भारत को मिला 'निर्भय' योद्धा, जिसने उड़ा दी चीन-पाकिस्तान की नींद
lac india china stand off nirbhay cruise missile enters service
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आसमन के रास्ते दुश्मन के छक्के छुड़ाने के लिए भारत को बहुत जल्द एक और मजबूत हथियार मिलने वाला है, जिसके बाद भारत की सैन्य ताकत और भी बढ़ जाएगी। बुधवार को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन ने निर्भय मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि इसका बूस्टर इंजन भारत में ही तैयार किया गया है। ये मिसाइल 1500 किमी दूरी तक दुश्मन के ठिकाने को निशाना बना सकती है।
निर्भय मिसाइल की तुलना अमेरिका के टॉमहॉक और पाकिस्तान के बाबर मिसाइल से की जाती है, करीब 300 किलोग्राम तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम और अत्याधुनिक टेक्नालॉजी से लैस निर्भय को जमीन की सतह, हवा और पानी के नीचे पनडुब्बियों से भी छोड़ा जा सकता है।
सतह पर चलने वाली मिसाइल होने के कारण निर्भय को दुश्मन के रडार से पहचानना मुश्किल है, निर्भय की एक और खास बात ये है कि ये मिसाइल अपने लक्ष्य के क्षेत्र को कई मिनट तक घेरती रहती है और फिर सही समय पर सही जगह से टकराती है।
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पिछले साल अक्टूबर के महीने में निर्भय मिसाइल का परीक्षण 8 मिनट की उड़ान के बाद तकनीकी कारणों से रद्द कर दिया गया था, लेकिन इस बार कोई चूक नहीं हुई। निर्भय का सफल परीक्षण करके भारत ने दुनिया को अपनी बढ़ती ताकत का एहसास कर दिया है।
निर्भय सब सोनिक क्रूज मिसाइल को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर लॉन्च किया गया था, परीक्षण के दौरान निर्भय ने 0.7 मैक से 0.9 मैक की स्पीड हासिल करके सबको चौंका दिया, इस मिसाइल में सी-स्किमिंग और टेरेन हगिंग कैपेबिलि है। यानी ये मिसाइल समुद्री पानी और जमीन से थोड़ा ऊपर उड़कर राडार को चकमा दे सकता है, ये ऐसी स्थिति होती है जिसमें उसपर निशाना लगाकर या मार गिराना आसान नहीं होता।
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अब जरा निर्भय क्रूज मिसाइल की एक और खासियत को भी समझ लीजिए, निर्भय क्रूज मिसाइल दो स्टेज की मिसाइल है। पहले स्टेज में ठोस और दूसरे स्टेज में तरल ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है, ये मिसाइल 300 किलोग्राम तक हथियार को ले जा सकती है। इसकी अधिकतम रेंज 1500 किलोमीटर है, ये मिसाइल जमीन से कम से कम 50 मीटर ऊपर और अधिकतम 4 किलोमीटर ऊपर उड़कर टारगेट को ध्वस्त कर सकती है।
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निर्भय क्रूस मिसाइल में एक और खूबी है, जो इसे दूसरे मिसलाइलों से ज्यादा खतरनाक और भरोसे लायक बनाती है। निर्भय क्रूज मिसाइल में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है कि ये रास्ते में अपनी दिशा बदल सकती है, यानी चलते-फिरते टारगेट को भी नष्ट कर सकती है। ये समुद्र और जमीन दोनों से मिसाइल लॉन्चर्स के जरिए दागी जा सकती है, फिलहाल इस मिसाइल को इंडियन आर्मी को दिया जा रहा है। ताकि भारतीय सेना इसका तीन और टेस्ट कर सके।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि सेना में शामिल होने के बाद इन मिसाइलों को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तैनात किया जाएगा, यानी चीन से सटी सीमाओं पर होगी। लेकिन उससे पहले ही भारत ने निर्भय क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण करके ये बता दिया है कि अगर दुश्मन ने आंख उठाकर भी देखा तो भारत का ये नया हथियार उनका शिकार करने से नहीं चूकेगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग को भारत के इस ब्रह्मास्त्र की कोई काट समझ में नहीं आ रही है, DRDO ने निर्भय क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण करके देश के दुश्मनों को बता दिया कि अब उनका संहार करने के लिए एक नया काल आ चुका है।
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