ऑनलाइन मोबाइल ऑर्डर किया, पेमेंट के लिए घर बुलाया, फिर कर दिए टुकड़े-टुकड़े! सीसीटीवी में दिखा डिलीवरी बॉय, नहीं मिला अभी तक डिलीवरी बॉय का शव 

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ऑनलाइन मोबाइल ऑर्डर किया, पेमेंट के लिए घर बुलाया, फिर कर दिए टुकड़े-टुकड़े! सीसीटीवी में दिखा डिलीवरी बॉय, नहीं मिला अभी तक डिलीवरी बॉय का शव 
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संतोष शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Lucknow News: लखनऊ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां फ्लिपकार्ट के एक डिलीवरी बॉय की हत्या कर उसके शव के कई टुकड़े कर दिए गए। इतना ही नहीं, शव के टुकड़े करने के बाद उसको बोरे में बंद कर दिया। बाद में बोरे को नहर में फेंक दिया गया।

इस वारदात का अब पता चला है। पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है। मुख्य आरोपी अभी तक फरार है। अभी तक लाश नहीं मिली है। पुलिस को सीसीटीवी की एक फुटेज मिली है, जिसमें भरत बाइक से जाता हुआ नजर आ रहा है। 

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लखनऊ के चिनहट निवासी हिमांशु कनौजिया के नंबर से दो फोन ऑर्डर किए गए थे। एक Google Pixel और दूसरा Vivo का, जिनकी कीमत एक लाख रुपये के करीब थी। भरत फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय है। भरत 24 सितंबर को मोबाइल डिलीवर करने के लिए चिनहट के देवा रोड स्थित हिमांशु के घर पहुंचा। भरत ने फोन किया तो हिमांशु ने कॉन्फ्रेंस कॉल कर अपने साथी गजानन से उसकी बात कराई। गजानन ने कहा - वह मोबाइल रिसीव कर लेगा। 

ऐसे मार डाला भरत को!

गजानन ने भरत को अपने घर बुलाया। जब भरत पेमेंट के लिए गजानन के घर पहुंचा, तो गजानन ने भरत को घर के अंदर बुला लिया। पुलिस के मुताबिक, गजानन ने अपने साथी आकाश के साथ मिलकर भरत की गला दबाकर हत्या कर दी और उससे मोबाइल व पैसे लूट लिए। इतना ही नहीं, आरोपियों ने शव को बोरे में भरकर इंदिरा नहर में फेंक दिया। वारदात में गजानन मुख्य आरोपी है, जबकि आकाश और हिमांशु उसके साथी हैं। गजानन अभी भी फरार है, जबकि आकाश और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, ग्राहक ने डिलीवरी बॉय की हत्या इसलिए की, ताकि उसे 1 लाख रुपये कैश ऑन डिलीवरी के तौर पर न देना पड़े।

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गजानन और भरत एक ही कंपनी में करते थे काम

पता चला है कि गजानन ने दो महीने तक भरत के साथ एक ही कंपनी में काम किया था। गजानन को लेकर भरत के भाई प्रेम कुमार ने कहा कि दोनों में ना तो दोस्ती थी और ना ही कभी कोई विवाद हुआ। गजानन ने कंपनी में करीब ढाई लाख रुपये का हेरफेर किया था। उसके पास से काफी सामान मिला था। इस वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। अभी वह हार्डवेयर की छोटी सी दुकान चलाता है, जबकि आकाश कॉरपोरेट है। 

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परिवार ने 25 सितंबर को लिखवाई थी रिपोर्ट

मामले में परिवार ने 25 सितंबर को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने भरत के कॉल डिटेल के जरिए गजानन का नंबर ट्रेस किया। गजानन के जरिए पुलिस उसके दोस्त आकाश तक पहुंची। पूछताछ के दौरान आकाश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 

अभी तक नहीं मिला डिलीवरी बॉय का शव

पुलिस को अभी तक भरत का शव बरामद नहीं हुआ है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम इंदिरा नहर में शव को खोज रही है। आरोपियों ने भरत को मार कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करके 24 सितंबर को ही नहर में फेंक दिया था। 

हत्या की वजह सामने आई

पुलिस के अनुसार, 30 साल डिलीवरी बॉय की उस समय हत्या कर दी गई, जब वह एक ग्राहक को आईफोन देने गया था। ग्राहक ने डिलीवरी बॉय की हत्या इसलिए की, ताकि उसे 1 लाख रुपये कैश ऑन डिलीवरी के तौर पर न देना पड़े।

अमेठी का रहने वाला था भरत

भरत अमेठी के संभई गांव का रहने वाला था। वह लखनऊ के सतरीख रोड पर किराए के मकान में रहता था। यहां वह अपनी पत्नी और बहन के साथ रहता था। वह 8 साल से फ्लिपकार्ट से जुड़ा था और डिलीवरी बॉय था। उसकी शादी 12 साल पहले हुई थी। घरवालों के मुताबिक, 24 सितंबर की सुबह 10 बजे भरत घर से पार्सल लेकर निकला था, लेकिन 3 बजे तक वापस नहीं लौटा। भरत देवा रोड बाबा अस्पताल पर पार्सल डिलीवरी करने लिए गया था। उसके पास 2 मोबाइल थे, जिसकी डिलीवरी उसे करनी थी। 

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