और खिड़की में हाथ डाल मेरा गला पकड़ लिया। मुझे खींचकर कार से बाहर निकाल लिया। गाड़ी के अंदर रखा मेरा मोबाइल फोन लिया और डैशबोर्ड में रखे लगभग 600 रुपये भी लूट लिए।मेरा मोबाइल फोन उसने सड़क पर पटक तोड़ दिया। उस महिला से मैं पूछता रहा कि मेरा अपराध क्या है लेकिन वो महिला 10 मिनट तक लगातार मुझे मारती रही और मुझे जान से मारने की धमकी देती रही।
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